-BJP (South) प्रेसीडेंट डॉक्टर बीना आर्या ने हटाने की पुष्टि की
-पूरे घटनाक्रम की जांच के लिए BJP ने गठित की तीन सदस्यीय टीम
-लखनऊ में दर्ज हत्या के प्रयास मामले में वांछित है नारायण सिंह भदौरिया
-हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने वालों की तलाश में रात भर चली पुलिस की छापेमारी
Yogesh Tripathi
Uttar Pradesh के Kanpur स्थित नौबस्ता थाना एरिया में बुधवार दोपहर पुलिस टीम को बंधक बनाकर 25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर Manoj Singh को छुड़ाने का मामला Police और सत्ताधारी BJP के गले की फांस बनता जा रहा है। नामजद आरोपितों के अपराधिक इतिहास की “कुंडली” बांच रही पुलिस को सभी के बारे में तमाम चौंकाने वाली जानकारियां मिल रही हैं। प्रकरण में फजीहत होने के बाद हाईकमान के निर्देश पर BJP (South) प्रेसीडेंट डॉक्टर बीना आर्या ने जिला मंत्री नारायण सिंह भदौरिया को तत्काल प्रभाव से पद मुक्त कर दिया। मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का भी गठन किया गया है।
वहीं, दूसरी तरफ Viral Video में नारायण सिंह भदौरिया की फुटेज मिलने के बाद Kanpur Police नारायण को “रडार” पर लेने की फिराक में है। देर रात्रि करीब दर्जन भर लोगों की फोटो जारी कर पुलिस ने सभी के बारे में जनता से सूचना देने की अपील की। Naubasta (SHO) S.K Singh का कहना है कि FIR में नारायण सिंह का नाम नहीं है लेकिन Video में उसे देखा गया है। इस लिए विवेचना में उसका नाम शामिल किया जाएगा। उसके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं, जिसमें वह वांछित है। जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।
हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह (Viral Photo) साभार---सोशल मीडिया
क्या है हिस्ट्रीशीटर Manoj Singh को छुड़ाने का मामला
Kanpur Police के मुताबिक 25 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर Manoj Singh को नौबस्ता थाने की फोर्स ने दबोच लिया था। पुलिस उसे सरकारी जीप में बैठाकर थाने ले जा रही थी कि तभी वह शोर मचाने लगा। शोर सुनकर गेस्ट हाउस में मौजूद भाजपा के नेता और कार्यकर्ता पहुंच गए। भीड़ ने पुलिस से धक्का-मुक्की और अभद्रता कर हिस्ट्रीशीटर को छुड़ा लिया। पुलिस का कहना है कि Viral Video के आधार पर सात आरोपितों की शिनाख्त हो चुकी है। बाकी की शिनाख्त के लिए तस्वीरें सोशल मीडिया पर Viral की गई हैं। यदि किसी को भी कुछ जानकारी हो तो वह पुलिस को प्रमाण के साथ सूचना दे सकता है। पहचान को गुप्त रखा जाएगा।
जिलाध्यक्ष ने नारायण सिंह को मंत्री पद से हटाया
हिस्ट्रीशीटर को छुड़ाने के मामले में बीजेपी की काफी फजीहत हुई। यह खबर नेशनल टीवी चैनलों पर भी जमकर प्रकाशित हुई। जिसके बाद भाजपा का हाईकमान बैकफुट पर आ गया। हाईकमान के निर्देश पर BJP (South) प्रेसीडेंट डॉक्टर बीना आर्या ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से नारायण सिंह को मंत्री पद से मुक्त कर दिया। www.redeyestimes.com (News Portal) से बातचीत में डॉक्टर बीना आर्या ने नारायण सिंह को हटाने की पुष्टि करते हुए बताया कि जांच के लिए तीन सदस्यी टीम गठित की गई है। जांच रिपोर्ट में दोषी मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, नौबस्ता पुलिस का कहना है कि नारायण भदौरिया पर भी अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। नारायण पर धारा 307, 308 जैसी गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। Viral Video के आधार पर शिनाख्त कर गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
मनोज
सिंह के खिलाफ 27 मुकदमे
हिस्ट्रीशीटर
Manoj Singh पर 27 मुकदमें
पंजीकृत हैं। मनोज सिंह रिटायर्ड सिपाही का लड़का बताया जा रहा है। मनोज बर्रा
थाने का टॉप-10 अपराधी है। उसके
खिलाफ बर्रा समेत शहर के कई थानों में 27 मुकदमें पंजीकृत हैं। मनोज पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित था।
Student को गोली मारने के मामले में था वांछित
हिस्ट्रीशीटर मनोज सिंह ने 21 मार्च को बर्रा आठ निवासी इंटर के छात्र रंजीत यादव को दो गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इस मामले में बर्रा पुलिस ने हत्या के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज की थी, जिसमें मनोज वांछित था। पिछले महीने जरौली में एक घर के बाहर लगे CCTV कैमरा चोरी करने में भी उसके खिलाफ रिपोर्ट हुई थी।
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