- पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद सामूहिक नरसंहार
- हत्यारोपितों ने पुलिस के सामने भी किया जमकर तांडव
- गाड़ियां फूंकने के साथ आरोपित करते रहे पथराव
- मरने वालों में एक ही परिवार के पांच सदस्य शामिल
- सामूहिक नरसंहार के पीछे भूमि विवाद की वजह सामने आई
- Police Officer’s गांव में कर रहे हैं कैम्प, भारी पुलिस बल तैनात
Yogesh
Tripathi
Uttar
Pradesh के Deoria जनपद में दिल दहला देने वाली घटना में छह लोगों
की हत्या कर दी गई। पूर्व जिला पंचायत सदस्य की हत्या के बाद परिवार के सदस्यों ने
सामूहिक नरसंहार की वारदात को अंजाम दिया। मरने वालों में एक ही परिवार के पांच
लोग हैं। जिसमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है। एरिया में भारी तनाव की वजह से भारी
पुलिस बल की तैनाती की गई है। गांव में चीख-पुकार और मातम का माहौल है। सामूहिक
नरसंहार के पीछे भूमि विवाद बताया जा रहा है। Police Officer’s गांव
में कैम्प कर रहे हैं। खबर है कि पुलिस ने एक आरोपी को Arrest कर लिया है। हत्यारोपितों ने पुलिस बल के सामने
भी काफी देर तक तांडव किया। गाड़ियों में आगजनी करने के बाद हत्यारोपितों ने पथराव
भी किया। बताया जा रहा है कि पुलिस बल कम होने की वजह से मौजूद पुलिस कर्मी
हत्यारोपितों से भिड़ने का साहस नहीं जुटा सके।
Police Officer’s के मुताबिक Deoria जनपद के फतेहपुर गांव निवासी सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने कुछ दिन पहले अपने हिस्से की करीब 10 बीघा भूमि गांव के दूसरे टोला के निवासी पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद्र यादव को बेंच दी थी। साधु दुबे से खेती खरीदने के बाद प्रेमचंद्र यादव का सत्यप्रकाश दुबे से विवाद हो गया। कई बार गाली-गलौज हुई। दोनों ही परिवारों के बीच “ज्वालामुखी” धधक रही थी। शनिवार को भी पूरे दिन बवाल होता रहा। बताया जा रहा है कि Sunday की सुबह प्रेमचंद्र यादव बाइक से विवादित खेती को देखने पहुंचे थे। वहां से प्रेम चंद्र यादव फतेहपुर में सत्यप्रकाश दुबे के घर जा पहुंचे। सत्यप्रकाश के घर पर पहुंचने से विवाद बढ़ गया। गाली-गलौज के बाद सत्यप्रकाश और उनके लोगों ने प्रेमचंद्र यादव की ईंट-पत्थर से हत्या कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने बीच-बचाव किया लेकिन हमलावरों ने किसी की नहीं सुनी।
हत्या के बाद बौखला
गए पूर्व जिला पंचायत सदस्य के परिजन
पूर्व जिला पंचायत
सदस्य प्रेमचंद्र यादव की बेरहमी से हत्या किए जाने की खबर टोला में जब
परिवारीजनों को लगी तो सभी आक्रोशित हो गए। दर्जन भर से अधिक लोगों की भीड़ ने घर
के अंदर छिपे बैठे सत्यप्रकाश दुबे के घर पर धावा बोल दिया। उग्र हमलावर ने घर में
लगे खिड़की और दरवाजों को तोड़ दिया और अंदर छिपे परिवार के एक-एक सदस्य को बाहर
खींचकर धारदार हथियारों से उनकी हत्या कर दी। हत्यारों ने सबसे पहले सत्यप्रकाश
दुबे, उसके बाद उनकी पत्नी किरण दुबे, पुत्री सलोनी, नंदिनी को बेरहमी से मौत के
घाट उतार दिया। हमले में सत्यप्रकाश का पुत्र अनमोल दुबे घायल है। पुलिस ने उसे
देवरिया जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पांच लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद
आक्रोशित हमलावरों ने गाड़ियों में आगजनी करने के बाद जमकर पथराव भी किया।
ग्रामीणों का कहना है कि कई राउंड फायरिंग भी हुई।
ग्रामीणों के मुताबिक जिटस समय मारे गए पूर्व जिला पंचायत सदस्य के परिवारीजन तांडव कर रहे थे, स्थानीय पुलिस पहुंच गई थी लेकिन पुलिस के सामने भी हत्यारोपित आगजनी और पत्थरबाजी करते रहे। इस दौरान ग्रामीण दहशत की वजह से अपने-अपने घरों में छिप गए। पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स न होने की वजह से वहां मौजूद पुलिस बल पूरी तरह से “बैकफुट” पर रहा।
छावनी में तब्दील
फतेहपुर गांव
पूर्व जिला पंचायत
सदस्य की हत्या के बाद फतेहपुर गांव में हुए सामूहिक नरसंहार के बाद जिला प्रशासन
ने गांव को छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस के साथ पीएसी के जवानों को भी
तैनात किया गया है। गोरखपुर से पुलिस के अधिकारी मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। पल-पल
की रिपोर्ट लखनऊ में बैठे अफसरों को दी जा रही है।
Deoria (DM) अखंड प्रताप सिंह का कहना है कि भूमि विवाद में छह लोगों की हत्या हुई है। जिसमें एक परिवार के पांच सदस्य शामिल है। जिलाधिकारी का कहना है कि भूमि विवाद से संबंधित सभी विवादों का निपटारा हो गया था लेकिन दोनों परिवारों के बीच रंजिश चल रही थी। इस जघन्य हत्याकांड में एक व्यक्ति को Arrest किया गया है। फरार हत्यारोपितों की तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं। जल्द ही सभी को Arrest कर लिया जायेगा।
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