BJP की तरफ से अभी तक नहीं किया गया प्रत्याशी के नाम का ऐलान
Social Media पर नीतू सिंह को टिकट मिलने को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं
सपा और कांग्रेस ने चुनावी समर में ब्राम्हण प्रत्याशियों को उतारा
Yogesh Tripathi
Uttar Pradesh में Kanpur की “मेयर की चेयर” को लेकर BJP में घमासान चरम पर पहुंच गया है। भाजपा की करीब एक सैकड़ा वीरांगनाओं ने मेयर की प्रत्याशिता के लिए अपनी दावेदारी पेश की। जिसके बाद RSS & BJP हाईकमान ने माथा पकड़ लिया। Kanpur (BJP) में उठ रही कलह की “चिंगारी” को ठंडा करने के लिए शीर्ष नेतृत्व ने निर्विवाद और योग्य प्रत्याशी को “चुनावी युद्ध” में उतारने का मूड में है। RSS पर मजबूत पकड़ रखने वाले सूत्रों की मानें RSS के दिग्गज पदाधिकारी Neetu Singh को प्रत्याशी बनाने के लिए गंभीर मंथन कर रहे हैं।
सबकुछ यदि सही रहा तो अगले दो से तीन दिन में उनके नाम का अधिकृत ऐलान हाईकमान कर सकता है। अंदरखाने से जो खबरें आ रही हैं उसको लेकर चर्चा है कि “ग्रीन सिग्नल” मिल चुका है। औपचारिकता शेष है। कागजी कार्रवाई को कंपलीट करने का निर्देश 24 घंटा पहले ही मिल गया था। भाजपा नेताओं की चर्चाओं पर यदि यकीन करें तो हाईकमान के आदेश पर ही शायद Neetu Singh ने मेयर की प्रत्याशिता के लिए आवेदन किया है। सूत्रों पर यदि विश्वास करें तो यह “ग्रीन सिग्नल” प्रदेश नेतृत्व ने हाईकमान के आदेश पर ही शायद दिया है। RSS & BJP के पदाधिकारियों के बीच आपसी सहमति के बाद ही यह निर्णय लिया गया है।
चार्टेड अकाउंटेंट (CA) हैं Neetu Singh…?
पेशे से चार्टेड अकाउंटेंट (CA) का सबसे अधिक मजबूत पक्ष उनके सामजिक
दायित्व और आकर्षक उपलब्धियां हैं। “यति संकल्प संस्थान” के
जरिए लंबे समय से शहर के लोगों की मदद कर रही नीतू सिंह ने अपने स्वर्गीय पति
यतींद्रजीत सिंह की स्मृति में एक Hospital
का निर्माण करवा रही हैं। ब्रम्हावर्त सनातन धर्म महामंडल की कोषाध्यक्ष रह
चुकीं नीतू सिंह आदिवासी बच्चों के लिए एक अलग से स्कूल संचालित करती हैं। दीनदयाल
कालेज के ठीक बगल में स्थित इस स्कूल में करीब 200 आदिवासी बच्चे शिक्षा ग्रहण कर
रहे हैं। गरीब-मजलूम और बेसहारा लोगों की हमेशा मदद करने वाली नीतू सिंह “सुशीला नरेंद्रजीत सिंह सेवा निधि”
की डॉयरेक्टर भी हैं। इसके जरिए वह न सिर्फ लोगों को मदद करती हैं बल्कि समाजिक
सरोकार से भी जुड़ी रहती हैं। इतना ही नहीं “बैरिस्टर नरेंद्र जीत
सिंह विधि संकल्प संस्थान” में गरीब लोगों की कानूनी सहायत के लिए Neetu
Singh प्रतिवर्ष
फंड देती हैं, ये सेवानिधि भी सहायता का
केंद्र है। वह VSSD College की संयुक्त सचिव भी हैं। साथ ही साथ वह राष्ट्रीय
शिक्षण समिति की सदस्य भी हैं। अपने सभी संस्थाओं, कंपनियों को वह खुद ही देखती और
संभालती हैं। गौ सेवा उनके जीवन का एक बड़ा हिस्सा है।
कौन हैं Neetu Singh…?
