- Bikru Case से जुड़े दो परिवारों से भी हो चुकी है बातचीत
- बिठूर और अकबरपुर-रनिया सीट के बीच फंसा है पेंच
- खुशी दुबे की मां के भी संपर्क बनाए हुए है Congress
- गोविंदनगर सीट से Karishma Thakur का नाम करीब-करीब Final
- सीसामऊ से हरप्रकाश और कल्याणपुर से शैलेंद्र के नाम पर “मंथन”
Karishma Thakur & Har Prakash Agnihotri |
Yogesh Tripathi
Kanpur की सियासत नित नए करवट बदल रही है। पहले लग रहा था कि Samazwadi Party सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) गठबंधन पर भारी पड़ रही है लेकिन अचानक अभी तक यहां तीसरे नंबर पर बताई जाने वाली Congress के तेवर तीखे होने लगे हैं। Priyanka Gandhi की महिलाओं के संग सक्रियता के साथ-साथ यहां की सीटों पर प्रत्याशियों के चयन को लेकर जो खबरें मिल रही हैं। उससे BJP समेत Samazwadi Party गठबंधन की भी नींद उड़ती दिखाई आ रही है। चर्चा ये भी है कि भाजपा से नाराज ब्राम्हणों को अपनी ओर खींचने के लिए Congress बिकरू कांड के बाद कथित रूप से Encounter में मारे गए विकास दुबे की पत्नी ऋचा दुबे और जेल में बंद खुशी दुबे की मां को टिकट देने पर “मंथन” कर रही है।
www.redeyestimes.com (News Portal) को मिली जानकारी के
मुताबिक Congress के शीर्ष नेतृत्व के सिग्नल पर लोकल नेता बराबर संपर्क में बने हुए
हैं। तीन चक्र की बातचीत के बाद भी बिठूर और अकबरपुर-रनिया विधान सभा सीट को लेकर
पेंच फंसा नजर आ रहा है। Uttar Pradesh Congress की एक टीम को आज दोपहर इस बाबत फाइनल मुहर
लगाने के लिए पहुंचना भी था लेकिन शाम तक टीम नहीं पहुंची। यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा
तो मतदान होने तक Kanpur में “सियासी पंडितों” की “गणित” कई विधान सभा की सीटों पर Fail भी हो सकती है और
बेहद चौंकाने वाले परिणाम सामने आ सकते हैं। गौरतलब है कि Congress पहली लिस्ट में
किदवईनगर से पूर्व विधायक अजय कपूर, कैंट से वर्तमान विधायक सोहैल अंसारी और
आर्यनगर सीट पर प्रमोद जायसवाल का नाम पहले ही Final कर चुकी है। माना जा रहा है कि आज शाम या फिर कल तक कांग्रेस की अगली लिस्ट जारी हो सकती है।
करिश्मा ठाकुर को शीर्ष नेतृत्व गोविंदनगर सीट से ही प्रत्याशी घोषित करने का मूड पूरी तरह से बना चुका है। करिश्मा 2019 के उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी थीं। बीजेपी के सुरेंद्र मैथानी से वह चुनाव हार गई लेकिन उसके बाद भी वह बराबर गोविंदनगर विधान सभा एरिया में मेहनत करती रहीं। यही वजह है कि हाईकमान उनकी दावेदारी को नजरअंदाज नहीं कर पा रहा है। हालांकि कांग्रेस के एक दिग्गज अपने करीबी को टिकट दिलाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाए हुए हैं। लेकिन Portal के सूत्रों का कहना है कि करिश्मा की टिकट करीब-करीब पक्की है। अब देखना यह है कि ऊंट किस करवट बैठता है...? गोविंदनगर से कई अन्य नेताओं ने भी प्रत्याशिता को लेकर दावेदारी कर रक्खी है लेकिन नेतृत्व करिश्मा के नाम पर गंभीर है।
इसी तरह से सीसामऊ विधान सभा की सीट पर कई दावेदारों ने अपना दावा पेश कर रक्खा है लेकिन पिछले 24 घंटे के दौरान जो "समीकरण" बदले हैं, उसमें हरप्रकाश अग्निहोत्री रेस में आगे खड़े दिखाई दे रहे हैं। दावा हाजी सोहैल और हाजी वसी का भी कमजोर नहीं है लेकिन विधान सभा के “समीकरण” और शीर्ष नेतृत्व के आपसी “समीकरण” में हरप्रकाश अग्निहोत्री बिल्कुल मुफीद बैठ रहे हैं।
गोविंदनगर से दावेदारी पेश कर रहे दक्षिण जिलाध्यक्ष शैलेंद्र दीक्षित
को लेकर चर्चा है कि यदि सबकुछ ठीक-ठाक रहा तो Congress का शीर्ष नेतृत्व उन्हें कल्याणपुर से
टिकट दे सकता है। वैसे शैलेंद्र 2012 के विधान सभा चुनाव में गोविंदनगर से
कांग्रेस प्रत्याशी रह चुके हैं। तब उन्हें सत्यदेव पचौरी ने भारी मतों के अंतर से
चुनाव में हरा दिया था।
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