• 67 दोषी पुलिस कर्मियों के संपत्तियों की होगी जांच
  • Delhi में अफसरों ने गवाह सौरभ भदौरिया से पूछताछ की
  • इंटेलीजेंस ब्यूरो ने कार्रवाई के लिए शासन से मांगी अनुमति

फोटो साभार (Google)

Yogesh Tripathi

Uttar Pradesh के Kanpur स्थित शिवली थाना एरिया के गांव Bikru में दबिश देने पहुंची Police Team पर Encounter में मारे जा चुके गैंगस्टर Vikas Dubey ने अपने गुर्गों के साथ स्वचालित हथियारों से लैस होकर अंधाधुंध गोलियों की बौंछार कर उनकी हत्या कर दी थी। हमले में तत्कालीन CO (बिल्हौर) देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिस कर्मियों की मौत हुई थी। लंबे समय तक देश में सुर्खियां बटोरने वाले चर्चित Bikru Case की कई एजेंसियों ने जांच की। इसमें शासन की तरफ से गठित SIT जांच भी शामिल है। Bikru Case को बीती 2/3 जुलाई को एक वर्ष हो गए। 

फोटो साभार (Google)
 

इस बीच इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) ने भी अपनी जांच Complete कर ली है। IB Officer’s की टीम ने इकलौते गवाह सौरभ भदौरिया को Delhi में बुलाकर काफी देर तक पूछताछ की। सौरभ ने अफसरों को बताया कि दोषी पाए गए अफसरों पर अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई है। इतना ही नहीं उनकी सुरक्षा तक छीन ली गई। जिसकी वजह से उनकी जान को बराबर खतरा बना हुआ है। सौरभ भदौरिया का कहना है कि IB के अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि दोषी पुलिस कर्मियों के संपत्तियों की जांच के साथ उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। इसके लिए शासन से अनुमति मांगी गई है। माना जा रहा है कि अगले दो हफ्ते में IB अपनी जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप देगी।



RTI Activist सौरभ भदौरिया ने की थी शिकायत

Bikru Case में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों के शहीद होने पर Kanpur के ब्रम्हनगर निवासी RTI Activist और अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने तमाम जांच एजेंसियों से पूरे मामले की शिकायत की। सौरभ ने गैंगस्टर विकास दुबे के खजांची जयकांत बाजपेयी, उसके भाइयों, तमाम सफेदपोश नेताओ व विकास दुबे के गुर्गों के कनेक्शन और कई बेनामी संपत्तियों से जुड़े कागजात सौंपते हुए इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) में भी अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत पर IB Officer’s की एक टीम ने Kanpur पहुंचकर लंबी जांच-पड़ताल की। इस दौरान सौरभ भदौरिया ने कई और अहम दस्तावेज भी टीम को सौंपे। बकौल सौरभ भदौरिया IB की प्रारंभिक जांच करीब-करीब पूरी हो चुकी है। जुलाई महीने में ही IB अपनी जांच रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंप देगी। शुक्रवार को दिल्ली में IB के अधिकारियों ने एक बार फिर सौरभ भदौरिया को बुलाकर पूछताछ कर उनके बयानों को दर्ज किया। 

दोषी पुलिस कर्मियों पर अब तक नहीं हुई कार्रवाई

 

Bikru Case के बाद गैंगस्टर विकास दुबे समेत 6 बदमाशों को Police और STF ने एनकाउंटर में मार गिराया। करीब 43 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। इसमें विकास दुबे का खजांची जयकांत बाजपेयी भी शामिल है। सौरभ भदौरिया का आरोप है कि जयकांत बाजपेयी के संबंध पूर्व एसएसपी अनंत देव समेत कई अफसरों से रहे हैं। कई थानेदार और सीओ से भी जयकांत बाजपेयी की दोस्ती थी। तमाम से दरोगा और थानेदार जयकांत बाजपेयी के घर में ही रहते थे। इस बात का खुलासा भी हो चुका है। कांड के बाद IG की तरफ से भेजी गई पुलिस टीम को कई दरोगा घर में रहते मिले थे। कुछ के खिलाफ तत्काल कार्रवाई भी हुई थी। सौरभ भदौरिया का कहना है कि अब तक 67 पुलिस कर्मी दोषी पाए गए हैं लेकिन किसी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

 

सौरभ भदौरिया (RTI Activist & Advocate)

सौरभ भदौरिया ने CBI को भी दर्ज कराए बयान

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भी शिकायतकर्ता सौरभ भदौरिया को बुलाकर उनके बयान दर्ज किए। सौरभ ने बिकरु कांड की जांच में अनियमितता होने की शिकायत दर्ज कराई। सौरभ का आरोप है कि जयकांत बाजपेयी के फर्जी पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस के मामले में Kanpur Police ने जांच के दौरान गंभीर धाराएं हटा दी हैं। जिसका सीधा लाभ आरोपी को मिला। सौरभ ने जय बाजपेई के सूदखोरी समेत अवैध और गोरखधंधों में संलिप्त पुलिस कर्मियों पर अब तक कार्रवाई न होने की बात अफसरों से कही। सौरभ का आरोप है कि विभागीय अफसर ही दोषी पाए गए अपने मातहतों को बचाने में जुटे हुए हैं।

सिक्योरिटी को लेकर सौरभ भदौरिया ने जताई चिंता

RTI Activist और अधिवक्ता सौरभ भदौरिया ने अपनी सिक्योरिटी को लेकर अफसरों के सामने चिंता व्यक्त की। सौरभ का कहना है कि वह Bikru Case से जुड़े तमाम मामलों के इकलौते गवाह हैं जो हर जांच एजेंसी को कागजात से लेकर तमाम सबूत और साक्ष्य अब तक मुहैया करवाते आ रहे हैं लेकिन इन सबके बाद भी शासन को उनके जान की चिंता नहीं है। सौरभ का आरोप है कि कुछ महीना पहले जो एक गनर मिला था वह भी अफसरों की तरफ से छीन लिया गया। बकौल सौरभ 20 जून 2021 से गवाह सुरक्षा अधिनियम भी लागू हो गया है।

सौरभ का कहना है कि 10 दिसंबर 2020 को उन्हें सुरक्षा मुहैया हुई थी। 14 जून 2021 को सुरक्षा हटा ली गई। सौरभ ने आशंका जताई है कि उनकी शिकायत पर ही जयकांत वाजपेयी और दोषी पुलिस कर्मियों पर जांच बैठी है। सभी रसूखदार लोग हैं। इस लिए कभी भी उनकी हत्या होने की आशंका है।


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