-कानपुर, गोवा, उज्जैन, लखनऊ समेत कई शहरों में खरीदी गई थी प्रापर्टियां
-कई बेनामी संपत्तियों की रजिस्ट्री भी RTI Activist सौरभ भदौरिया ने ED को सौंपी
-ED ने पूछताछ के लिए अब तक कई लोगों को Notice देकर किया है तलब
-शहर के कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है ED की Team
सौरभ भदौरिया (अधिवक्ता एवं RTI Activist)
Yogesh Tripathi
Bikru Case के गुनहगार और Encounter में STF के हाथों मारे गए गैंगस्टर Vikas Dubey के खजांची जयकांत बाजपेयी समेत करीब 53 लोगों की बेनामी संपत्तियों की “कुंडली” प्रवर्तन निदेशालय (ED) बांच रही है। अब तक की छानबीन में ED ने जो जानकारियां जुटाई हैं उसके मुताबिक Uttar Pradesh के कई जनपदों और देश के दूसरे प्रांतों में करीब 682 करोड़ रुपए की प्रापर्टी खरीदी गई हैं। इनमें से कई बेशकीमती प्रापर्टियों की रजिस्ट्री खुद RTI Activist सौरभ भदौरिया ने प्रवर्तन दल के कार्यालय में टीम को मुहैया कराई है। माना जा रहा है कि देर-सबेर ही सही लेकिन ED शहर के कई सफेदपोश लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
अब तक की कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय (ED) कई सफेदपोश लोगों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब कर चुकी है। कई लोगों के नोटिस अभी रास्ते में ही हैं। जल्द ही ये नोटिस संबंधित तक पहुंच सकते हैं। उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीमें करीब तीन महीना पहले कानपुर में तमाम संपत्तियों की छानबीन कर उनका आंकलन भी कर चुकी हैं।
RTI Activist सौरभ भदौरिया के मुताबिक उन्होंने जेल में बंद जयकांत बाजपेयी, उसके भाइयों, पत्नी, और जयकांत के गिरोह से ताल्लुक रखने वाले राजनीतिक दलों के कई नेता व तमाम सफेदपोश लोगों के पास पिछले कुछ सालों में जो बेनामी संपत्तियां जुटाई गई हैं, उसे अभिलेखों के साथ ED को सौंपा है। इसमें कानपुर, कानपुर देहात, गोवा, उज्जैन, मुंबई, नोएडा, कन्नौज और गाजियाबाद में खरीदी गई संपत्तियों के कागज शामिल हैं।
बकौल सौरभ भदौरिया जो संपत्तियां जयकांत बाजपेयी ने बेंच दी हैं, उनकी भी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर चुका है। शहर में तैनात रहे IPS Officer अनंतदेव तिवारी समेत तीन लोगों के खिलाफ भी कई संपत्तियों की जांच अभी भी चल रही है।
सौरभ भदौरिया के मुताबिक पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की जांचें अलग से की जा रही हैं। शासन को पत्र भी भेजा गया है। गुड्डन त्रिवेदी, प्रशांत शुक्ला के साथ-साथ जयकांत बाजपेयी के पत्नी व करीबी रिश्तेदार और सगे-संबधियों के संपत्तियों की जानकारी भी जुटाई जा चुकी है।
सौरभ भदौरिया का कहना है कि तमाम जानकारियां इंटेलीजेंस ब्यूरो (IB) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) एक दूसरे से साझा कर रही हैं। इसके साथ ही 10 IPS Officer’s, 17 PPS Officer’s और 24 थानेदारों (SO,SHO) के संपत्तियों की जांच भी प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से की जा रही है। सौरभ भदौरिया का कहना है कि संभव है कि प्रवर्तन निदेशालय अभी एक-दो बार कागजों के संकलन और तमाम जानकारियां जुटाने के लिए उनको बुला सकता है। हालांकि अभी तक करीब-करीब सभी संबंधित अभिलेख उन्होंने ED को सौंप दिए हैं।
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