-Hamirpur के मौदहा में UPSTF ने अमर दुबे को मार गिराया
-CO समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल था Amar Dubey
-Encounter में मारे जा चुके अतुल दुबे का भतीजा था अमर दुबे
-Amar Dubey का पिता संजू दुबे भी विकास दुबे का दाहिना हाथ था
-सड़क हादसे में हो गई थी अमर के पिता की मौत
-Amar Dubey की मां क्षमा को STF भेज चुकी है जेल
हमीरपुर जनपद के मौदहा में STF के हाथों Encounter में मारा गया विकास दुबे का बॉडीगार्ड अमर दुबे। (फोटो साभार-सोशल मीडिया) |
Yogesh Tripathi
UPSTF को बुधवार तड़के बड़ी सफलता मिली। Kanpur के पड़ोसी जनपद Bundelkhand के Hamirpur स्थित मौदहा में 25 हजार रुपए के इनामी अपराधी Amar Dubey को Encounter में ढेर कर दिया। Amar Dybey मोस्ट वांटेड अपराधी Vikas Dubey का बॉडीगार्ड बताया जा रहा है। अमर 2 जुलाई की रात को बिकरू गांव में CO समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या में शामिल रहा था। अमर दुबे 2.5 लाख के इनामी बदमाश विकास दुबे के 5 "प्राणवायु" में एक था। विकास के पांच "प्राणवायु" उसके साथ हमेशा मौजूद रहते थे। इसका खुलासा दो दिन पहले मैने खुद प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक समाचार पत्र "अमृत प्रभात" में प्रकाशित खबर में किया था।
STF सूत्रों की मानें तो अमर दुबे पर करीब पांच मुकदमें पंजीकृत हैं। हमेशा स्वचालित हथियारों से लैस रहने वाले अमर दुबे की कहानी भी अलग है। अमर दुबे का पिता संजू दुबे की कुछ महीने पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। जिसके बाद अमर की मां क्षमा दुबे (जिसे दो दिन पहले पुलिस ने जेल भेजा है) ने अमर को विकास दुबे के साथ लगा दिया था। तब से अमर हथियारो से लैस होकर विकास की सुरक्षा करता था। हालांकि जानकारों का कहना है कि पिता के जिंदा रहने के दौरान अमर ने विकास का हाथ थाम लिया था।
Encounter में ढेर आतंक का पर्याय विकास दुबे का बॉडीगार्ड अमर दुबे। |
Amar Dubey के चाचा अतुल दुबे को पुलिस ने घटना वाली सुबह ही Encounter में मार गिराया था। खबरों की मानें तो STF की टीम ने मध्यरात्रि ही अमर दुबे को घेर लिया था। STF से घिरने के बाद अमर दुबे ने बेखौफ होकर गोलियां दागी लेकिन इस बार मामला सीधे STF से था इस लिए वह ढेर हो गया। एक पिस्टल समेत कुछ असलहे और कारतूस पुलिस ने मौके से बरामद किए हैं।
विकास दुबे के घर के बाहर बुलेट की सवारी करता एनकाउंटर में मारा गया अमर दुबे (फोटो साभार-सोशल मीडिया)
STF के टॉरगेट पर अब चार "प्राणवायु"
इसमें पहला नाम हीरू का है। जो पूरी तरह से फाइनेंस का काम देखता था। दूसरा नाम गोपाल सैनी का है जो कि प्राप्रटी से जुड़े मामले देख रहा था, तीसरा नाम बड्डे दुबे का है, ये विकास दुबे का खानसामा है। माना जा रहा है कि ये विकास दुबे के साथ हो सकता है। चौथा नाम गुड्डू शुक्ला का है जो कि गैंग के सदस्यों की निगरानी के साथ-साथ गांव में वित्तीय लेनदेन और विवादों का काम संभालता है।
2.5 लाख रुपए के इनामी विकास दुबे के साथ एक समारोह में बैठा उसका बॉडीगार्ड अमर दुबे (फोटो साभार-सोशल मीडिाय) |
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