सियासत और सामाजिक सरोकार नीतू सिंह को दोनों कुलों (मायके और ससुराल) पक्ष से मिले हैं। बैरिस्टर नरेंद्र जीत सिंह उनके अजिया ससुर थे। उनके ससुर वीरेंद्र जीत सिंह उत्तर प्रदेश पूर्व क्षेत्र के संघ चालक हैं। ये बिल्कुल सच है कि RSS, संघ और जनसंघ का नाम आते ही लोगों के जेहन में फौरन स्वर्गीय बैरिस्टर नरेंद्रजीत सिंह का नाम जेहन में याद आ जाता है। विधि क्षेत्र के पितामह और महानायक कहे जाने वाले बाबू विक्रमाजीत सिंह ख्याति प्राप्त बैरिस्टर थे। विक्रमाजीत सिंह जी नीतू सिंह के ससुर के बाबा थे। VSSD कालेज की नींव उन्होंने ही रक्खी थी। इतना ही नहीं Neetu Singh शहर के सांसद सत्यदेव पचौरी की पुत्री हैं।
2017 में भी प्रत्याशिता की रेस में सबसे आगे थीं
बात पिछले नगर निकाय चुनाव की करें तो उस समय भी नीतू सिंह ने मेयर की प्रत्याशिता के लिए तगड़ी दावेदारी पेश की थी। लेकिन तब पारिवार ने उनको चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया था। 2019 में गोविंदनगर विधान सभा सीट पर जब उपचुनाव हुए तो एक बार फिर उनका नाम दावेदारों की लिस्ट में ऊपर था लेकिन तब यह कहा गया कि पिता के इस्तीफा देने के बाद रिक्त हुई सीट पर उन्हें नहीं लड़ाया जाएगा। एक बार फिर परिवार की बात उन्होंने मान कर सभी का सम्मान किया।
यूं नहीं किया प्रत्याशिता के लिए आवेदन
Neetu Singh ने वर्ष 2023 में भी मेयर की प्रत्याशिता के लिए आवेदन नहीं किया था। जिला और क्षेत्रीय नेतृत्व के पास जब करीब एक सैकड़ा महिला कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने आवेदन किया तो प्रदेश व केंद्र के नेतृत्व का माथा ठनका। प्रत्याशिता के लिए आवेदन करने वाले कई दावेदारों ने बाकयदा लखनऊ से लेकर दिल्ली तक लांबिंग Start कर दी। BJP के सबसे बड़े गढ़ में “कलह की चिंगारी” कहीं “ज्वालामुखी” का रूप लेकर फट न पड़े, इस लिए RSS के बड़े पदाधिकारियों ने निर्विवाद और योग्य को प्रत्याशी बनाने के लिए मंथन शुरु किया। बड़े सूत्रों की मानें तो करीब 24 घंटे की माथापच्ची के बाद बड़े फैसले के संकेत कुछ लोगों को दे दिए गए। हाईकमान से “ग्रीन सिग्नल” मिलने की चर्चा सभी बड़े पदाधिकारियों और नेताओं के बीच है। ऑफ द रेकार्ड सभी बहुत कुछ बोल रहे हैं लेकिन अधिकृत रूप से हर नेता और पदाधिकारी कुछ भी कहने से साफ-साफ बच रहा है। BJP के एक नेता ने कहा कि आखिर कुछ तो है यूं ही नहीं नीतू सिंह ने अचानक प्रत्याशिता के लिए आवेदन दिया है।
Note--- ये खबर सियासी चर्चाओं, कयासबाजी और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। Portal किसी को भी प्रत्याशी बनाए जाने की पुष्टि व सहमति प्रदान नहीं करता है। Social Media पर जो रिपोर्ट्स हैं...कुछ नेताओं और पदाधिकारियों के साथ ऑफ द रेकार्ड की गई बातचीत के आधार पर यह खबर प्रकाशित की जा रही है। कृपया इस खबर को कॉपी-पेस्ट बिल्कुल भी न करें...(सभी फोटो साभार सोशल मीडिया) धन्यवाद
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