RTI Activist और अधिवक्ता सौरभ भदौरिया की शिकायत पर शासन ने की कार्रवाई
डीजीपी मुख्यालय से शासन ने किया सीनियर आइपीएस को अटैच
IPS Officer हरिराम शर्मा को एडीजी एंटी करप्शन का चार्ज मिला
Yogesh Tripathi
लंबे समय से Uttar Pradesh के एंटी करप्शन विभाग में ADG के पद पर तैनात रहे सीनियर आइपीएस अफसर जकी अहमद को तीन
दिन पहले हटा दिया गया। यह कार्रवाई गृह विभाग ने Kanpur के चर्चित अधिवक्ता और RTI Activist सौरभ भदौरिया की तमाम शिकायतों पर की गई जांच के बाद की। जकी अहमद
पर एक वर्ग के कई दर्जन पुलिस कर्मियों को बेवजह प्रताड़ित करने का संगीन इल्जाम
है। उनको फिलहाल पुलिस मुख्यालय में अटैच किया गया है। उनकी जगह चर्चित IPS Officer’s हरिराम शर्मा को अतिरिक्त चार्ज दिया गया है। हरिराम
शर्मा फिलहाल अपर पुलिस महानिदेशक, अध्यक्ष एवं एमडी आवास निगम लखनऊ के पद पर हैं।सौरभ भदौरिया (Advocate & RTI Activist)
अधिवक्ता सौरभ भदौरिया का कहना है कि उन्होंने जकी अहमद की कई शिकायतें केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) और ED में भी की है। गृह विभाग को शपथ पत्र देकर उन्होंने तमाम सबूतों के साथ जकी अहमद की शिकायत की थी। जिसकी जांच शासन ने अपने स्तर से करवाई। जांच में सभी आरोप सत्य पाए गए थे। जिसके बाद उन्हें तत्काल एंटी करप्शन से हटाकर डीजीपी मुख्यालय में अटैच कर दिया गया।
सौरभ भदौरिया का आरोप है कि अब तक एक वर्ग के करीब पांच दर्जन पुलिस कर्मियों को प्रताड़ित किया गया। किसी की जांच नहीं पूरी की गई तो ऐसे भी पुलिस कर्मी हैं जिनकी मौत के बाद उनके परिजनों को मृतक आश्रित कोटे में नौकरी तक मयस्सर नहीं हुई। आरोप है कि इन लोगों की तमाम जांचों को प्रभावित कर अब तक रोके रखे गया है। तमाम पुलिस कर्मियों के खिलाफ फर्जी नाम और पते से शिकायतें करवाने के बाद उनको सामाजिक और मानसिक ढंग से प्रताड़ित किया गया। सौरभ भदौरिया का आरोप है कि एक वर्ग के 23 पुलिस कर्मियों के खिलाफ पुख्ता सबूत होने के बाद भी उनके खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं की गई।
सौरभ भदौरिया का आरोप है कि जल्द ही शासन विजलेंस जांच भी शुरु करवा सकता है। आरोप है कि सरकार की तरफ से मिलने वाले सरकारी फॉलोवर का भी सीनियर अफसर की तरफ से दुरुपयोग कारोबार में किया गया। जिसकी तमाम फोटो के साथ उन्होंने शासन और गृह विभाग को सौंपे हैं।
सौरभ भदौरिया का आरोप है कि तमाम बेनामी संपत्तियों का ब्यौरा भी उन्होंने जांच एजेंसियों को सौंपा है। जिनकी जांच शुरु हो चुकी है। आरोप है कि यूपी के कई जनपदों में तैनाती के दौरान कई बेशकीमती संपत्तियां उन्होंने अर्जित की हैं। सौरभ भदौरिया का आरोप है कि पुलिस कर्मियों को प्रताड़ित करने में एक और IPS Officer की अहम भूमिका रही। यह अफसर सीनियर अफसर जकी अहमद के निर्देश पर ही कार्य करते रहे हैं। सौरभ का आरोप है कि आगे की जांचों में अभी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
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