-Kanpur की Barra Police को मिली बड़ी सफलता
-सचान चौराहे के पास से दोनों शातिरों को पुलिस ने पकड़ा
-5.50 लाख रुपए के जाली स्टांप और टिकट बरामद
-लंबे समय से फर्जी स्टांप की बिक्री कर सरकार को लगा रहे थे चूना
Yogesh Tripathi
लंबे समय से जाली (Fake) स्टांफ और नोटरी के टिकटों की बिक्री कर सरकार के राजस्व को चूना लगाने वाले शातिर गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दो लोगों को Arrest कर लिया। पुलिस के मुताबिक दोनों स्टांप विक्रेता हैं। कब्जे से पुलिस ने करीब 5.50 लाख रुपए के जाली स्टांप और नोटरी टिकट भी बरामद किए हैं। पुलिस मोबाइल कॉल डिलेटल (CDR) के जरिए गिरोह से ताल्लुक रखने वाले अन्य स्टांप विक्रेताओं के बारे में छानबीन कर रही है।
SSP/DIG ड़ॉक्टर प्रीतिंदर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि जरिए मुखबिर Kanpur में लंबे समय से Fake स्टांप और नोटरी के टिकटों की बड़े पैमाने पर बिक्री होने की सूचनाएं मिल रही थीं। मुखबिर की सूचना पर बर्रा पुलिस ने सचान चौराहे के पास कर्नलगंज निवासी मोहम्मद शीजान और प्रयागराज के कैंट थाना एरिया निवासी रंजीत कुमार रावत को दबोच लिया। तलाशी में दोनों के पास से करीब साढ़े पांच लाख रुपए के जाली स्टांप और नोटरी टिकट बरामद हुए।
थाने लाकर दोनों से पुलिस की टीम ने पूछताछ Start की। DIG डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह के मुताबिक दोनों ने पुलिस को बताया कि गिरोह भागलपुर, कोलकाता और पटना से प्रयोग किए गए स्टांप खरीदते हैं। इसके बाद ब्लीचिंग के जरिए लिखे गए मैटर को साफ कर देते हैं। स्टांप जितना पुराना होता है, उतने ही मंहगे दाम पर बिकता है। गिरोह के लोग कानपुर के साथ-साथ प्रयागराज समेत कई जनपदों में जाली स्टांप की बिक्री करते हैं। जाली स्टांप के जरिए फर्जी रजिस्ट्री, इकरारनामा, मुख्तारनामा, वसीयतनामा, शपथ पत्र आदि बनवाए जाते हैं। पुलिस का कहना है कि दोनों के पास स्टांप बिक्री का लाइसेंस भी है।
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