- हिस्ट्रीशीटर Manoj Singh समेत पांच आरोपितों को Arrest कर चुकी है पुलिस
- BJP से निष्कासित नारायण सिंह समेत दो आरोपितों की हो चुकी है जमानत
- धीरू शर्मा और बाबा ठाकुर ने ACMM (1st) की कोर्ट में किया सरेंडर
Yogesh Tripathi
Kanpur के नौबस्ता थाना एरिया में करीब दो सप्ताह पहले हिस्ट्रीशीटर Manoj Singh को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने के मामले में आरोपित दो और लोगों ने ACMM (1st) की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। दोनों आरोपितों के वकीलों ने कोर्ट से जमानत की गुहार लगाई लेकिन कोर्ट ने अर्जी खारिज करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। इस चर्चित केस में पुलिस हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह समेत पांच लोगों को पहले ही Arrest कर Court में पेश कर चुकी है।
2 जून 2021 की दोपहर को नौबस्ता हमीरपुर रोड स्थित आकर्षण गेस्ट हाउस में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पूर्व जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया के जन्मदिन पर Birth-Day (Party) का आयोजन था। Party में अधिवक्ताओं के साथ बीजेपी के कई नेता भी मौजूद थे। बर्रा थाने के हिस्ट्रीशीटर और 25 हजार का इनामी मनोज सिंह भी मौजूद था। मुखबिर की सूचना पर नौबस्ता पुलिस ने घेराबंदी कर किसी तरह मनोज सिंह को गेस्ट हाउस के पास से दबोच लिया।
पुलिस सरकारी जीप में मनोज सिंह को बैठाकर थाने ले जाने लगी तो उसने शोर मचा दिया। शोर सुनकर गेस्ट हाउस में मौजूद भाजपा के कई नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए। भाजपा नेताओं की मौजूदगी में भीड़ ने पुलिस से धक्का-मुक्की की। अभद्रता के दौरान कुछ लोग हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाकर भाग गए। इस पूरे मामले में पुलिस की खासी किरकिरी हुई। सोशल मीडिया पर पूरे घटनाक्रम के कई वीडियो वॉयरल हुए। वीडियो के आधार पर पुलिस ने 9 नामजद और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया।
48 घंटे बाद पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह को बर्रा से गिरफ्तार कर लिया। जबकि निष्कासित बीजेपी नेता नारायण सिंह समेत तीन लोगों को पुलिस ने नोएडा से Arrest किया। इससे पहले भी पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। नारायण सिंह समेत दो लोगों की जमानत सेशल कोर्ट से हो गई लेकिन बाकी आरोपितों को कोर्ट ने जमानत नहीं दी थी। फरार चल रहे शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोर्ट से वारंट लेने की तैयारी कर रही थी लेकिन इस बीच भनक लगने पर धीरू शर्मा और बाबा ठाकुर ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया।
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