जूही खलवा पुल के नीचे भीषण जलभराव
जरा सी बारिश में खलवा पुल बन जाता है “टापू”
दोनों छोर से जान जोखिम में डालकर निकलते हैं राहगीर
एक दशक में दर्जन भर से अधिक लोगों की हो चुकी है मौत
जूही खलवा पुल से शव को निकलवाने के बाद पोस्टमार्टम हाउस भेजने की तैयारी करती पुलिस। |
Yogesh Tripathi
Uttar
Pradesh के अधिकांश जनपदों में
पिछले कई दिनों से बारिश हो रही है। Kanpur में पिछले चार
दिन से बारिश ने थमने का नाम ही नहीं लिया है। गुरुवार शाम को शुरु हुई बारिश पूरी
रात हुई। भारी बारिश की वजह से कई मोहल्ले “टापू” बन चुके हैं। 12 घंटे की बारिश में “टापू” बने जूही खलवा
पुल के नीचे एक व्यक्ति की पानी में डूबकर मौत हो गई।
शुक्रवार सुबह शव निकलवाने के बाद भी जूही खलवा पुल का ट्रैफिक भीषण जलभराव की वजह से ध्वस्त रहा। |
शुक्रवार सुबह शव पानी में उतराता मिला शव
अधेड़ व्यक्ति का शव शुक्रवार सुबह पानी में
उतराता मिला तो क्षेत्र में सनसनी फैल गई। मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ एकत्र हो
गई। सूचना पर रायपुरवा और जूही थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। शव को बाहर
निकलवाने के बाद पुलिस ने शिनाख्त करवाने की कोशिश की, बाद में शव को पोस्टमार्टम
के लिए भेज दिया।
पहले भी हो चुकी हैं कई मौतें
जूही खलवा पुल लंबे समय से शहरियों के लिए
बवाल-ए-जान बना हुआ है। यहां जरा सी बारिश में ही भारी जलभराव हो जाता है। दो साल
पहले यहां पानी की निकासी के लिए पंपिग सेट भी लगवाया गया लेकिन वह भी अब तक “सफेद हाथी” साबित होता
दिखाई दे रहा है। पिछले एक दशक में इस पुल के नीचे दर्जन भर से अधिक लोग अपनी जान
गवां चुके हैं। खास बात ये है कि कानपुर के उत्तर-दक्षिण के हिस्से को जोड़ने वाले खलवा पुल से हर रोज एक लाख से अधिक लोग गुजरते हैं। नयापुल और गोविंदपुरी पुल भी हैं लेकिन इस खलवा पुल से गुजरने वाले राहगीरों की संख्या काफी अधिक होती है।
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