- Holi से 24 घंटा पहले ही अनंत देव को मिला STF का अतिरिक्त चार्ज
- Social Media पर अनंत देव को लेकर तमाम तरह की चर्चाएं हो रही
- पाठा के जंगलों में ददुआ और ठोकिया जैसे दुर्दांत डाकुओं को ढेर कर चुके हैं अनंत देव
- Kanpur के बिकरू कांड में उनकी भूमिका को लेकर उठी थी अंगुलियां
- माफिया डॉन अतीक अहमद को गुजरात से जल्द लाने की भी अटकलें
Yogesh Tripathi
इलाहाबादी डॉन अतीक अहमद के दिल की धड़कने और छटपटाहट यूं ही नहीं बढ़ी हुई हैं। Social Media पर चर्चा है कि अतीक को गुजरात के साबरमती सेंट्रल जेल से लाए जाने की जिम्मेदारी एक ऐसे IPS Officer के कंधों पर डाली गई है, जिसने अनेक दुर्दांत दस्यु डकैतों को Encounter के दौरान "काल के गाल" में डाल दिया। 100 से अधिक Encounter उनके खाते में दर्ज हैं। वर्ष 2017 में वह देश के Top Five एनकाउंटर स्पेशलिस्ट में भी शामिल रहे लेकिन Kanpur में Bikru Case के खलनायक विकास दुबे ने उनके चमकते रेकार्ड को धूमिल कर दिया गया था। उन पर तमाम तरह की अंगुलियां तब उठी थीं लेकिन अब वही अनंत देव अतीक अहमद को लाने जा रहे हैं।
क्राइम की दुनिया से लेकर सोशल मीडिया में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पहला यह कि अतीक अहमद साबरमती सेंट्रल जेल से सुरक्षित Uttar Pradesh आएगा या फिर रास्ते में उसे छुड़ाने का प्रयास किया जाएगा..? अतीक भागने का प्रयास करेगा या फिर अचानक पुलिस टीम पर हमला होगा...? इसी के साथ डॉन अतीक के आतंक का हमेशा के लिए अंत हो जाएगा...? या फिर अतीक को ऐसी सजा दी जाएगी कि वह पूरी जिंदगी हर पल अपनों के लिए तड़पे...? संभावनाएं और कयासबाजी कई तरह की हैं लेकिन इसके साथ कुछ लोगों का यह भी मानाना है कि यदि ऐसा होता है तो समझिए कि खाकी के "अनंत" दाग भी धुल जाएंगे।
उधर देर रात शासन ने Umesh Pal Murder Case में आरोपित अतीक के बेटे असद समेत पांच शूटरों के सिर पर इनाम की राशि बढ़ाकर 5-5 लाख ₹ कर दी है। इनाम की राशि बढ़ाने के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि STF किसी भी समय अतीक अहमद का "मिडिल स्टंप" गिरा सकती है।
अनंत देव 2006 में PPS से प्रमोट होकर IPS Officer बने। उसके बाद उन्होंने STF के तत्कालीन SP/SSP अमिताभ यश की अगुवाई में दस्यु सम्राट ददुआ और अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया जैसे दुर्दांत डाकुओं को Encounter में ढ़ेर कर दिया। लंबे समय तक SSP Kanpur भी रहे। उसके बाद वर्ष 2020 में जब वह STF (DIG) थे तो उसी समय चौबेपुर थाना एरिया में गैंगस्टर विकास दुबे ने बिल्हौर सीओ Devendra Mishra समेत करीब आधा दर्जन से अधिक पुलिस वालों की दबिश के दौरान घेराबंदी कर उनकी हत्या कर दी। शहीद सीओ का एक पत्र और Bikru Case के अभियुक्तों के साथ वाली फोटो सोशल मीडिया पर Viral हुई तो अनतदेव को शासन ने देर किए बगैर STF (DIG) के पद से हटा दिया। अनंत देव को इस केस में जांच का सामना करना पड़ा। अभी कुछ दिन पहले शासन ने उनको DIG (GRP) की जिम्मेदारी सौंपी है।
गौरतलब है कि Uttar Pradesh के प्रयागराज में Umesh Pal और उनके दो अंगरक्षकों की हत्या के बाद FIR में बाहुबली माफिया डॉन अतीक अहमद, उसकी बीवी और बच्चों का नाम रजिस्टर्ड होने के बाद शासन-प्रशासन ने चारो तरफ से शिकंजा कस रक्खा है। हत्याकांड में शामिल असद के ड्राइवर और एक अन्य शूटर को प्रयागराज पुलिस मुठभेड़ में ढेर कर चुकी है। बांदा में अतीक के "हमदर्द" जफर अहमद और उसके बहनों के घर पुलिस और खुफिया की टीमें निगाहबनी के साथ कई बार पूछताछ कर चुकी हैं। लेकिन तमाम कवायदाों के बाद भी असद का सुराग नहीं मिला। लखनऊ के फ्लैट से STF को असद का IPhone मिला है। उससे भी तमाम जानकारियां STF के हाथ लगी हैं। STF के ADG अमिताभ यश की अगुवाई में कई टीमें अतीक गैंग के शार्प शूटरों की तलाश कर रही हैं। यूपी और आसपास के राज्यों के साथ-साथ STF की एक टीम नेपाल भी छापेमारी के लिए पहुंची। काठमांडू समेत कई जगहों पर दबिश दी गई लेकिन असद का सुराग नहीं मिला।
इधर अनंत देव को STF का अतिरिक्त चार्ज मिलते ही अटकलों का दौर शुरु हो गया। Social Media पर चर्चा है कि अनंत देव को रणनीति के तहत गुजरात की साबरमती जेल अतीक से पूछताछ और उसको Uttar Pradesh लाए जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। Media Report's की मानें तो STF की टीम संडे को गुजरात के अहदमदाबाद पहुंची है। Monday को एक बड़े Officer ने "वन टू वन" अतीक से पूछताछ की। प्रयागराज में पकड़े गए अतीक के करीबी सुधांशु त्रिपाठी उर्फ बल्ली पंडित को लेकर भी अतीक से पूछताछ की गई। कयास लगाए जा रहे हैं कि पूछताछ के दौरान कई तरह से अतीक के मनोबल को तोड़ने का भी प्रयास किया गया ताकि वह अपने बेटे और असद के बारे में सटीक जानकारी दे दे। माना जा रहा है कि पूछताछ अभी अगले कुछ घंटों और की जाएगी। इसके बाद अतीक को साबरमती जेल से यूपी लाने की कवायद Start होगी।
वहीं www.redeyestimes.com (News Portal) को गुजरात के स्थानीय सीनियर जर्नलिस्ट ने बताया है कि उनसे जेलर की लगातार बातचीत हो रही है लेकिन अभी तक उन्होंने UPSTF के पहुंचने की बात से साफ इनकार किया है। यहां तक की जेलर ने पत्रकार से यह भी कहा कि अभी तक उन्हें किसी भी प्रकार की सूचना, मैसेज या फिर ईमेल नहीं मिला है।
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