-चौरी-चौरा शताब्दी महोत्सव में शिरकत करने पहुंचे मंत्री भूपेंद्र चौधरी
-तहसील परिसर में बने शहीद स्मारक में शहीदों को दी श्रद्धांजलि
Raja Katiyar
"देश के सपूतों की शहादत के बाद हम आज स्वतंत्र जीवन-यापन कर रहे हैं। स्वाधीनता के उस दौर में पुरुषों के साथ महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों ने भी आजादी की जंग में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था"। ये बातें चौरी-चौरा आंदोलन के 100 वर्ष पूरा होने पर Uttar Pradesh की इत्रनगरी Kannauj में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान प्रदेश सरकार के Minister Bhupendra Chaudhary ने कहीं। इस मौक पर एक डाक टिकट भी जारी किया गया।
Uttar Pradesh के पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने तहसील परिसर में बने शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित करने के बाद दीप प्रज्जवलित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर राष्ट्र गान भी गाया गया। 1998 में कारगिल युद्ध मे शहीद जसपुरापुर सरैया निवासी शहीद राजेश कुमार की वीर पत्नी सुधा दिवेदी को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
अपने संबोधन में मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि वीर सपूतों की शहादत को इस समारोह के माध्यम से सजोने और क्षेत्रीय स्तर पर उनको याद कर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने का काम UP की Yogiadityanath सरकार कर रही है।
उन्होंने चौरी-चौरा की घटना को याद करते हुए कहा कि पंडित मदन मोहन मालवीय के सहयोग से ही उस समय कई व्यक्तियों की जान बच पाई थी। उन्होंने कहा कि हमें उन शहीदों और अपने देश को दुश्मनों से बचाने में शहीद हुए सभी वीर सपूतों के महत्वपूर्ण योगदान को याद रखते हुए उन्हें नमन करना चाहिए। साथ ही उनके याद में बनाई गईं स्मृतियों पर श्रद्धा सुमन अर्पित करना चाहिए।
Post A Comment:
0 comments: