- गायत्री तिवारी का Voter List में नाम न बढ़ पाने पर चितिंत प्रियंका गांधी ने तैयार किया प्लान-B
- सोमवार रात को ही आनन-फानन में खुशी दुबे की बड़ी बहन Neha Tiwari को चुनाव लड़ाने का दिया "ग्रीन सिग्नल"
- पनकी रतनपुर में ही मां के साथ रहती है खुशी दुबे की बड़ी बहन नेहा तिवारी
- कुछ साल पहले नेहा के पति की हो चुकी है मौत
- कल्याणपुर सीट का पल-पल अपडेट ले रही हैं कांग्रेस महासचिव Priyanka Gandhi
मंगलवार को अपनी मां गायत्री तिवारी के साथ कलेक्ट्रेट परिसर में नामांकन कराने के लिए जाने की तैयारी करतीं खुशी दुबे की बहन नेहा तिवारी। |
Yogesh Tripathi
Congress महासचिव Priyanka Gandhi के Master Stroke से कानपुर की कल्याणपुर विधान सभा अब "हॉट सीट" बन चुकी है। या यूं कहें कि Uttar Pradesh की यह विधान सभा VIP सीट में तब्दील हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) को घेरने के लिए "सियासी चक्रव्यूह" रचा है। प्रियंका गांधी ने प्लान-B के तहत ऐन वक्त पर गायत्री देवी की जगह खुशी दुबे की बड़ी बहन Neha Tiwari पर दांव खेल दिया। समाचार लिखे जाने तक Neha Tiwari अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर में रिटर्निंग ऑफिसर के समक्ष दाखिल कर दिया है। पर्चा गायत्री देवी का भी तैयार किया गया था लेकिन उसे दाखिल नहीं किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक टीम सिंबल लेकर Kanpur पहुंची। इस सिंबल को भी जमा कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि गायत्री देवी का Voter List में नाम न होने की वजह से उनके नामांकन प्रक्रिया और चुनाव लड़ने को लेकर पेंच फंसा था। प्रियंका गांधी के निर्देश पर कांग्रेसी गायत्री का नाम बढ़वाने के लिए जद्दोजहद करते रहे लेकिन "सरकारी मिशनरी" के आगे उन्हें सफलता नहीं मिली।
कल्याणपुर से गायत्री तिवारी का टिकट फाइनल होने के बाद सोमवार शाम तक जब उनका नाम वोटर लिस्ट में नहीं बढ़ सका तो प्रियंका गांधी पल-पल की अपडेट लेने लगीं। देर शाम ही उन्होंने प्लान-B के तहत खुशी दुबे की बड़ी बहन Neha Tiwari को तैयार कराने का निर्देश प्रदेश कांग्रेस कमेटी को जारी कर दिए। आधी रात तक सारी तैयारियां चलती रहीं। इस दौरान प्रियंका बराबर अपडेट लेती रहीं।
कल्याणपुर सीट से नामांकन भरने वाली नेहा तिवारी (खुशी दुबे की बड़ी बहन) |
Priyanka Gandhi के लिए "प्रतिष्ठा" बनी कल्याणपुर सीट
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस नेता गायत्री का नाम वोटर लिस्ट में न बढ़ पाने पर किसी अन्य कार्यकर्ता या नेता को चुनाव लड़ाने का तर्क दे रहे थे लेकिन प्रियंका की फटकार के आगे सभी बैकफुट पर आ गए। प्रियंका सोमवार की शाम को दो टूक शब्दों में कह दिया कि चुनाव गायत्री नहीं तो उनके परिवार का कोई सदस्य ही लड़ेगा। आप सभी जाइए और परिवार के किसी सदस्य को तैयार करिए। प्रियंका के निर्देश के बाद तुरंत एक टीम गायत्री के पास पहुंची और उनकी बड़ी बेटी नेहा तिवारी को चुनाव लड़ाने के लिए राजी किया। इस प्लान को बेहद गोपनीय रक्खा गया था। ताकि सरकारी मिशनरी की तरफ से कोई गड़बड़ी न हो सके।
मंगलवार सुबह गायत्री तिवारी के साथ-साथ नेहा का नामांकन पत्र भी अधिवक्ता दुर्गेश मणि तिवारी ने तैयार करवा दिया। दुर्गेश मणि तिवारी पहले व्यक्ति हैं जो खुशी दुबे के जेल जाने के बाद लगातार उनके परिवार की न सिर्फ मदद कर रहे हैं बल्कि खुशी की रिहाई के लिए लगातार सोशल मीडिया पर अभियान भी चला रहे हैं। दुर्गेश की ही पहल रही कि खुशी दुबे की मां गायत्री चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुईं। www.redeyestimes.com (News Portal) के सूत्रों की मानें तो नेहा तिवारी के पति की मौत हो चुकी है। वह पनकी रतनपुर में अपनी मां के साथ लंबे समय से रह रही हैं। ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुकी Neha Tiwari के दो छोटे बच्चे हैं।
क्या कहते हैं राजनीतिक पंडित...???
ऐन वक्त पर कांग्रेस महासचिव Priyanka Gandh के मॉस्टर स्ट्रोक से कल्याणपुर सीट अब VIP सीट बन चुकी है। राजनीति के जानकारों की मानें तो योगी सरकार की राज्यमंत्री और भाजपा प्रत्याशी नीलिमा कटियार के लिए अब राह आसान नहीं होगी। ब्राम्हण वर्ग के साथ-साथ यदि सहानुभूति भरा वोट नेहा तिवारी को मिल गया तो चुनाव का परिणाम बेहद दिलच्सप होगा। हालांकि अभी तक इस सीट पर चुनावी रेस में सपा के सतीश निगम आगे चल रहे हैं। जानकारों का कहना है कि यदि प्रियंका ने इस सीट पर एक-दो दिन प्रचार कर दिया तो पूरा चुनाव कांग्रेस बना सपा हो जाएगा। जानकारों की मानें तो कल्याणपुर विधान सभा के आसपास शिवराजपुर, शिवली, बिठूर समेत कई एरिया आते हैं। जहां से निश्चित तौर पर सहानुभूति की लहर Neha Twati के पक्ष में बनेगी। यह बेल्ट ब्राम्हण बाहुल मानी जाती है। कल्याणपुर विधान सभा में वैसे भी ब्राम्हण मतदाता खासी तादात में हैं।
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