-UPBJP प्रभारी ने विधान सभा Speaker से की मुलाकात
-बंद लिफाफे को लेकर सूबे का “सियासी तापमान” फिर चढ़ा
-किसी बड़े बदलाव की तरफ से इशारा कर रहा है बंद लिफाफा
Yogesh Tripathi
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेशनल वाइस प्रेसीडेंट और UPBJP के प्रभारी Radha Mohan Singh संडे की सुबह राजधानी Lucknow पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से गवर्नर हाउस में मुलाकात की। काफी देर तक बातचीत के बाद राधा मोहन सिंह ने राज्यपाल को एक बंद लिफाफा सौंपा। इसके बाद Radha Mohan Singh ने विधान सभा के Speaker ह्दयनारायण दीक्षित से भी मुलाकात की। दोनों ने बंद कमरे में One 2 One बैठकर काफी देर तक बातचीत की। गवर्नर और विधान सभा अध्यक्ष के साथ प्रदेश प्रभारी की मीटिंग के बाद सूबे का “सियासी तापमान” एक बार फिर चढ़ गया है। तमाम तरह के कयासों और चर्चाओं का दौर जारी है।
Delhi और Lucknow “दरबार” के बीच खिंची है “तलवार”
दिल्ली और लखनऊ “दरबार”के बीच पिछले कुछ समय से“तलवार” खिंची है। ये तलवारें अब तक म्यान में नहीं रखी गई हैं। थोड़ा फ्लैश बैक में जाएं तो करीब 10 दिन पहले दिल्ली में RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की तीन चक्र में नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और सुनील बंसल के साथ Meeting हुई थी। उसके बाद राष्ट्रीय संगठन मंत्री B.L Santosh और यूपी बीजेपी के प्रभारी Radha Mohan Singh के साथ दो दिवसीय दौरे पर पिछले सप्ताह लखनऊ आए। यहां पर क्षेत्रीय अध्यक्षों के साथ B.L Santosh ने मीटिंग कर फीडबैक लिया। करीब दर्जन भर मंत्रियों से भी उन्होंने एक पर एक बैठकर संवाद किया। सरकार और संगठन के बीच सांमजस्य के साथ-साथ सरकार की छवि समेत कई बिन्दुओं पर अहम जानकारियां जुटाईं। उसके बाद क्षेत्रीय प्रचारक अनिल जी, कानपुर के प्रांत प्रचारक श्रीराम समेत तीन कद्दावर पदाधिकारियों के साथ पांच घंटे तक मैराथन मीटिंग की।
इसके बाद B.L Santosh और Radha Mohan Singh दिल्ली पहुंचे। दोनों ने रिपोर्ट बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी। उसके बाद दो दिन पहले RSS के शीर्ष 10 पदाधिकारियों की फिर एक अहम बैठक हुई। जिसके बाद Radha Mohan Singh को तुरंत लखनऊ पहुंचने का निर्देश जारी किया गया। जिसके चलते Radha Mohan Singh संडे की सुबह लखनऊ पहुंचे।
बंद लिफाफे से बड़े बदलाव के संकेत
Radha Mohan Singh ने सबसे पहले गवर्नर आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की। करीब पौन घंटे की बातचीत के बाद दिल्ली से साथ लेकर आए बंद लिफाफे को उन्होंने गवर्नर को सौंप दिया। लिफाफे में आखिर क्या है ? यह किसी को नहीं पता लेकिन जब यह जानकारी मीडिया और संगठन के बड़े पदाधिकारियों तक पहुंची तो कयासों और चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। लिफाफे को लेकर मंत्रीमंडल के विस्तार और संगठन में बड़े बदलाव की चर्चा जोरों पर है। वहीं दबी जुबान से कुछ राजनीतिक विश्लेषक और भाजपा संगठन के लोग यह भी कह रहे हैं कि कहीं न कहीं लिफाफे के जरिए लखनऊ “दरबार”को बड़ा मैसेज देने की बात कह रहे हैं। फिलहाल अटकलों का बाजार गर्म है। जिसकी वजह से Uttar Pradesh का“सियासी तापमान”भी लगातार बढ़ रहा है।
आखिर लिफाफे में किसकी किस्मत है बंद ?
Radha Mohan Singh ने गवर्नर आनंदी बेन पटेल को जो बंद लिफाफा सौंपा है, आखिर उस लिफापे में क्या है ? इस बंद लिफाफे को लेकर हर किसी में उत्सुकता बनी है। बंद लिफापे में किसके नाम हैं ? किसकी किस्मत लिफापे में बंद है ? इस बंद लिफाफे को राजनीतिक के कुछ जानकार Uttar Pradesh की राजनीति मे “सियासी तूफान” से पहले का “बवंडर”भी बता रहे हैं। RSS के दिग्गज कह रहे हैं कि भूकंप तो आएगा लेकिन तीव्रता 3 से 4 रिक्टर पैमाने की होगी। इशारा साफ है कि संगठन और सरकार में तीन से चार बड़े बदलाव किए जा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह बंद लिफाफा यूपी में सत्ता परिवर्तन या फिर सत्ता में शक्ति का हस्तांतरण भी हो सकता है।
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