-Kannauj में पत्रकारों के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे Anshuman Tiwari
-India Today के संपादक हैं वरिष्ठ पत्रकार अंशुमान तिवारी
Raja Katiyar
“पत्रकार सत्ता का हिस्सा नहीं है, कभी कोई पत्रकार किसी वजह से Power का हिस्सा बनने की कोशिश करता है तो ये उसका भ्रम है। पत्रकार का दायित्व है कड़वी दवा देना, उसकी भूमिका समाज में चिकित्सक की तरह है। मीठी दवा से मर्ज ठीक नहीं होता है। संवाद संचार विश्वास पर चलता है। इस लिए विश्वास के साथ इसे चलता रहना चाहिए। (सरकार हमारे टैक्स से चलती है)”।
यह बातें इत्रनगरी Kannauj के तहसील मुख्यालय स्थित तहसील भवन के सभागार में प्रेस क्लब कन्नौज (कान्यकुब्ज पत्रकार समिति) की तरफ से आयोजित प्रेस क्लब के छठवें शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सीनियर जर्नलिस्ट और India Today के संपादक Anshuman Tiwari ने कहीं।
Anshuman Tiwari ने कहा कि लोकतंत्र के आयाम बदल चुके हैं। जैसे-जैसे शिक्षा बढ़ रही है वैसे-वैसे संवाद भी बढ़ रहा है। पहले के सापेक्ष जागरूकता भी बढ़ी है। पहले देश मे आने पर प्रतिबंध लगाए जाते थे लेकिन अब ऐसा नहीं है। उन्होंने ऐसे समय मे यह कहकर पत्रकारों का भ्रम दूर किया कि आज संचार माध्यम और सोशल मीडिया की इतनी ताकत बढ़ी है कि जनता से संवाद करने के बाद कानून बनाने की बात कही जाती है। नेट पर कानून का प्रारूप डाला जाता है और यदि ऐसा नहीं होता है तो उसका विरोध होता है। यह बात ऐसे समय कही गई जिस समय सोशल मीडिया पर एक और शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र ने अभिव्यक्ति की आवाज को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। सच ही नहीं झूठ से लोगों को बचाना है। जनता तक वास्तविकता पहुचाने की आवश्यकता है इसलिए कि पत्रकार ही जनता की आवाज है। उन्होंने सरकार का उल्लेख किए बिना कहा कि सोशल मीडिया पर जब तक हमारे पक्ष में लोग लिखते है तब तक कोई शिकायत नहीं होती है, जैसे ही विरोध में लिखा तो काटने लगता है। फिर तो उस पर प्रतिबंध लगाने की कसरत शुरू हो जाती है।
Kannauj के मकरंद नगर कस्बा में जन्में और प्राथमिक स्कूल से लेकर हायर एजूकेशन तक की शिक्षा ग्रहण करने वाले वरिष्ठ पत्रकार अंशुमान तिवारी ने मौजूद पत्रकारों के सामने एक उदाहरण देते हुए कहा कि “एक पत्रकार को बिना मॉस्क लगाए पुलिस ने रोका और उससे 10 रुपये ले लिए तो ये उसकी व्यक्तिगत समस्या हो गई लेकिन शहर या ग्रामीण क्षेत्र में इसी तरह की वसूली अधिकांश लोगों से होने लगे तो वह सभी की समस्या उठाना पत्रकार का दायित्व हो जाता है”। उन्होंने कहा कि प्रश्न किससे किए जाएं ? घर मे किसी संकट के आने पर प्रश्न तो मुखिया से ही किए जाएंगे ?
इसी तरह अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर जब आवाज़ें उठती है। स्वाधीनता पर अंकुश नहीं लगाएंगे, कानून से बचाने की लड़ाई है, आखिर यह प्रश्न किससे किए जाएं ? अंततोगत्वा प्रश्न तो सरकार से ही किए जाएंगे। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि चिल्लाओगे नहीं तो सुनेगा कौन। मौन बच्चे को तो माँ भी दूध नहीं पिलाती।
शपथ ग्रहण समारोह के विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा, अपर जिलाधिकारी गजेंद्र कुमार काम की व्यस्तता की वजह से समारोह के बीच में ही चले गए। एनसी टंडन के की तरफ से किए गए संचालन में अध्यक्ष योगेंद्र सिंह बघेल, महामंत्री राजा कटियार, कोषाध्यक्ष नीरज गुप्ता समेत सभी पदाधिकारियों को मुख्य अतिथि अंशुमान तिवारी ने शपथ दिलाई। कान्यकुब्ज की कार्यकारणी को भी शपथ दिलाई। कार्यकारिणी में प्रशांत यादव, लोकेश दुबे, तारिक इकबाल, चंद्र प्रकाश सिंह, पंकज श्रीवास्तव, अंकित शुक्ला, प्रदीप त्रिवेदी, मोहित मिश्रा, राजन, हीरेन्द्र मिश्रा, हीरो दुबे समेत कई पदाधिकारियों ने शपथ ली।
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