- उपद्रवियों की संपत्ति जब्त और धव्स्त की जाएगी
- 12 कंपनी PAC के साथ कई Officer's भी भेजे गए
- उपद्रवियों के साथ-साथ षडयंत्रकारियों पर भी लगेगा गैंगस्टर
- Kanpur के तनावपूर्ण हालात पर UP Police ने नियंत्रण पाया
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार |
Yogesh Tripathi
जुमा की नमाज के बाद अतिसंवेदनशील Kanpur City में भड़की "हिंसा की चिंगारी" के मामले को शासन ने काफी गंभीरता से लिया है। उपद्रव करने वाले अमन-चैन के दुश्मनों से पुलिस सख्ती से पेश आएगी। Video & CCTV फुटेज के जरिए उपद्रवियों को चिन्हित करने का काम जारी है। अब तक 18 उपद्रवियों को Kanpur Police Arrest कर चुकी है। हालात पर पूरी तरह से UP Police का नियंत्रण है। सुरक्षा के मद्देनजर 12 कंपनी PAC की तैनाती के साथ-साथ अतिरिक्त सुरक्षाबलों की भी तैनाती की गई है। कई तेज तर्रार पुलिस अफसरों को भी कानपुर भेजा जा रहा है।
कानपुर के बेकनगंज में मौजूद जिलाधिकारी नेहा शर्मा |
यह बातें Lucknow में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने जारी अपने बयान में कहीं। ADG (L&O) ने कहा कि जो लोग उपद्रव में शामिल रहे हैं। उनकी संपत्तियों को जब्त करने के साथ ध्वस्त भी किया जाएगा। उपद्रवियों के पीछे जो भी षडयंत्रकारी लोग हैं, उनको भी किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। ADG (L&O) ने शहर के संभ्रांत लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह कानून एवं व्यवस्था की शांति बहाली के लिए प्रयास करें। शासन और प्रशासन ने पूरे मामले को बेहद गंभीरता से लिया है।
उपद्रव फैलाने के जुर्म में संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर जाती कानपुर पुलिस
उल्लेखनीय है कि फ्राइडे की दोपहर जुमा की नमाज के बाद मुस्लिम वर्ग के कुछ युवक बेकनगंज के परेड चौराहा से लेकर यतीमखाना चौराहे पर स्थित तमाम बाजारों को जबरन बंद करवा रहे थे। दूसरे वर्ग के युवकों ने विरोध किया। जिसके बाद गाली-गलौज और नारेबाजी शुरु हो गई। देखते ही देखते नई सड़़क के इन एरिया में सैकड़ों की संख्या में युवकों ने ईंट-पत्थर चलाए। शहर का माहौल पूरी तरह से बिगाड़ने के लिए न सिर्फ हवाई फायरिंग की गई बल्कि बमों के धमाके भी किए गए।
पकड़े जाने के दौरान रिहाई के लिए गिड़गिड़ाते रहे संदिग्ध युवक। |
शहर में इतनी बड़ी घटना तब हो गई जब कानपुर देहात में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की मौजूदगी थी। पुलिस के तमाम अफसर और कर्मचारी VVIP की सुरक्षा व्यवस्था में लगे थे, ये बात शायद उपद्रवियों को मालुम थी। यही वजह थी कि आज के दिन ही बाजार बंदी का ऐलान किया गया था। सबसे बड़ा सवाल लोकल इंटेलीजेंस पर भी उठ रहा है ? क्यों कि तमाम VVIP के आवागमन को लेकर इंटेलीजेंस कापी पहले से Active थी लेकिन उसके बाद भी उसे सुरागरशी नहीं मिली। जबकि शहर के बेकनगंज, चमनगंज, कर्नलगंज, बाबूपुरवा जैसे संवेदनशील एरिया में बाजार बंदी को लेकर सुबह से ही पोस्टर चस्पा किए जा रहे थे। मालुम हो कि बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने दो दिन पहले एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान पैगंबर साहब को लेकर कुछ अमर्यादित टिप्पणी की थी। जिसके बाद से मुस्लिम वर्ग में नाराजगी थी और वह बाजारों को बंद करवाकर अपना विरोध दर्ज कराने की मुहिम में जुट गए थे।
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