-UPSTF Kanpur (Unit) के प्रभारी Ghanshyam Yadav की टीम को मिली सफलता
-नजीराबाद थाना क्षेत्र से पकड़ा गया Wanted अतिश्री दीक्षित उर्फ अप्पू
-लूटे गए 50 हजार रुपए, बाइक और तमंचा भी STF ने बरामद किया
Yogesh Tripathi
लंबे
समय से Kanpur Police के लिए सिरदर्द बने 25 हजार रुपए के इनामी Wanted बदमाश अतिश्री
दीक्षित उर्फ अप्पू को UPSTF (Kanpur Unit) ने नजीराबाद थाना
एरिया से गिरफ्तार कर लिया। STF ने उसके पास से 63 हजार रुपए की नकदी,
एक तमंचा और गाड़ी बरामद की है। फिलहाल उससे पूछताछ चल रही है। शातिर नवाबगंज थाना
में दर्ज एक मुकदमें में वांछित था।
नवाबगंज थाने से वांछित था अप्पू दीक्षित
STF (Kanpur Unit) के प्रभारी Ghanshyam
Yadav ने www.redeyesrimes (News Portal) को बताया कि जरिए
मुखबिर सूचना मिली कि Kanpur के नवाबगंज थाने से
वांछित शातिर अपराधी अतिश्री दीक्षित उर्फ अप्पू दीक्षित जेके नहरिया रोड की तरफ
पहुंचने वाला है। इस पर STF की टीम ने नजीराबाद
इंस्पेक्टर मनोज रघुवंशी को सूचना देकर Alert किया। मुखबिर के
साथ पहुंचे एसटीएफ प्रभारी और उनकी टीम ने मनोज पान भंडार की तरफ से आ रहे बाइक
सवार को रुकने का इशारा किया।
भागने की कोशिश पर STF ने घेराबंदी कर किया Arrest
सादे
कपड़ों में फोर्स को देख अतिश्री दीक्षित ने बाइक को घुमाकर भागने की कोशिश की
लेकिन तभी वहां नजीराबाद थाने के प्रभारी मनोज रघुवंशी पहुंचे। एसटीएफ टीम ने
नजीराबाद पुलिस के सहयोग से अतिश्री दीक्षित को गिरफ्तार कर लिया। एसटीएफ ने अप्पू
के पास से एक तमंचा, कारतूस, करीब 63 हजार रुपए नकद, बाइक बरामद की है।
शहर के थानों में दर्ज हैं अप्पू पर 15 मुकदमें
एसटीएफ
प्रभारी ने बताया कि अप्पू दीक्षित बेहद शातिर किस्म का अपराधी है। शहर के विभिन्न
थानों में उसके खिलाफ करीब 15 मुकदमें लूट, चोरी, गैंगस्टर, आर्म्स एक्ट के तहत
दर्ज हैं। नवाबगंज में दर्ज मुकदमा अपराध संख्या 148/18 धारा
454/380/411/413 में अप्पू दीक्षित लंबे समय से वांछित था।
एक इंस्पेक्टर खरीद चुके हैं अप्पू से 3 मोबाइल
लंबे
समय से फरार चल रहे अतिश्री दीक्षित उर्फ पप्पू के बारे में पुलिस को सटीक लोकेशन
नहीं मिल पा रही थी। कभी मुंबई तो कभी नेपाल में उसके होने की खबर पुलिस को मिली।
जबकि हकीकत ये है कि पुलिस के कागजों में फरार चल रहा अप्पू दीक्षित कल्याणपुर
थाना एरिया स्थित पनकी मार्ग पर मां गायत्री मंदिर के पास कृष्णा मोबाइल नाम की
दुकान पर मैनेजर का कार्य कर रहा था। खास बात ये है कि शहर के एक इंस्पेक्टर इस
शातिर से पिछले कुछ महीने में ही तीन मोबाइल खरीद चुके थे। उनको भी ये भनक नहीं लग
पाई कि अप्पू शातिर किस्म का Wanted अपराधी है।
STF (Kanpur Unit) के प्रभारी Ghanshyam
Yadav के
मुताबिक लंबे समय से इस शातिर की लोकेशन को सर्विलांस के जरिए वह ट्रेस कर रहे थे।
कुछ मुखबिरों का संजाल भी बिछाया था। जिसके बाद इसकी गिरफ्तारी संभव हो सकी।
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