-IG (Kanpur) ने Tweet कर कन्नौज, फर्रुखाबाद और कानपुर पुलिस को किया अलर्ट
-बुलंदशहर में डीएम ने गंगा के किनारे गांवों में मुनादी पिटवाई
-बिजनौर में सिंचाई विभाग ने बैराज के सभी गेट फ्री किए
Yogesh Tripathi
Uttarakhand के Chamoli में ग्लेशियर फटने के बाद मची भारी तबाही को देखते हुए Uttar Pradesh में High Alert जारी किया गया है। गंगा नदी के किनारे वाले जिलों में प्रशासन को सतर्क रहने का दिशा-निर्देश जारी किया गया है। UP के बिजनौर, कन्नौज फतेहगढ़, प्रयागराज, कानपुर, मिर्ज़ापुर, गढ़मुक्तेश्वर, गाजीपुर, वाराणसी जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की ताकीद UPCM Yogiadityanath ने सभी जिलाधिकारियों और पुलिस कप्तानों को दी है।
Uttarakhand के Chamoli जिले में ऋषिगंगा नदी पर पावर प्रोजेक्ट के बांध का एक हिस्सा टूटने के बाद अलकनंदा नदी में प्रवाह बढ़ गया है। इसी के मद्देनजर UP में गंगा नदी के किनारे पर बसे गांवों और शहरों को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है। Kanpur में IG मोहित अग्रवाल ने Tweet कर फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर के मातहतों को हाई अलर्ट पर रहने के साथ-साथ 24 घंटे गंगा के जलस्तर की निगरानी करने का आदेश दिया है।
उत्तराखंड के CM त्रिवेन्द्र सिंह रावत के साथ ही UPCM योगी आदित्यनाथ ने आपदा प्रबंधन की तैयारी करने के साथ ही इस हादसे की जानकारी आपस में साझा की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा नदी के किनारे पडऩे वाले सभी जिलों के DM & SP सतर्क रहने का निर्देश जारी किया है। NDRF, SDRF और पीएसी फ्लड कंपनी को High Alert पर रहने के निर्देश दिया गया है।
बांध टूटने के बाद अलकनंदा नदी का जल प्रवाह अप्रत्याशित रूप से बढ़ा है। पानी के वेग को देखकर किसी भी अनहोनी की आशंका से सभी सतर्क हैं। पहाड़ी से ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटकर इस डैम पर गिरा। इससे डैम का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से डैम का पानी तेजी से अलकनंदा नदी में जाने लगा है। अलकनंदा नदी का प्रवाह बढऩे से केंद्रीय जल आयोग ने अपनी सभी चौकियों पर अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश में भी गंगा नदी का पानी 12-15 घंटे में पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
बिजनौर में सिंचाई विभाग ने बिजनौर बैराज के सभी गेट फ्री कर दिए हैं। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता बलबीर सिंह चाहर ने बताया कि उत्तरांखड में पानी की रफ्तार को देखते हुए एहतियातन गेट फ्री किए गए हैं। चाहर ने ने बताया कि Haridwar से यहां पानी पहुंचने में 20 घंटे का समय लगेगा।
बुलंदशहर जिला प्रशासन ने गंगा के किनारे बसे गांवों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने के बाद बुलंदशहर प्रशासन अलर्ट पर है। डीएम ने गंगा क्षेत्र वाली तहसीलों के एसडीएम को दिए निर्देश। गांवों में निवर्तमान प्रधान मुनादी कराकर ग्रामीणों को कर रहे जागरूक किया है। यहां स्याना, डिबाई और अनूपशहर में होकर गंगा बहती है।
समाजवादी पार्टी ने Uttarakhand आपदा पर ट्वीट करते हुए चिंता व्यक्त की। पार्टी ने लोगों की सलामती और कुशलता की प्रार्थना करते हुए राहत और बचाव कार्य में तेजी लाकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को जीवन को बचाने की बात कही है।
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