किसान मोर्चा के जिला मंत्री हैं पीड़ित हरीष निषाद
अमराहट थानेदार तिलकधारी पर मारपीट का आरोप
Kanpur Dehat के भाजपा कार्यकर्ताओं में आक्रोश
अमराहट थानेदार तिलकधारी की पिटाई से जख्मीं बीजेपी किसान मोर्चा के जिला मंत्री हरीश निषाद।
Yogesh Tripathi
Kanpur Dehat में BJP नेताओं पर पुलिस का अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। पुलिस ने एक और नेता की कुटाई कर दी। अपनी ही सरकार में BJP नेता और कार्यकर्ता पुलिस
के हाथों पीटे जा रहे हैं। पहले भाजपा के मंडल अध्यक्ष और अब किसान मोर्चा के
मंत्री। BJP नेता के साथ मारपीट करने का आरोप इस बार अमराहट थानेदार तिलकधारी सिंह पर लगा
है। Kanpur Dehat (BJP) के मीडिया प्रभारी विकास मिश्रा ने www.redeyestimes.com
घटना की पुष्टि करते हुए
बताया कि देर शाम सांसद रामशंकर कठेरिया समेत कई बड़े नेता पीड़ित के घर पहुंच रहे
हैं। दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए हाईकमान से बात की जाएगी।
थप्पड़ जड़ने के बाद जूता मारने का आरोप
BJP (Kanpur Dehat) के मीडिया प्रभारी ने बताया कि हरीश निषाद भाजपा किसान
मोर्चा के जिला मंत्री हैं। 24 घंटा पहले अमराहट थानेदार तिलकधारी सिंह ने अकारण
उनकी पिटाई की। पीड़ित हरीश निषाद का आरोप है कि कि कैंसर पीड़ित भाई को तिलकधारी
सिंह पीट रहे थे। आरोप है कि हरीश के विरोध करने पर थानेदार तिलकधारी सिंह ने पहले
उनको झापड़ मारा फिर जूते का अगला हिस्सा उनके कान पर मार दिया। उनको अब सुनाई
नहीं दे रहा है। हरीश का आरोप है कि थानेदार ने कहा कि अब खुद को नेता कभी कहेगा ? हरीश ने घटना की जानकारी
जिलाध्यक्ष से लेकर तमाम पदाधिकारियों को दी लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। इसके बाद
मीडिया प्रभारी विकास मिश्रा को दी। सोशल मीडिया पर पहले बातचीत का आडियो जारी
हुआ। इसके बाद पीड़िता का एक Video भी सोशल मीडिया के तमाम ग्रुप में वॉयरल हो रहा है।
Police की कार्यशैली से भाजपाइयों में आक्रोश
पुलिस की कार्यशैली को लेकर बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा आक्रोश
है। कानपुर देहात में ये कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले दो घटनाएं हो चुकी हैं।
कुछ दिन पहले मंडल अध्यक्ष को एक दरोगा ने जमकर पिटाई की थी। तब हमले में मंडल
अध्यक्ष गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनको हैलट में भर्ती कराना पड़ा था लेकिन खास
बात ये रही कि उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई। सिर्फ दरोगा को सस्पेंड कर अफसरों ने
अपने कर्तव्यों की इतिश्री कर ली। इससे पहले जिले के एक सीनियर पदाधिकारी के साथ
भी पुलिस की तरफ से अभद्रता हो चुकी है ।
क्या कहते हैं थानेदार अमराहट ?
पूरे मामले पर अमराहट थानेदार तिलकधारी ने www.redeyestimes.com (News Portal) से बातचीत में कहा कि दो दिन पहले बीजेपी नेता नशेबाजी में विवाद होने पर 100 नंबर की सूचना पर वे फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे थे। लूट की फर्जी सूचना सूचना बीजेपी नेता के भाई ने दी थी। सभी लोगों को थाने पर लाया गया था। जिसमें अपने भाई को छुड़ाने के लिए बीजेपी नेता पैरवी कर रहे थे। उनकी सुनवाई न करते हुए पुलिस ने न्याय संगत कार्रवाई की। जिसकी वजह से वे पेशबंदी कर रहे हैं। मारपीट के सारे आरोप निराधार हैं।
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