- BJP प्रत्याशी प्रमिला पांडेय के नामांकन जुलूस में गुटबाजी साफ दिखी
- सांसद सत्यदेव पचौरी और उनके समर्थकों ने बनाई नामांकन जुलूस से दूरी
- सपा प्रत्याशी वंदना बाजपेयी ने तामझाम के साथ कराया नामांकन
- कांग्रेस प्रत्याशी आशनी अवस्थी भी पति के साथ पर्चा भरने पहुंची
- BSP प्रत्याशी अर्चना निषाद ने समर्थकों के साथ पहुंचकर कराया नामांकन
- AAP प्रत्याशी इस्मा जहीर ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया
Yogesh Tripathi
Nagar Nikay Chunav 2023 : कानपुर की मेयर सीट के लिए सोमवार को सपा, बसपा, कांग्रेस, भाजपा और आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भरकर "चुनावी रणभेरी" में अपनी-अपनी जीत का "शंखनाद" किया। दूसरी बार मेयर सीट पर अपनी किस्मत अजमा रहीं BSP प्रत्याशी अर्चना निषाद ने समर्थकों के साथ पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल किया। सपा प्रत्याशी वंदना बाजपेयी भी पति और समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची। उन्होंने भी अपना नामांकन का सेट दाखिल किया।
इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी आशनी अवस्थी पति विकास अवस्थी के साथ नामांकन कराने के लिए पहुंची। बीजेपी प्रत्याशी प्रमिला पांडेय पार्षद प्रत्याशियों के साथ वाहन जुलूस निकालकर नामांकन कराने पहुंची। उनके नामांकन जुलूस में सत्ता की ठसक साफ-साफ देखने को मिली। खास बात ये रही कि उनके नामांकन जुलूस से सांसद सत्यदेव पचौरी और उनके समर्थकों ने खासी दूरी बनाए रक्खी। पचौरी गुट से छोटा या बड़ा कोई नेता दिखाई नहीं दिया। आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी इस्मा जहीर ने भी समर्थकों के साथ पहुंचकर नामांकन प्रक्रिया को पूरा कर सेट दाखिल किया।
बसपा प्रत्याशी अर्चना निषाद ने Portal से बातचीत में कहा कि इस बार शहर की जनता कानून एवं व्यवस्था के मुद्दे पर वोट की चोट करेगी। अर्चना निषाद ने कहा कि यूपी में जंगलराज कायम है। गुंडे और बदमाश इतने बेखौफ है कि पुलिस कस्टडी में ही हत्याएं कर रहे हैं। बसपा के कार्यकाल की तारीफ करते हुए अर्चना ने कहा कि तब गुंडे और माफिया प्रदेश छोड़कर वास्तव में भाग गए थे। अर्चना निषाद ने कहा कि मेयर बनने पर वह शहर की साफ-सफाई के साथ-साथ नगर निगम में जो भ्रष्टाचार कायम है उसको खत्म करेंगी। नगर निगम का भ्रष्चाचार किसी से छिपा नहीं है। गाय-भैंस और कुत्तों को छुड़वाने और टॉवर लगवाने के लिए जो रिश्वतखोरी हुई है वो किसी से छिपी नहीं है। जनता इसका जवाब सिर्फ वोट की चोट से देगी। अर्चना निषाद के साथ महेंद्र निषाद, ब्रजनारायण निषाद, अंबरेश राय, भारत वर्मा, राम नारायण, रामशंकर कुरील,मोहित कठेरिया,प्रतीश चौधरी, सर्वेश विश्वकर्मा, गौर हरि पाटक समेत कई लोग मौाजूद रहे।
आम आदमी पार्टी (AAP) से घोषित प्रत्याशी इस्मा जहीर ने भी आज अंतिम दिन नामांकन पत्र दाखिल किया। मीडिया से बातचीत में इस्मा ने कहा कि वह लंबे समय तक कानपुर में रही हैं। कानपुर की नब्ज से वह हर तरह से वाकिफ है। उन्होंने कहा कि शहर का विकास उनकी प्राथमिकता पर रहेगा। शहर में चारो तरफ फैली गंदगी, टूटी सड़कें और बजबजाती नालियां गवाही दे रही हैं कि किस तरह का विकास कार्य कानपुर में कराया गया है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले वह शहर की साफ-सफाई व्यवस्था पर ध्यान देंगी। इस्मा के साथ AAP के वरिष्ठ नेता संदीप शुक्ला (रॉकी), विपिन तिवारी समेत कई लोग मौजूद रहे।
कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी आशनी अवस्थी भी सोमवार को समर्थकों के साथ एक और सेट दाखिल करने के लिए पहुंची। आशनी के साथ उनके पति विकास अवस्थी और तमाम दिग्गज कांग्रेस भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि आशनी अवस्थी के चुनाव की बागडोर उनके पति विकास अवस्थी ने खुद संभाल रक्खी है। विकास का कहना है कि उनका चुनाव जनता लड़ रही है। शहर के विकास कार्यों में लंबे समय से जो अनदेखी की गई है उसका जवाब अब जनता वोट के जरिए देगी। उन्होंने कहा कि शहर का संपूर्ण विकास कराना उनका मकसद है। विकास अवस्ती ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) के मेंबर हैं। मेयर के लिए पहले वह दावेदारी कर रहे थे लेकिन महिला सीट होने की वजह से कांग्रेस हाईकमान ने उनकी पत्नी को उम्मींदवार बनाया है।
समाजवादी पार्टी से मेयर प्रत्याशी वंदना बाजपेयी ने भी अंतिम दिन पर्चा भरा। इस दौरान सपा के कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। वंदना बाजपेयी आर्यनगर विधान सभा सीट से सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी की पत्नी हैं। वंदना बाजपेयी ने हाल के दिनों में तगड़ा जनसंपर्क कर जो माहौल बनाया है उससे विरोधी दलों की नींद उड़ी हुई है। खासतौर पर जहां सपा बेहद कमजोर स्थित में थीं उस गढ़ में वंदना बाजपेयी के पति अमिताभ बाजपेयी ने सेंधमारी कर रक्खी है।
वंदना और उनके समर्थक जीत के प्रति खासे आश्वस्त हैं। वंदना बाजपेयी का चुनाव सोशल मीडिया से लेकर जनता के बीच खासा चर्चा में है। Portal के पास जो जानकारियां हैं उसके मुताबिक खुद सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव उनके चुनाव की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। एक बड़ी सोशल मीडिया की टीम उन्होंने वंदना बाजपेयी के लिए उतारी है। साथ ही वो हर दिन चुनाव का update लेना नहीं भूलते। इसके साथ ही ये पहली बार हो रहा है कि जब कोई सपा उम्मींदवार भाजपा के वोट बैंक (ब्राम्हण) वर्ग में सेंधमारी करता दिखाई दे रहा है।
निवर्तमान मेयर और भाजपा प्रत्याशी प्रमिला पांडेय के नामांकन जुलूस में सोमवार को गुटबाजी साफ-साफ दिखाई दी। प्रमिला पांडेय के नामांकन जुलूस में विधायक सुरेंद्र मैथानी, महेश त्रिवेदी, अरुण पाठक, पूर्व विधायक रघुनंदन सिंह भदौरिया, बिठूर विधायक अभिजीत सांग तो पूरे समय मौजूद रहे लेकिन शहर के सांसद सत्यदेव पचौरी, उनके समर्थकों के बड़े खेमें ने नामांकन जुलूस से दूरी बनाए रक्खी। गौरतलब है कि अंतिम समय में सत्यदेव पचौरी की बेटी नीतू सिंह का टिकट काटकर हाईकमान ने प्रमिला पांडेय पर विश्वास जताते हुए उनको फिर से प्रत्याशी घोषित कर दिया। नामांकन कराने से पहले प्रमिला पांडेय बाबा आनंदेश्वर मंदिर पहुंचकर आशीर्वाद लेना नहीं भूलीं।
Post A Comment:
0 comments: