धारा 370 हटाने का बदला लेगा आतंकी संगठन (JEM)
निशाने पर Kanpur, Lucknow, Delhi समेत कई प्रमुख शहर
आतंकियों के टॉरगेट पर देश के 4 प्रमुख एयरबेस भी
17 साल पहले “लापता” 53 संदिग्ध PAK नागरिक बने हैं खतरा
PM, HMO और NSA Chief को भी आतंकी संगठनों की धमकी
Report By Anoop Bajpai
Senior Journalist
& Former President
Press Club Kanpur
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जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का बदला लेने के लिए Pakistan के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने धमकी भरा पैगाम भेजा है। खुफिया सूत्रों की मानें तो जैश-ए-मोहम्मद (JEM) के शमशेर वानी ने ये धमकी भरा पत्र कुछ दिन पहले ही भेजा है। इसके बाद देश के चार प्रमुख एयरबेस समेत सभी 30 शहरों में सिक्योरिटी के मद्देनजर हाई अलर्ट जारी किया गया है। पत्र में साफ-साफ कहा गया है कि धारा 370 का हम बदला लेकर ही रहेंगे।
UP में Kanpur, Lucknow और आगरा एयरबेस टॉरगेट पर
UP में Kanpur, Lucknow और आगरा एयरबेस विशेष तौर पर आतंकी संगठनों के टॉरगेट पर हैं। आगरा एयरबेस
के अफसरों के अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। एयरबेस की सिक्योरिटी और भी कड़ी कर
दी गई है। वहीं, कानपुर और लखनऊ के पुलिस अफसरों को भी खतरें की आशंका के मद्देनजर
सतर्क रहने को कहा गया है।
Kanpur में लंबे समय से है आतंकियों की आमदरफ्त
UP का प्रमुख शहर Kanpur आतंकियों के लिए नया नहीं है। ये शहर आतंकी संगठनों के
स्लीपर सेल, ISI एजेंट, सिमी के आतंकियों का गढ़ रहा है। नब्बे के दशक में शहर के हलीम मुस्लिम
डिग्री कॉलेज में सिमी के जलसे का आयोजन किसी से छिपा नहीं है। शहर में पिछले ढाई
दशक के दौरान आतंकी संगठनों के करीब दो दर्जन से अधिक स्लीपिंग मॉड्यूल्स, ISI एजेंट खुफिया एजेंसियों ने
पकड़े हैं। तमाम अभी भी जेल में बंद हैं । इतना ही नहीं बांग्लादेश के आतंकी संगठन हूजी के करीब दो दर्जन से अधिक स्लीपिंग मॉड्यूल्स के मौजूदगी की खुफिया जानकारी 10 साल पहले गृह मंत्रालय को दी जा चुकी है। कई कानपुर में पकड़े भी जा चुके हैं।
खुफिया एजेंसियों के लिए सिरदर्द हैं “लापता” 53 ISI एजेंट
करीब 17 साल पहले देश के अलग-अलग राज्यों के प्रमुख शहरों से “लापता” हुए 53 संदिग्ध पाकिस्तानी
नागरिक देश की खुफिया के लिए आज भी सिरदर्द बने हुए हैं। हालांकि इसमें करीब आधा
दर्जन पकड़े जा चुके हैं लेकिन बाकी का आज तक पता नहीं चल सका है। इस कहानी को
समझने के लिए हमें 17 साल पीछे जाना पड़ेगा। India-Pak के रिश्तों को बेहतर करने
के लिए फ्रेंडशिप सीरीज का आयोजन तय किया गया था। इसमें दोनों ही मुल्कों को एक दूसरे
के मैच में जाकर 6-6 वन-डे मैच खेलने थे। दोनों ही देशों के भारी संख्या में
नागरिक मैच देखने को इंडिया-पाकिस्तान गए। नए नियम के तहत पाक सरकार ने अपने
नागरिकों को इंडिया के उसी शहर में वीजा देने का फैसला लिया, जिस शहर में मैच का
आयोजन होना था। खास बात ये थी कि पाक नागरिकों को पाकिस्तानी सेल में ठहरने की रिपोर्ट
भी नहीं करनी थी।
Kanpur के ग्रीन पार्क में खेला गया था पांचवा मैच
Kanpur के ग्रीन पार्क स्टेडियम में भारत और पाक के बीच पांचवा वन-डे मैच होना था।
छठवें मैच का आयोजन दिल्ली में तबके फिरोजशाह कोटला ग्राउंड पर तय था। लेकिन
दिल्ली स्टेडियम में निर्माण कार्य पूरा न होने की वजह से ये मैच कैंसिल कर दिया
गया। जिसकी वजह से सीरिज का आखिरी मैच कानपुर का ही रहा।
काफी संख्या में PAK नागरिक हो गए “लापता”
खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक हर मैच के दौरान कुछ पाकिस्तानी नागरिक “लापता” हुए। Kanpur & Delhi में अधिक संख्या में पाक
नागरिकों के भागने की योजना थी। ऐसा हुआ भी। जिनको दिल्ली से भागना था वो भी
कानपुर के मैच के बाद ही भागे। खुफिया रिपोर्ट में कुल 53 पाक नागरिकों के लापता
होने की तब पुष्टि हुई थी। इसमें करीब आधा दर्जन को खुफिया एजेंसियों ने मध्य
प्रदेश, राजस्थान और यूपी के कुछ शहरों से Arrest कर लिया लेकिन बाकी का आज
तक कोई सुराग नहीं लगा है। “लापता” PAK नागरिक आज भी खुफिया और गृहमंत्रालय के लिए बड़े सिरदर्द
बने हुए हैं।
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