परीक्षार्थियों को अंडरगारमेंट्स में था डिवाइस को छिपाना

25 लोगों को 1.5 करोड़ में गिरोह ने बेंच दी डिवाइस

राजस्थान प्रांत के बीकानेर में पकड़ा गया हाइटेक गिरोह

गिरोह का सरगना तुलसीराम पुलिस के छापे से पहले ही फरार

 


Yogesh Tripathi

 

राजस्थान प्रांत की बीकानेर पुलिस ने हाईटेक डिवाइस और ब्लू टुथ के जरिए REET की परीक्षा में CHEAT करने वाले शातिर गिरोह का भंडाफोड़ कर चार लोगों को Arrest किया है। इस हाइटेक गिरोह का सरदार एक Teacher निकला। फिलहाल वह पुलिस के छापे की कार्रवाई से पहले ही फरार हो गया। उसने अपनी दुकान (Coaching Center) में Students की भीड़ बढ़ाने के लिए ये हाइटेक तरीका अख्तियार किया। पुलिस के दावों पर यदि विश्वास करें तो इस Cheater बने इस Teacher ने दिल्ली में ब्लूटुथ लगी हाइटेक चप्पल को पहले Order देकर तैयार करवाया फिर स्क्रीनिंग प्रोसेस के जरिए ग्राहकों को मोटे दामों पर बिक्री कर दिया। पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि गिरोह ने 25 अभ्यार्थियों को यह चप्पल करीब 1.5 करोड़ में बिक्री की है। इस बड़े रैकेट का भंडाफोड़ होने के बाद राजस्थान सरकार के उन तमाम दावों की पोल खुल गई है, जिसमें यह कहा जा रहा था कि पेपर आउट और नकल रोकने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। खास बात ये है कि REET परीक्षा में सरकार ने इंटरनेट की सेवा बंद कर रखी थी। यही वजह रही कि गिरोह ने ब्लूटुथडिवाइस के जरिए नकल कराने का बंदोबस्त कर लिया था।

 


Undergarments में छिपानी थी डिवाइस

 

महज 8 इंच के गैजेट्स में तैयार की गई यह डिवाइस गिरोह ने 25 लोगों को बिक्री की थी। जिसमें कुछ लड़कियां भी शामिल थीं। सभी को यह डिवाइस अपने अंडरगारमेंट्स में छिपानी थी। लड़कियों को यह डिवाइस सैनेटरी नैपकिन में छिपानी थी। एक गल्ती की वजह से चुरु के रतनगढ़ में रहने वाली युवती फिलहाल पुलिस के शिकंजे में है। जिसके जरिए पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश कर कई लोगों को गिरफ्तार किया है।

 


 

8 सेमी लंबे डिवाइस में फिट किए गए सभी उपकरण

 

रिमोट जैसी यह डिवाइस 8cm लंबी और 4cm चौड़ी है। इसमें मोबाइल के सभी उपकरण फिट किए गए। बैटरी, सिम और मोबाइल चिप का इस्तेमाल किया गया। जांच में सामने आया कि इस डिवाइस में किसी तरह का बटन नहीं है। इसे सीधे कॉल से जुड़ना था। इस रिमोट से जुड़ा एक ब्लूटूथ मिनी ईयरफोन अभ्यर्थी को कान में लगाना था।

 


 

चप्पल में मोबाइल किए गए तैयार

गिरोह ने नकल कराने को प्रभावी बनाने के लिए चप्पल में भी मोबाइल तैयार किए। इसके लिए गिरोह ने पहले बाजार से वो चप्पल खरीदी, जिन्हें बीच में से काटकर आसानी से वापस जोड़ा जा सके। स्पंज वाली इन चप्पलों को चाकू की मदद से बीच में से काटकर उसका तल्ला (निचला भाग) अलग कर दिया। फिर मोबाइल बैटरी, मदर बोर्ड और अन्य मशीनरी के साथ सिम के लिए जगह रखी गई।


 

सब कुछ फिट करने के बाद चप्पल की ऊपरी हिस्से को वापस जोड़ दिया गया। इसे मजबूत केमिकल से जोड़ा गया। फिर चारों तरफ सफाई की गई ताकि किसी को शक न हो। ये मोबाइल ब्लूटूथ के जरिए कान में लगे एक ईयरफोन से जुड़ा होता था।

