-BJP नेता समेत कई आरोपी अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर
-जिला मंत्री पद से मुक्त किए गए नारायण भदौरिया Viral किया Video
-पुलिस टीमों ने दी ताबड़तोड़ दबिशें लेकिन प्रमुख आरोपी पकड़ से कोसो दूर
Yogesh Tripathi
Uttar Pradesh के Kanpur में बुधवार को नौबस्ता थाना एरिया में पुलिस टीम को बंधक बनाकर हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा ले जाने के मामले में Viral Video के आधार पर शिनाख्त कर एक संदिग्ध को पुलिस ने “टांग” लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। वहीं, 24 घंटा बीत जाने के बाद भी नामजद प्रमुख आरोपी पुलिस की पकड़ से कोसो दूर हैं। जिला मंत्री पद से मुक्त किए जाने के बाद नारायण सिंह भदौरिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो वॉयरल कर खुद को बेगुनाह बताया है।
खोदा “पहाड़” और निकली “चुहिया”
कस्टडी से हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाकर ले जाने के मामले में Kanpur Police की काफी किरकिरी हुई है। सोशल मीडिया पर घटनाक्रम का Video Viral होने के बाद पुलिस ने बुधवार की शाम को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राधेश्याम पांडेय के बेटे राजबल्लभ पांडेय समेत नौ लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा पंजीकृत किया। इसमें वांछित हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह, विकास तिवारी, धीरू शर्मा, रोबिन सक्सेना समेत कई लोगों को चिन्हित कर उनकी तलाश में पूरी रात दबिश दी गई लेकिन कोई नामजद आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगा। पुलिस के मुताबिक वॉयरल 11 फोटो में एक संदिग्ध की शिनाख्त कर उसे दबोच लिया गया। पकड़ा गया युवक जूही बारादेवी निवासी रणधीर सिंह तोमर है। पुलिस टीम रणधीर सिंह तोमर से पूछताछ कर जानकारी जुटा रही है।
हिस्ट्रीशीटर Manoj Singh को दिनदहाड़े छुड़ा ले गए
बर्रा निवासी रिटायर्ड सिपाही मालिक सिंह का लड़का मनोज सिंह बर्रा थाने का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। Manoj Singh पर South City के बर्रा, नौबस्ता, जूही, बिठूर आदि थानों में 27 मुकदमें पंजीकृत हैं। हत्या के प्रयास और CCTV कैमरा चोरी के मामले में भी मनोज वांछित है। बुधवार को हमीरपुर रोड किनारे गेस्ट हाउस में डेरी संचालक भाजपा दक्षिण के जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया की Birth-Day आयोजित थी। जिसमें मनोज भी शामिल होने पहुंचा था। वांछित के पहुंचने की सूचना पर नौबस्ता पुलिस की टीम ने गेस्ट हाउस की घेराबंदी की। मनोज सिंह को गेस्ट हाउस के बाहर दबोच लिया। मनोज सिंह के शोर मचाने पर भाजपा के तमाम कार्यकर्ता और नेता पहुंच गए। सभी ने पुलिस से धक्का-मुक्की कर अभद्रता शुरु कर दी। पुलिस ने जीप बढ़ाकर थाने जाने का प्रयास किया तो भाजपाइयों ने रोड जाम कर गाली-गलौज शुरु कर दी। इस बीच कुछ लोग हिस्ट्रीशीटर को पुलिस की जीप से नीचे उतारकर साथ में लेकर भाग गए।
500-500 रुपए में बुलाए गए थे Fake Journlist
पकड़ा गया रणधीर तोमर ने खुद को एक You Tube चैनल का पत्रकार बताया। खबरों और सूत्रों पर विश्वास करें तो गेस्ट हाउस में Birth-Day Party का सोशल मीडिया में कवरेज कराने के लिए करीब दो दर्जन तथाकथित पत्रकारों को 500-500 रुपए देकर बुलाया गया था। घटानक्रम के दौरान कई गेस्ट हाउस में मौजूद थे। कुछ ने पूरे घटनाक्रम को कैमरे में कैद कर उसे वॉयरल भी किया। माना जा रहा है कि रणधीर तोमर भी उसी में एक रहा है। छानबीन में पता चला है कि रणधीर बारादेवी मंदिर के पीछे रहता है। इसके पिता सिक्योरिटी गार्ड हैं। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से वह पत्रकार बन गया था। उसका भाई भी खुद को पत्रकार बताता है।
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