- चकेरी थाना एरिया के “छप्पन भोग” चौराहे पर आग का गोला बना अधेड़
- शरीर पर पेट्रोल छिड़कने के बाद अधेड़ ने खुद को आग के हवाले किया
- मौका-ए-वारदात पर मौजूद सैकड़ों की भीड़ जान बचाने के बजाय बनाती रही Video
- उपचार के दौरान अधेड़ की LLR Hospital में मौत, परिवार में मातम
- प्लाट पर कब्जा होने से दुःखी थे, शिकायत के बाद पुलिस ने नहीं की कार्रवाई
Yogesh Tripathi
Uttar Pradesh के Kabnpur जनपद में संडे की सुबह चकेरी थाना एरिया के श्यामनगर स्थित “छप्पन भोग” चौराहे पर उस समय हड़कंप मच गया जब एक अधेड़ ने शरीर पर पेट्रोल छिड़कने के बाद खुद को आग के हवाले कर दिय। आग की लपटों में घिरने के बाद अधेड़ जान बचाने के लिए काफी देर तक इधर-उधर भागा। सैकड़ों की भीड़ Video बनाने में मशगूल रही लेकिन मदद के लिए कोई नहीं पहुंचा। कुछ लोगों ने किसी तरह आग बुझाकर सूचना पुलिस को दी। मौका-ए-वारदात पर पहुंची पुलिस ने गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति को इलाज के लिए LLR (Hospital) में भर्ती कराया, जहां देर शाम उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि बिधनू में चार साल पहले खरीदे गए प्लाट पर दबंग ने कब्जा कर लिया। जिसकी शिकायत मृतक ने पुलिस से की थी लेकिन कार्रवाई के बजाय पुलिस ने उल्टा दबाव बनाया। जिसकी वजह से मृतक ईश्वरचंद्र दीक्षित (55) डिप्रेशन में थे।
पत्नी रानी के साथ ईश्वरचंद्र दीक्षित (55) : फाइल फोटो
ईश्वर चंद्र दीक्षित (55) पत्नी और बच्चों के साथ करीब चार साल से चकेरी के श्यामनगर स्थित चाणक्यपुरी निवासी राधेश्याम तिवारी के मकान में किराए पर रह रहे थे। ईश्वरचंद्र के परिवार में पत्नी रानी और तीन बेटियां आदिति, भूमिका और वेदिका हैं। बड़ी बेटी आदिति नोएडा में सर्विस करती है। जबकि भूमिका और वेदिका B.Tech की पढ़ाई कर रही हैं। परिजनों के मुताबिक वर्ष 2017 में बिधनू के गंगापुर कालोनी में 200 वर्ग का प्लाट पिता ने सुनीता वर्मा नाम की महिला से खरीदा था।
शुक्रवार को दशहरा के पूरा परिवार पूजन करने और बाउंड्री वॉल की नींव रखवाने के लिए प्लाट पर पहुंचा था। परिजनों का आरोप है कि वहां पर घनश्याम सिंह गौड़ नाम का दबंग व्यक्ति पुलिस लेकर पहुंचा और प्लाट पर दावा करने लगा। विवाद बढ़ने पर ईश्वरचंद्र ने श्यामनगर चौकी और बिधनू थाने की पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस की तरफ से कार्रवाई न होने पर ईश्वरचंद्र डिप्रेशन में आ गए।
घर पर मौजूद बेटियां भूमिका और वेदिका।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक संडे की सुबह
ईश्वरचंद्र छप्पन भोग चौराहे पर पहुंचे। उनके हाथ में एक बोतल थी, जिसमें पेट्रोल
भरा था। लोग कुछ समझ पाते ईश्वरचंद्र ने बोतल में भरा पेट्रोल शरीर पर उड़ेल लिया।
इसके बाद उन्होंने आग लगा ली। शरीर पर आग लगते ही वह पल भर में आग का गोला बन गए। जान
बचाने के लिए ईश्वरचंद्र काफी देर तक इधर-उधर भागे लेकिन वहां मौजूद भीड़ में कोई
व्यक्ति उनकी जान बचाने के लिए आगे नहीं आया। तमाशबीन बने लोग मोबाइल से वीडियो
बनाते रहे। इस बीच कुछ युवकों ने किसी तरह आग बुझाने के बाद चकेरी पुलिस को सूचना
दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन में ईश्वरचंद्र को गंभीर हालत में हैलट
अस्पताल पहुंचाया। देर शाम उपचार के दौरान ईश्वरचंद्र की मौत हो गई।
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