- गाड़ी में बनाए गए कैविटी में रखकर लाई जा रही थी तस्करी की शराब
- नई दिल्ली के गुप्ता इंटरप्राइजेट के नाम से काटी गई थी फर्जी बिल्टी
- STF ने मौके पर गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया
- शराब बंदी वाले प्रदेशों में बड़े पैमाने पर हो रही है हरियाणा के शराब की खपत
UPSTF Team के हत्थे चढ़े शराब तस्कर गिरोह के संदीप गौरव और बाबू खां।
Yogesh Tripathi
हरियाणा में निर्मित शराब की Uttar Pradesh समेत कई प्रांतों में लंबे समय से चोरी छिपे खेप पहुंचाने वाले गिरोह का UPSTF (Lucknow Unit) ने काशी की नगरी (वाराणसी) में भंडाफोड़ कर दिया। STF ने जनसा थाना पुलिस के सहयोग से लाखों रुपए के कीमत की शराब बरामद करने के साथ गिरोह के दो सदस्यों को Arrest कर लिया। दोनों से STF पूछताछ कर रही है। बरामद शराब को अशोका लीलैंड के लोडर में बनाई गई एक कैविटी के अंदर रखकर ले जाया जा रहा था।
UPSTF के Officer घनश्याम यादव के मुताबिक बरामद शराब हरियाणा निर्मित अंग्रेजी ब्रांड इंपीरियल ब्लू, एमसी मैकडॉवेल नंबर-1 है। यदि यह शराब मार्केट में बिक्री के लिए पहुंच जाती तो UPGovernment को करोड़ो रुपए के राजस्व की हानि होती। गिरोह के लोग शराब लदे वाहन में जो ड्राइवर रखते हैं वो जवान व्यक्ति होता है। लेकिन बगल में 60 साल से ऊपर की उम्र वाले एक बुजुर्ग को बैठाते हैं ताकि गिरोह पर पुलिस या फिर STF को किसी तरह से कोई शक न हो सके। सर्विलांस सेल की मदद और मुखबिर तंत्र की सटीक सूचना पर गिरोह का भंडाफोड़ संभव हो सका। विशेष ऑपरेशन में जनसा थाना प्रभारी के साथ वाराणसी आबकारी टीम भी शामिल रही।
8/9 सितंबर की रात को STF ने वाराणसी के धनगर भवन के सामने (कपसेठी बार्डर) थाना जनसा के पास घेराबंदी की तो गाड़ी में बैठे दोनों व्यक्ति टीम को गच्चा देकर भागने की कोशिश करने लगे लेकिन मौके पर मौजूद फोर्स ने आवश्यक बल प्रयोग कर दोनों को दबोच लिया।
वाराणसी के जनसा थाने में रखी गिरोह के पास से बरामद की गई हरियाणा की अंग्रेजी शराब।
Arrest किया गया संदीप गौरव पुत्र रोतास गौरव निवासी थाना बावली, जिला बागवत (यूपी) और बाबू खां पुत्र स्वर्गीय स्माइल खां निवासी आजाद नगर लाइन पार (जमालपुर) थाना क्वारसी जिला अलीगढ़ (यूपी) हैं। बाबू खां ने पूछताछ में बताया कि वह मूलरूप से सैदापुर थाना मलावल जिला एटा का रहने वाला है। कुछ समय से अलीगढ़ में अपना ठिकाना बनाकर रह रहा था।
लोडर के अंदर बनाई गई इसी कैविटी में रखकर होती थी शराब की तस्करी।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि बरामद गाड़ी का मालिक विनय कुमार है। जो फर्जी बिल्टी काटी गई है वो गुप्ता इंटर प्राइजेज R/O (B- 124, संजय कॉलोनी, ओखला फेज 2nd, ओखला, दिल्ली 110020) की है। अशोका लीलैंड लोडर जिसमे गाड़ी के साइज की एक गोपनीय कैविटी बनाकर उसमे मीटर की फिटिंग कर असली एयर रिसीवर वाटर चिलर कंप्रेस्ड टैंक जैसा असली रूप दिया गया है। उसके बाद अंदर तस्करी की शराब को रखकर खेप को लाया जा रहा था। पकड़े गए शराब तस्करों के खिलाफ वाराणसी के जनसा थाने में मु.अ.सं.161/21, IPC की धारा 60/63/72 आबकारी अधिनियम 620/467/478/471/34/120(B) के तहत पंजीकृत किया गया है।
STF Officer घनश्याम यादव के मुताबिक हरियाणा से लेकर देश के कई प्रांतों में (खासकर जिन राज्यों में शराबबंदी है) में एक संगठित गिरोह सक्रिय है। पकड़े गए बाबू खां और संदीप गौरव दोनों उसी गिरोह के लिए काम करते हैं। गिरोह के लोग पहले किसी लोडर व या हाफ डाला टाइप के गाड़ियों में गोपनीय कैविटी बनाते हैं। उसके बाद उस कैविटी में (हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब जो सिर्फ हरियाणा राज्य में बिक्री के लिए होती है) को लादकर Uttar Pradesh, Bihar, Gujrat ले जाते हैं। यहां पर गिरोह को शराब की बिक्री पर भारी मुनाफा होता है। शराब के बाजार में पहुंचते ही सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व की चपत लगती है। कभी-कभी हरियाणा की शराब के आड़ में गिरोह के लोग मोटी कमाई के चक्कर में जहरीली शराब की भी सप्लाई कर देते हैं, जिसकी वजह से जनहानि भी हो जाती है। अभी हाल के दिनों में Uttar Pradesh के Kanpur, Fatehpur, Mathura जैसे जनपदों में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हो गई थी।
हरियाणा की बरामद शराब कौ ब्यौरा
- इम्पीरियल बोतल (750ml) 29 पेटी कुल 348 अदद बोतल..
- इम्पीरियल हाफ बोतल (375ml), 30 पेटी कुल 720 अदद हाफ बोतल...
- इम्पीरियल कार्टर बोतल (180ml) 30 पेटी कुल 1440 अदद कार्टर बोतल
- एम.सी. मैकडॉवेल नंबर वन- क्वार्टर बोतल (180ml) 15 पेटी कुल 720 अदद कार्टर बोतल
- 750 की नकदी
- आधार कार्ड एक अदद
- मोबाइल एक अदद
- ई-वे बिल फर्जी एक अदद
- फर्जी बिल्टी जो (गुप्ता इंटरप्राइजेज, 124- संजय कॉलोनी, ओखला फेज 2nd, ओखला, दिल्ली-110020) की तरफ से जारी की गई है।
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