Fatehpur जनपद में रहता है आतंकी हबीबुल इस्लाम (सैफुल्लाह) का परिवार
फतेहपुर से लेकर कानपुर पहुंची ATS ने पूछताछ के बाद किया Arrest
Social Media के जरिए पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हैंडलर्स के संपर्क में था हबीबुल
हबीबुल के आका नदीम को कल सहारनपुर में Arrest कर चुकी थी ATS
TTP & JEM से Connect नदीम बना रहा था भारत में फिदायनी हमले का "ब्लूप्रिंट"
Yogesh Tripathi
Uttar Pradesh की Anti Terririst Squad (ATS) के हाथ बड़ी सफलती लगी है। ATS की टीम ने Pakistan के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मुहम्मद से गहरा ताल्लुक रखने वाले हबीबुल इस्लाम उर्फ़ सैफुल्लाह नाम के आतंकवादी को Kanpur में पूछताछ के बाद Arrest कर लिया। ATS की टीम हबीबुल को फतेहपुर जनपद से पकड़ने के बाद कानपुर लेकर पहुंची थी। पकड़ा गया आतंकवादी हबीबुल सिर्फ 19 साल का है। ATS के मुताबिक हबीबुल के पिता फ़तेहपुर के मदरसा इस्लामिया में पढ़ाते हैं। हबीबुल चार भाइयों में तीसरे नंबर का है। हबीबुल इस्लाम का पूरावार फ़तेहपुर में रहता है। हबीबुल इस्लाम मूलरूप से Bihar के मोतिहारी का निवासी है। हबीबुल Virtual IDs बनाने का Expert है।
ATS Officer's की मानें तो हबीबुल कल सहारनपुर में Arrest किए गए अपने "आका" नदीम के संपर्क में रहता था। सहारनपुर में पकड़ा गया नदीम वर्ष 2018 से तहरीक-ए-तालिबान और जैश-ए-मुहम्मद समेत तमाम पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के आतंकी कमांडरों से Facebook, WhatsApp, Instagram, IMO, Telegram, Club House, Messaged आदि Social Media App के जरिए बराबर संपर्क में था। नदीम के पास से जो Mobile मिला है, उससे ATS को पता चला है कि वह लगातार Pakistan & Afghanistan के आतंकियों से Voice Message के जरिए चैटिंग भी कर रहा था।
नदीम ने इन आतंकियों को करीब 30 से अधिक Virtual Number, Virtual Social Media IDs उपलब्ध कराए गए हैं। अभी तक की पूछताछ में नदीम ने ATS को बताया कि Pakistan & Afghanistan के आतंकी संगठन उसे विशेष ट्रेनिंग देने के लिए बुला रहे थे। वीजा लेकर वह Pakistan जाना की कवायद भी कर रहा था। बकौल नदीम मिस्र देश के जरिए उसकी सीरिया और अफगानिस्तान जाने की भी योजना थी।
तहरीक-ए-तालिबान-ए-पाकिस्तान (TTP) के आतंकी सैफुल्ला (पाकिस्तानी) द्वारा मुहम्मद नदीम को फिदायीन हमले के लिए तैयार करने के लिए Explosive Course Fidae Force का प्रशिक्षण साहित्य और सोशल मीडिया के माध्यम से नदीम ने कराया गया। अध्यययनके बाद नदीम इससे सम्बंधित सामग्री को इकठ्ठा करने की फ़िराक में था। जिससे वह किसी सरकारी भवन अथवा पुलिस परिसर पर फिदायीन हमला कर सके।
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