•  BJP विधायक कृष्णानंद राय और ब्रम्हदत्त दिवेदी की हत्या में आरोपी था जीवा 
  • वकील की वेश-भूषा में कोर्ट परिसर पहुंचे थे जीवा के हत्यारे 
  • हमलावर ने संजीव उर्फ जीवा पर ताबड़तोड़ फायरिंग की
  • हमलावर की फायरिंग में दो अन्य लोगों को भी लगी गोलियां

लखनऊ कोर्ट परिसर में मारे गया मुख्तार का शूटर संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा (फाइल फोटो)


Yogesh Tripathi

Uttar Pradesh की राजधानी Lucknow की कैसरबाग कोर्ट परिसर के अंदर माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के खास शूटर संजीव उर्फ जीवा की गोली मारकर फिल्मी स्टाइल में हत्या कर दी गई। हत्यारा वकील की वेश-भूषा में कोर्ट परिसर के अंदर दाखिल हुआ और स्वचालित असलहों से अंधाधुंध गोलियों की बौंछार की। जीवा के कई गोलियां लगी। Hospital में उसकी मौत हो गई। फायरिंग में दो अन्य लोगों को भी गोलियां लगी हैं। लोगों ने मौका-ए-वारदात पर हमलावर को दबोच लिया। कोर्ट परिसर में जज के सामने हत्या से आक्रोशित वकीलों ने पुलिस दल पर हाथापाई कर पथराव किया। पथराव में कुछ पुलिस वालों के जख्मीं होने की खबर है। 

लखनऊ कोर्ट परिसर के अंदर फर्श पर फैला खून

 

संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा West UP के खूंखार बदमाशों में एक था। कुछ साल पहले जब मुन्ना बजरंगी की जेल के अंदर हत्या हुई तो संजीव महेश्वरी ने कोर्ट में अर्जी देकर अपनी जान को खतरा बताया था। इतना ही नहीं संजीव उर्फ जीवा की पत्नी पायल ने भी वर्ष 2021 में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर अपने पति की पेशी के दौरान हत्या किए जाने की आशंका जताई थी। पायल ने चीफ जस्टिस को लिखे गए पत्र में सुरक्षा की भी मांग की थी। चर्चा है कि जेल के अंदर मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से ही संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा को बुलेटप्रूफ जैकेट पहनाकर कोर्ट में पेशी पर लाया जाता था लेकिन आज वह बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर नहीं पहुंचा था। 90 के दशक में अपराध की दुनिया में कदम रखने वाला संजीव उर्फ जीवा ने कृष्णानंद राय की हत्या में कार की बोनट पर चढ़कर AK.47 से गोलियां दागीं थीं।

 

 

मौके पर वकीलों के हत्थे चढ़ा संजीव महेश्वरी का हत्यारोपी

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो संजीव उर्फ जीवा जैसे ही कोर्ट परिसर के अंदर दाखिल हुआ वहां पहले से ही घात लगाए खड़े हमलावर ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरु कर दी। फायरिंग होते ही कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गई। बताया जा रहा है कि गोलियां लगते ही जीवा जमीन पर गिर पड़ा। कुछ वकीलों ने साहस दिखाते हुए भाग रहे हमलावर का पीछा कर उसे दबोच लिया। 


 

सूत्रों की मानें तो संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा बाहुबली माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी गैंग के लिए काम करता था। दोनों के इशारे पर उसने तमाम जघन्य वारदातों को अंजाम भी दिया। BJP विधायक कृष्णानंद राय की हत्या में संजीव उर्फ जीवा आरोपी था। कृष्णानंद राय की हत्या में संजीव कोर्ट से बरी हो गया था।


 

कल्याण सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ब्रम्हदत्त दिवेदी की 10 फरवरी 1997 को गोली मारकर लोहाई रोड पर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में भी संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा का नाम आया था। CBI ने ब्रम्हदत्त दिवेदी हत्याकांड की जांच कर Lucknow Court में चार्जशीट दाखिल की। 17 जुलाई 2003 को कोर्ट ने पूर्व विधायक विजय सिंह और शामली जनपद के आमदपुर गांव निवासी संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा मुकर्रर की थी।

 

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