-You Tube Acount & News Portal की आड़ में संचालित हो रहा था गंदा कारोबार
-SP South के निर्देश पर Barra (SHO) ने किया रैकेट का भंडाफोड़
Barra Police Station के बाहर लाल घेरे में सेक्स रैकेट का संचालन करने वाले फर्जी पत्रकार और कॉलगर्लें। |
Yogesh Tripathi
Kanpur की SP (South) अपर्णा गुप्ता के निर्देश पर Barra Police ने मेहरबान सिंह का पुरवा स्थित एक मकान में छापा मारकर लंबे समय से संचालित सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने दो कॉलगर्लों समेत 6 लोगों को Arrest किया है। Barra (SHO) सतीश कुमार सिंह का कहना है कि पकड़े गए चारो युवक फर्जी पत्रकार हैं। You Tube Acount & Web Portal की आड़ में लंबे समय से बड़े सेक्स रैकेट का संचालन कर रहे थे। एसपी साउथ का कहना है कि पकड़े गए चारो युवकों के संरक्षणदाताओं को चिन्हित करने में पुलिस टीम जुटी है। कई नंबर खंगाले जा चुके हैं। इन सभी के बारे में और जानकारियां मिल रही हैं।गोपनीय सूचना पर SP South ने दिए SHO को निर्देश
SP South अपर्णा गुप्ता को पिछले कई दिनों से गोपनीय सूचना प्राप्त हो रही थी कि Barra के मेहरनबान सिंह का पुरवा स्थित एक बड़े स्कूल के पास सेक्स रैकेट का संचालन कुछ तथाकथित लोग कर रहे हैं। सूचना पर विश्वास कर SP South ने Barra Police को त्वरित छापा मारने का निर्देश दिया। महिला फोर्स के साथ इंस्पेक्टर ने जब उक्त मकान पर छापा मारा तो वहां हड़कंप मच गया।आगरा की रहने वाली हैं कॉलगर्लें
Barra Police
जब मकान के अंदर दाखिल हुई तो वहां मौजूद लोग
इधऱ-उधर छिपने लगे। पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया। कुछ चेहरों को देख पुलिस
वाले को चक्कर आने लगा। ये वो चेहरे थे जो अक्सर चौकी और थाने में आकर सिपाहियों व
दरोगाओं से छोटे-मोटे कामों को लेकर खुद को पत्रकार बताते हुए रौब गांठते थे।
पुलिस ने Web Portal की तमाम (ID) और उनसे जुड़े दस्तावेज व परिचय पत्र बरामद किए।
इंस्पेक्टर के मुताबिक दोनों कॉलगर्लें यूपी के आगरा जनपद की रहने वाली हैं। दोनों
ने बताया कि उन लोगों से चारो लोग करीब एक साल से ये पेशा करवा रहे थे। बदले में
उनको रुपए मिलते थे लेकिन वह भी नाम मात्र ही।
ये फर्जी पत्रकार हुए Arrest
Barra (SHO) सतीश कुमार सिंह के
मुताबिक पकड़े गए फर्जी पत्रकार बख्तौरी पुरवा नौबस्ता निवासी मंगल प्रसाद पासवान,
बर्रा 8 निवासी विमलेश तिवारी, दादानगर गोविंदनगर निवासी मुन्ना सिंह और नौबस्ता
हंसपुरम निवासी नीरेंद्र सिंह हैं। चारो यू-ट्यूब पर अकाउंट बनाकर उसमें वीडियो
पोस्ट करते थे। सभी ने फर्जी तरीके से आइडी भी बना रखी थी। इंस्पेक्टर के मुताबिक
गिरफ्तार लोगों में दो ने बताया है कि वह लोग पत्रकारों के एक चर्चित संगठन से भी
जुड़े रहे हैं। www.redeyestimes.com ने जब इस संगठन के प्रेसीडेंट से बातचीत की तो
उन्होंने कहा कि कभी जुड़े थे लेकिन ये लोग अक्सर विवाद करते थे। कभी उगाही तो कभी
इसी तरह की गंदी हरकतें। जिसकी वजह से संगठन ने करीब एक साल पहले ही निकाल दिया
था। फिलहाल संगठन ने चारो में से किसी का कोई लेनादेना नहीं है।
WhatsApp से संचालित करते थे नेटवर्क
पकड़े गए चारो
युवकों ने पुलिस को बताया कि वह लोग सोशल मीडिया WhatsApp पर
ग्रुप बनाकर उसमें कॉलगर्लों की फोटो को सेंड करते थे। ग्रुप का सदस्य जब कॉलगर्ल
पसंद करता था तो उसके बताए स्थान पर भेजने से पहले रुपए का सौदा तय होता था।
सूत्रों की मानें तो ये सभी लोगों की ब्लू फिल्म तक बनाते थे और बाद में उगाही भी
करते थे। हालांकि इसकी पुष्टि अभी तक पुलिस ने नहीं की है। पुलिस को कई सफेदपोश
लोगों के नंबर भी मिले हैं। पुलिस का कहना है कि 2500 से 10000 रुपए तक में
कॉलगर्ल भेजी जाती थीं।
हालांकि ये कोई पहली
बार नहीं है। इससे पहले भी शहर में कुछ तथाकथित लोग पकड़े जा चुके हैं, वर्तमान
समय में ये सबी सफेदपोश लोगों के संरक्षण में गोरखधंधे में लिप्त हैं। कुछ के
हाथों में कैमरा है तो कई की गाड़ियों पर Press लिखा
है। कई तथाकथित तो पत्रकारों के संगठन में सदस्य और पदाधिकारी भी हैं ।
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