इसी रिमोट और चप्पल के जरिए अभ्यर्थियों से नकल कराने वाली गैंग को कनेक्ट होना था, जो सामने से सभी प्रश्नों के उत्तर एक-एक कर बताने वाले थे। अभ्यर्थियों के कान में लगे मिनी ईयरफोन के माध्यम से पूरा आंसर पहुंच जाता। कुल 25 रिमोट और चप्पल के जोड़े तैयार किए गए थे।

 

कोचिंग संचालक निकला हाइटेक गिरोह का सरगना

 

पुलिस के मुताबिक रिमोट संचालित डिवाइस और चप्पल को बनाने के मॉस्टर माइंड तुलसीराम और मदन हैं। तुलसी राम गिरोह का सरगना है। जयनारायण व्यास कॉलोनी में कोचिंग सेंटर चलाने वाला तुलसीराम एक भर्ती में नकल कराने के लिए बीकानेर से गिरफ्तार हुआ था। तब एक प्राइवेट स्कूल और एक इंस्टीट्यूट के संचालक भी फंस गए थे। लंबे समय तक तुलसीराम जेल में बंद रहा। जमानत पर छूटने के बाद वह फिर से सक्रिय हो गया था।

तुलसीराम ने पुलिस को बताया कि करीब आधा दर्जन स्टाफ भी उसने अपने पास रखा था। जो लोग स्क्रीनिंग के काम में जुटे थे। सभी लोगों का प्रमुख कार्य यह था कि सामने वाला शख्स नकल करने में सक्षम है कि नहीं ? वह उन डिवाइस की कीमत दे सकेगा या नहीं ? अलग-अलग लोगों से मुलाकात के बाद बाकायदा चयन किया गया। इनमें बीकानेर, अजमेर, नागौर, सीकर और जोधपुर के भी अभ्यर्थी शामिल रहे।

 

पूछताछ में पकड़े गए लोगों ने पुलिस को जानकारी दी कि जिस अभ्यर्थी को रिमोट और चप्पल दी गई थी, उन्हें नकल का पूरा प्रॉसेस बताया गया था। अभ्यर्थी से दो मोबाइल लिए गए थे। एक मोबाइल को खोलकर उसके सारे हिस्से रिमोट और चप्पल में फिट कर दिए गए, जबकि दूसरा मोबाइल सरगना ने अपने पास रखा। ये तय हुआ था कि परीक्षा Start होने के साथ ही सभी 25 मोबाइल सामने रखकर एक साथ उत्तर दिए जाएंगे। नकल के लिए इस गैंग को पेपर मिला या नहीं ? ये अभी तय नहीं है। बीकानेर पुलिस इसकी जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि गिरोह ने कई लोग शामिल हो सकते हैं। हर बिन्दु पर गहराई से पूछताछ की जा रही है।

गिरोह के ये सदस्य Arrest

  • मदनलाल पुत्र भीखाराम जाट निवासी जेगलिया बीदावतान, चूरू
  • त्रिलोकचंद पुत्र भंवरलाल, निवासी नोखा, बीकानेर
  • ओम प्रकाश पुत्र बेगाराम जाट निवासी रामपुर ताल का थाना छापर, चूरू
  • गोपाल कृष्ण पुत्र रामलाल जाट निवासी जेगलिया बीदावतान, चूरू
  • किरण पत्नी नरेंद्र कुमार जाट निवासी लोहा, रतनगढ़ चूरू

इन लोगों ने खरीदी 6 लाख की चप्पल

 

  • हनुमान बिश्नोई, एग्जाम सेंटर, प्रतापगढ़
  • मालाराम बिश्नोई, एग्जाम सेंटर, प्रतापगढ़
  • आदूराम, एग्जाम सेंटर नीमकाथाना, सीकर
  • सुरजाराम, एग्जाम सेंटर वल्लभगार्डन, जयनारायण व्यास कॉलोनी, बीकानेर
  • गणेशाराम, एग्जाम सेंटर, अजमेर
Axact

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