-2018 में Kannauj के ASP ने की थी 16 पुलिस कर्मियों की जांच
-ASP ने तत्तकालीन IG Range (Kanpur) को सौंपी थी Report
-Report को आधार बनाकर ED के अफसर जल्द करेंगे पूछताछ
Yogesh Tripathi
Gangster Vikas Dubey और उसके खजांची Jai Bajpai के “हमदर्द” रहे 16 पुलिस कर्मी जल्द ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) के “रडार” पर आ सकते हैं। इसमें UP Police के तीन बड़े अफसर भी शामिल हैं। बड़े सूत्रों की मानें तो Kanpur में तैनाती के दौरान इन पुलिस कर्मियों ने करोड़ों रुपए की लूटखसोट की थी। कई ने तो बेनामी संपत्तियां तक खरीद लीं। इन सभी पुलिस कर्मियों के सीधे कनेक्शन Vikas Dubey और उसके खजांची Jai Bajpai से रहे हैं। ED ने दो साल पहले Kannauj के ASP रहे केसी गोस्वामी जांच रिपोर्ट को आधार बनाया है। देर-सबेर ये पुलिस कर्मी ED के “यक्ष प्रश्नों” का जवाब देने के लिए बैठे दिखाई दे सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से एक पत्र Range के बड़े अफसर को लिखा गया था। इसके बाद ED की एक टीम ने अफसर से मुलाकात कर तमाम जानकारियां भी जुटाई। कुछ महत्वपूर्ण कागजात भी ED को मुहैया कराए गए। ED अफसरों की मानें तो 2018 में कन्नौज के ASP के.सी गोस्वामी ने पुलिस विभाग के तीन बड़े अफसरों समेत 16 पुलिस कर्मियों की जांच की थी। सभी पर आरोप था कि Vikas Dubey, उसके खजांची Jai Bajpai और गिरोह के सदस्यों के खिलाफ यदि कोई भी शिकायत करता था तो ये पुलिस कर्मी कोई कार्रवाई करने के बजाय शिकायतकर्ताओं के खिलाफ ही मुकदमा पंजीकृत कर देते थे।
केसी गोस्वामी ने पूरे प्रकरण की लंबी जांच की। मामला सही पाए जाने पर Report तत्कालीन IG Range को सौंप दी। जांच की जद में आए सभी पुलिस कर्मचारी नजीराबाद, बजरिया, एलआइयू और पासपोर्ट विभाग में काम करने वाले थे। एक एसपी, एक एडीशनल एसपी और एक क्षेत्राधिकारी का भी नाम शामिल रहा।
सूत्रों की मानें तो इन पुलिस कर्मियों ने Vikas Dubey और Jai
Bajpai की
मिलीभगत से करोड़ों की अकूत कमाई कर तमाम बेनामी संपत्तियां भी बना ली। सभी ने
समय-समय पर विकास दुबे, जय बाजपेयी का वीजा, पासपोर्ट बनवाने में तो मदद की ही साथ
ही कई पुलिस कर्मियों ने काले कारोबार में भी अपरोक्ष तरीके से गिरोह का साथ दिया।
तो क्या IG (Range) को गुमराह कर रहे हैं चौकी इंचार्ज
2/3 जुलाई 2020 की रात्रि चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के बाद शासन और प्रशासन की जमकर थू-थू हुई। Gangster Vikas Dubey के करीबी कई पुलिस वालों के चेहरे बेनकाब हुए। इन पुलिस कर्मियों के विकास दुबे और जय बाजपेयी से सीधे कनेक्शन अब जगजाहिर हो चुके हैं। लेकिन पुलिस विभाग ने अभी तक सीख नहीं ली है। नजीराबाद थाने के अशोक नगर चौकी इंचार्ज ने कुछ दिन पहले जो रिपोर्ट अफसरों को दी है उसमें इस बात का उल्लेख किया कि विकास दुबे के खजांची जय बाजपेयी के मकान में कोई पुलिस कर्मी नहीं रहता है। जब कि हकीकत कुछ और थी। चौकी इंचार्ज ने शिकायतकर्ता सौरभ भदौरिया और उनके बुजुर्ग पिता को ही अपराधी मानसिकता का करार देते हुए दोनों के खिलाफ उल्टी रिपोर्ट भेज दी। सौरभ भदौरिया के पिता की उम्र करीब 75 वर्ष है। सूत्रों की मानें तो सौरभ भदौरिया की शिकायत के बाद आइजी ने मामले को संज्ञान में लिया। गोपनीय जांच में शहर के तीन दरोगा जय बाजपेयी के मकान में किराए पर रहते हुए पाए गए। इसके बाद आइजी ने तीनों को तत्काल सस्पेंड कर दिया। अब सवाल ये उठता है कि क्या आइजी कानपुर रेंज फर्जी रिपोर्ट देने वाले चौकी इंचार्ज के खिलाफ भी कोई कार्रवाई करेंगे ? सौरभ भदौरिया का आरोप है कि चौकी इंचार्ज तमाम तरह से उनका न सिर्फ उत्पीड़न कर रहे हैं बल्कि धमकी भी दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि सौरभ भदौरिया ने विकास दुबे और उसके खजांची जय बाजपेयी के गिरोह की परतें खोलने वाले इकलौते व्यक्ति हैं। शासन की तरफ से अभी तक उनको कोई सुरक्षा भी नहीं मुहैया कराई गई है।
IG (Range) ने तीन दरोगाओं को किया सस्पेंड
लंबे समय से Vikas Dubey के खजांची Jai Bajpai के घर में किराए पर रह रहे तीन दरोगाओं को IG (Range) मोहित अग्रवाल ने गुरुवार रात को सस्पेंड कर दिया। IG (Range) की तरफ से कराई गई छानबीन में तीनों दरोगा जय बाजपेयी के मकान में रहते हुए मिले। सीओ नजीराबाद गीतांजलि ने तत्काल मकान में छापा मारा। कर्नलगंज थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर राजकुमार, अनवरगंज में तैनात इंस्पेक्टर उस्मान अली, रायपुरवा में तैनात सब इंस्पेक्टर खालिद यहां पर लंबे समय से रह रहे थे। सीओ की सूचना पर आइजी ने तत्काल तीनों दरोगाओं को सस्पेंड कर दिया। आइजी का कहना है कि जय बाजपेयी पर गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई हो चुकी है। मकान भी अनाधिकृत बताया जा रहा है। केडीए छानबीन कर रही है। ऐसे में यहां पर रहकर तीनों दरोगाओं ने पुलिस महकमें की छवि को धूमिल किया है। जिसकी वजह से कार्रवाई की गई है। तीनों दरोगाओं के खिलाफ जल्द ही विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
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