-अजीत सिंह Murder Case में चल रहे थे फरार
-24 घंटे पहले घोषित हुआ था 25 हजार का इनाम
-फ्राइ-डे की दोपहर 12 बजे Court में किया सरेंडर
Yogesh Tripathi
पूर्वांचल के बाहुबली और Ex. MP धनंजय सिंह ने फ्राइ-डे की दोपहर प्रयागराज की MP/MLA Court में सरेंडर कर दिया। Lucknow में कुछ दिन पहले पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह Murder Case में धनंजय सिंह फरार चल रहे थे। उन पर साजिश रचने का आरोप है। 24 घंटे पहले ही UP Police ने धनंजय सिंह की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।
धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए Lucknow Court ने गैरजमानती वारंट (NBW) जारी किया था। वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने धनंजय सिंह के सिर पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर उनके अवैध संपत्तियों को कुर्क करने की तैयारी शुरु कर दी थी।
बताया जा रहा है कि धनंजय सिंह फ्राइ-डे की दोपहर अपने कुछ लोगों के साथ प्रयागराज स्थित MP/MLA Court पहुंचे और सरेंडर कर दिया। सभी ने अपने चेहरों को गमछे से ढक कर रखा था ताकि कोई पहचान न सके। Ajeet Singh Murder Case में आरोपी धनंजय सिंह ने एक पुराने मामले में जमानत कटवाने के बाद Court में सरेंडर किया।
उल्लेखनीय है कि धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए STF और Police की कई टीमें सक्रिय थीं। धनंजय सिंह के कई संभावित ठिकानों पर दबिशें भी दी गईं लेकिन वह नहीं मिले।
राजधानी Lucknow में पुलिस के हाथों Encounter में मारे जाने से पहले शार्प शूटर गिरधारी विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर ने पुलिस रिमांड के दौरान जो बयान दिए थे। पुलिस ने उन बयानों और साक्ष्यों के आधार पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह को Murder Case का मुख्य षडयंत्रकारी बताते हुए आरोपी बनाया है।
जमानत अर्जी देते समय धनंजय सिंह ने हाईकोर्ट में अपनी हिस्ट्रीशीट पेश की है। जिसमें उन्होंने अपने ऊपर कुल 38 केस दर्ज होने की बात हलफनामा देकर कही है। इनमें से वह 24 मुकदमों में कोर्ट ने उनको बरी कर दिया है। चार मुकदमों में फाइन रिपोर्ट (FR) लगी है। एक मुकदमें वह डिस्चार्ज हैं। तीन मुकदमें सरकार ने वापस लिए हैं। बाहुबली धनंजय सिंह रारी विधान सभा सीट से से 2002 व 2007 में लगातार दो बार विधायक बने। इसके बाद 2009 में वह BSP के टिकट पर जौनपुर से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद भी पहुंचे।
Post A Comment:
0 comments: