- अध्यक्ष, महामंत्री समेत कई पदों के लिए 68 प्रत्याशियों ने कराया नामांकन
- 7 अक्तूबर तक पर्चा वापसी कर सकेंगे लायर्स एसोशिएशन के प्रत्याशी
- 18 अक्तूबर को प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे अधिवक्ता
- अध्यक्ष और महामंत्री पद के लिए "चुनावी रणभूमि" में कई दिग्गज
- शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने कसी कमर
- खुफिया इकाइयां भी लायर्स चुनाव के मद्देनजर कर रही हैं "निगाहबनी"
Yogesh Tripathi
नामांकन प्रक्रिया के खत्म होते ही लायर्स एसोशिएशन (कानपुर) का चुनावी "महासंग्राम" अचानक गर्मा गया है। प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए समर्थक और "मठाधीश" अब खुलकर मैदान में आ गए हैं। पांव छूने और प्रणाम करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। देर रात्रि तक प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं की चौखट पर भी दस्तक दे रहे हैं। कसमों और वादों की दुहाई दी और ली जा रही है। Monday को नामांकन प्रक्रिया का अंतिम दिन था। कई दिग्गजों ने अंतिम दिन नारेबाजी के बीच प्रत्याशिता का पर्चा भरकर चुनावी लड़ाई को और रोचक बना दिया। 7 अक्तूबर पर्चा वापसी की तारीख मुकर्रर है। 18 अक्तूबर को हजारों अधिवक्ता मतदाता अपने प्रत्याशियों के लिए वोट की चोट करेंगे।
उधर, लायर्स चुनाव के मद्देनजर खुफिया इकाइयां भी Alert हो गई हैं। पुरानी हिंसक वारदातों को देखते हुए खुफिया इकाइयां "पैनी निगाहबनी" कर रही हैं, ताकि मतदान और उससे पहले किसी तरह की अशांति न फैल सके। जिला प्रशासन ने भी लायर्स चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए कमर कसनी शुरु कर दी है।
एक बड़े अधिकारी की मानें तो भारी पुलिस बल की मौजूदगी में ही लायर्स के चुनाव होंगे। जिला प्रशासन बार चुनाव से पहले कचहरी परिसर में गोली लगने से मरे अधिवक्ता के मामले को भूला नहीं है। एल्डर्स कमेटी ने दो टूक शब्दों में कह दिया है कि चुनाव आचार संहिता का पालन न करने वाले प्रत्याशियों की प्रत्याशिता रद्द कर दी जाएगी। सभी को कचहरी परिसर से बैनर, होर्डिंग और पोस्टर हटाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
लायर्स के 20 पदों की कार्यकारिणी के लिए अंतिम दिन तक 68 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन दाखिल किया। सबसे दिलचस्प मुकाबाल महामंत्री के पद पर है। चुनावी चर्चा ये है कि महामंत्री पद पर त्रिकोणीय मुकाबाला देखने को मिल सकता है। जबकि अध्यक्ष पद पर चुनावी पंडित सीधी फाइट बता रहे हैं।
अंतिम दिन महामंत्री पद पर डीसी ऑफ लॉ कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष राजीव यादव ने भी समर्थकों के साथ पर्चा भरा। राजीव यादव के नामांकन में जुलूस में वरिष्ठ अधिवक्ता संतोष शुक्ला, सुरेंद्र यादव, भारी नाथ शर्मा, जितेंद्र नारायण त्रिपाठी, रविकांत पांडेय, ब्रजेश प्रजापति, नरेंद्र मिश्रा, दीपक शुक्ला और डीसी लॉ कालेज के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर यादव, शिवाकांत दीक्षित, धीरेंद्र उत्तम, अजय कश्यप, कुलदीप यादव, अनूप अग्रवाल, अमित अग्रवाल, अमित अग्रवाल, रमाशंकर गुप्ता उर्फ रामा, ब्रजेंद्र दिवेदी और सुरेंद्र यादव समेत कई अधिवक्ता प्रमुख रूप से मौजूद रहे। नामांकन जुलूस में महिला अधिवक्ताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
महामंत्री पद पर शरद शुक्ला और अजय प्रकाश अग्निहोत्री समेत नौ लोगों ने पर्चा भरा है। जबकि अध्यक्ष पद के लिए सुरेंद्र पांडेय, रवींद्र शर्मा, राम ओंकार विश्वकर्मा, रमेशचंद्र वर्मा और श्याम नारायण सिंह ने नामांकन कराया है। श्याम नारायण सिंह पूर्व में वरिष्ठ उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
इसी तरह वरिष्ठ उपाध्यक्ष के लिए हर्ष कुमार, देव नारायण दिवेदी, सर्वेंद्र यादव, सुधीर अवस्थी और रमाकांत मिश्रा ने पर्चा भरा। जबकि कनिष्ठ उपाध्यक्ष के लिए विवेक मेहरोत्रा, ब्रजनारायण निषाद, संजीव तिवारी, चंदन पांडेय, अमितेश सिंह सेंगर और संजीव शर्मा ने अपना नामांकन कराया। कोषाध्यक्ष पद के लिए अनीता पांडेय, अजय प्रताप सिंह गौतम, नरेंद्र नाथ, राकेश प्रसाद शाहू और विकास शुक्ला समेत 6 लोगों ने नामांकन कराया।
संयुक्त मंत्री प्रशासन के लिए आशीष पांडेय, संतोष धीवान, दीपा जायसवाल, नीतीश मिश्रा, रवींद्र भूषण, संतोष यादव, मनीष कुरील, ने पर्चा भरा। वहीं संयुक्त मंत्री प्रकाशन के लिए मधुर शाहू, आकाश तिवारी और आलोक दुबे ने नामांकन कराया। संयुक्त मंत्री पुस्तकालय के पद पर उमेश सिंह कुशवाहा, अचल सिंह यादव, प्रदीप नारायण, अनुज मिश्रा, भगवत दास, मुकेश तिवारी, राजेश सिंह परिहार, सचिन अवस्थी ने पर्चा भरा।
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