-आशनाई में बाधक बने किशोर की पांच दिन पहले हुई थी हत्या
-किशोर की मां के प्रेमी ने ईंट-पत्थर से प्रहार कर उतारा था मौत के घाट
-कलयुगी मां ने प्रेमी की मदद से शव को ठिकाने लगाया फिर गुमशुदगी दर्ज कराई
-Kannauj पुलिस ने हिमांशु की “मर्डर मिस्ट्री” से उठाया “पर्दा”
Raja Katiyar
Uttar Pradesh के इत्रनगरी Kannauj की ठठिया थाना पुलिस ने हिमांशु मर्डर केस की “मिस्ट्री” से “पर्दा” उठा दिया है। हत्या के राज से “पर्दा” उठने पर हर किसी की आंख फटी की फटी रह गई। आशनाई में बाधक बनने पर हिमांशु की मां के प्रेमी ने बेरहमी से उसका खून बहाया था। कत्ल के बाद पहुंची हिमांशु की मां ने कलेजे के टुकड़े की लाश को ठिकाने लगाने में अपने प्रेमी की भरपूर मदद की। शव को बोरे में भरकर उसने भूसे के ढेर में छिपा दिया था। Kannauj Police के SP प्रशांत कुमार ने जब घटना का खुलासा करते हुए मीडिया को जानकारी दी तो कलयुगी मां का चेहरा पूरी तरह से बेनकाब हो गया।
28 फ़रवरी 2020 को ठठिया थाना एरिया के ग्राम जलालपुर खैरनगर निवासी दशरथ के बेटे हिमांशु (15) का शव भूसे के ढेर में मिला था। हिमांशु का शव मिलने के बाद गांव में सनसनी फैल गई थी। हिमांशु की हत्या में पुलिस ने नामजद तहरीर के आधार पर गांव के ही दो लोगों के खिलाफ हत्या कर शव छिपाने की FIR रजिस्टर्ड की थी।
SP प्रशांत वर्मा के निर्देश पर ASP की देखरेख में सीओ तिर्वा दीपक दुबे हत्याकांड के खुलासे के लिए लगे थे। सर्विलांस सेल के प्रभारी शैलेंद्र सिंह, स्वाट टीम के सब इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिंह और ठठिया थानेदार राजकुमार की टीमें भी हत्याकांड के राज से पर्दा उठाने में लग गईं। सर्विलांस सेल की मदद से पुलिस ने सुशील कुमार उर्फ कन्हैया निवासी जलालपुर को तिर्वा खैरनगर रोड से दबोच लिया। पूछताछ में उसने हत्या का जुर्म स्वीकार कर पुलिस को हत्या के पीछे की जो कहानी बताई उसे सुनने के बाद पुलिस अफसर भी हतप्रभ रह गए।
सुशील ने पुलिस को बताया कि करीब तीन साल से उसके अवैध संबंध हिमांशु की मां पूनम से थे। हत्या से एक दिन पहले पूनम ने ही सुशील को फोन करके घर पर बुलाया था। सुशील उर्फ कन्हैया रात भर पूनम के पास ही रुका रहा। सुबह पूनम किसी काम से चली गई तो भी सुशील मौजूद रहा। इस बीच हिमांशु घर पर आ गया। सुशील ने पुलिस को बताया चूंकि हिमांशु उसे पूनम के साथ पहले भी कई बार आपत्तिनजक स्थित में देख परिजनों को जानकारी दे चुका था। उस दिन भी उसने टोकाटाकी की तो उसने हिमांशु को दबोच लिया और ईंट-पत्थर से प्रहार कर उसकी हत्या कर दी।
थोड़ी देर बाद पूनम पहुंची तो उसने हिमांशु के मर्डर की जानकारी पूनम दी। इस पर पूनम ने कहा कि ठीक किया मार दिया। इसके बाद पूनम ने प्रेमी हिमांशु की मदद करते हुए हिमांशु के शव को बोरे में भरा और भूसे के ढेर में छिपा दिया। सुशील के जुर्म स्वीकार करने के बाद पुलिस ने पूनम को भी दबोच लिया। दोनों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त ईंट भी बरामद कर ली।
पुलिस के मुताबिक सुशील उर्फ कन्हैया ट्रक पर खलासी का काम करता था। पूनम ने फोन कर उसे कहा था कि पति कानपुर में नौकरी करने गए है, रात में वह उसके पास आ जाए। सुशील रात में पूनम के पास पहुंच गया। रात भर रुका रहा लेकिन सुबह पूनम को किसी काम से जाना पड़ा तो इस बीच हिमांशु पहुंच गया। हिमांशु के गाली-गलौज करने पर सुशील ने उसकी बेरहमी से हत्या कर दी।
किसी को शक न हो इस लिए पूनम ने हिमांशु के लापता होने की झूठी खबर फैला दी। शव मिलने के बाद उसने गांव के ही दो लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर भी दे दी। जिसके बाद पुलिस को रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी लेकिन पुलिस का शक पहले दिन से पूनम के इर्द-गिर्द घूम रहा था। इस खुलासे के बाद SP प्रशांत वर्मा ने पुलिस टीम को 25 हजार रुपए का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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