- श्रीआनंदेश्वर मंदिर और बाबा घाट पुलिस की छावनी में तब्दील
- व्हीलचेयर पर महंत के पार्थिव शरीर को श्रीआनंदेश्वर मंदिर में ले जाया गया
- जूना अखाड़े के साधु-संतों ने अंतिम संस्कार की प्रक्रिया आरंभ की
- श्यामगिरी के चेलों को श्रीआनंदेश्वर मंदिर के आसपास फटकने भी नहीं दिया गया
ब्रम्हलीन महंत श्यामगिरी के पार्थिव शरीर को व्हील चेयर पर लेकर श्रीआनंदेश्वर मंदिर परिसर में जाते जूना अखाड़ा के साधु-संत
Yogesh Tripathi
श्रीआनंदेश्वर मंदिर (परमट), कानपुर के ब्रम्हलीन महंत श्यामगिरी महाराज का पार्थिव शरीर Monday की रात्रि करीब 11 बजे Kanpur पहुंचा। एंबुलेंस के जरिए उनके पार्थिव शरीर को लाया गया। व्हील चेयर पर ब्रम्हलीन महंत के पार्थिव शरीर को रखकर श्रीआनंदेश्वर मंदिर परिसर में ले जाया गया। इससे पहले किसी भी बवाल और सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर कानपुर कमिश्नर रेट पुलिस की तरफ से श्रीआनंदेश्वर मंदिर परिसर और बाबा घाट को छावनी में तब्दील कर दिया। श्यामगिरी के शिष्यों को मंदिर परिसर के आसपास तक फटकने नहीं दिया गया। 12 बजे के बाद पार्थिव शरीर को भू-समाधि देने की प्रक्रिया शुरु की जाएगी।
ब्रम्हलीन महंत श्यामगिरी का पार्थिव शरीर
गौरतलब है कि दो दिन पहले श्याम गिरि की देहरादून के एक अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को सबसे पहले हरिद्वार स्थित श्रीजूना अखाड़ा ले जाया गया था। यहां पर साधु-संतों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उसके बाद श्यामगिरी के पार्थिव शरीर को एबुंलेंस के जरिए Kanpur लाया गया। पार्थिव शरीर के साथ श्यामगिरी का नाती राहुल और श्रीजूना अखाड़ा के साधु-संत ही मौजूद रहे। www.redeyestimes.com (News Portal) महंत के ब्रम्हलीन होने की खबर सबसे पहले प्रकाशित करते हुए श्रीआनंदेश्वर मंदिर में जूना अखाड़ा और श्यामगिरी के शिष्यों के बीच चल रही पुरानी "महाभारत" को भी प्रमुखता से प्रकाशित किया। News Portal की खबर को संज्ञान में लेते हुए पुलिस के आला अफसरों ने पूरे हालात समझा और सुरक्षा व्यवस्था को चौकस कर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी ताकि किसी भी प्रकार के टकराव को टाला जा सके।
श्रीआनंदेश्वर मंदिर के बाहर मौजूद भारी पुलिस बल
इस बीच जैसे ही सूचना मिली कि श्यामगिरी का पार्थिव शरीर श्रीआनंदेश्वर मंदिर पहुंचने वाला है। जिला पुलिस और प्रशासन के अफसरों ने तत्काल सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल की तैनाती मंदिर परिसर के आसपास पुख्ता कर दी। पार्थिव शरीर व्हील चेयर से श्रीआनंदेश्वर महाराज के दरबार में ले जाया गया। वहां दर्शन कराने के बाद उनके पार्थिव शरीर को गंगा दर्शन को घाट ले जाया गया। उसके बाद एंबुलेंस से सिविल लाइंस स्थित बाबा घाट ले जाया गया। यहां पर शव आश्रम में अंतिम दर्शन को रखा गया। ब्रम्हलीन महंत के पार्थिव शरीर पहुंचने की सूचना मिलते ही भक्त उनके अंतिम दर्शन के लिए पहुंचने लगे। जूना अखाड़ा की तरफ से बताया जा रहा है कि वैदिक मंत्रोच्चार के साथ दोपहर बाद ब्रम्हलीन महंत को भू-समाधि दी जाएगी। इस दौरान श्रीआनंदेश्वर मंदिर के पट सोमवार तक बंद रक्खा गया है।
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