मुखलाल पाल पर “छतरी” लगा उनके लिए टिकट मांग रहे थे दिग्गज
क्षेत्रीय दिग्गज की एंट्री से बिगड़े दावेदारों के “सियासी समीकरण”
कई दावेदारों को देर रात्रि हाईकमन की तरफ से मिले संकेत
गुरुवार रात्रि बीजेपी कार्यालय में बैठक करते गृहमंत्री अमित शाह, कार्यकारी प्रेसीडेंट जेपी नड्डा और मंत्री नितिन गडकरी।
Yogesh Tripathi
Uttar Pradesh के Kanpur की गोविंद नगर विधान सभा (उपचुनाव) के लिए दावेदारों के बीच चल रही “नूराकुश्ती” में BJP के “क्षेत्रीय” दिग्गज के “दांव” से कई दावेदार चारो खाने “चित्त” हो चुके हैं। रेस में दूर-दूर तक कोई
नहीं दिखाई दे रहा है। www.redeyestimes.com (News Portal) से बातचीत में प्रत्याशिता
की रेस में शामिल रहे दो बड़े दावेदारों ने भी दबी जुबान से “क्षेत्रीय” दिग्गज का टिकट करीब-करीब Final हो जाने की बात स्वीकार की
है। सूत्रों का कहना है कि दिग्गज के नाम की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। ये
संकेत देर रात Delhi में चली BJP की मैराथन मीटिंग के बाद ही दावेदारों को दे दिए गए । हालांकि ये मीटिंग महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव के मद्देनजर प्रत्याशियों के चयन को लेकर थी लेकिन यूपी के उपुनाचव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर कई संकेत दे दिए गए ।
“सुपर पॉवर” से अंतिम दौर में दावेदारों को किया पस्त
“क्षेत्रीय” दिग्गज के बारे में चर्चा
है कि उन्होंने अपने सुपर पॉवर का आखिरी वक्त में प्रयोग किया। इससे पहले वो
मुखलाल पाल को आगे कर उनकी प्रत्याशिता के लिए लाबिंग कर रहे थे। लेकिन अंदरखाने
से संकेत अलग आ रहे थे। कोई खुलकर कुछ नहीं बोल रहा था लेकिन देर रात्रि से ही
उनकी प्रत्याशिता की चर्चा ने जोर पकड़ लिया। सूत्रों की मानें तो “क्षेत्रीय” दिग्गज की पैरवी में सूबे
के दो सुप्रीमों (संगठन और सरकार के शीर्ष) लगे हैं। चूंकि अन्य दावेदारों को
चित्त करना था इस लिए “क्षेत्रीय” दिग्गज के नाम को
आखिरी दौर में आगे बढ़ाया गया। “क्षेत्रीय” दिग्गज के नाम का ऐलान तो अभी नहीं हुआ है लेकिन सोशल
मीडिया में उनके नाम को लेकर चर्चाएं काफी जोर-शोर से हो रही हैं। कुछ WhatsApp ग्रुप में तो उनके टिकट
फाइनल होने की बात कही जा रही है लेकिन BJP हाईकमान की तरफ से अभी तक
किसी के नाम की घोषणा नहीं की गई है।
सुरेंद्र मैथानी को तगड़ा झटका
सूत्रों की मानें तो सुरेंद्र मैथानी को तगड़ा झटका लगा है। मैथानी शुरु से ही
बीजेपी से टिकट मांग रहे अन्य दावेदारों पर 21 बैठ रहे थे लेकिन एक पुराने “महारथी” और कुछ निकट के लोगों ने
शुरुआती दौर में खेल बिगाड़ दिया। दो दिन पहले वे लखनऊ में सबकुछ मैनेज भी कर आए
थे लेकिन उसके बाद भी बाजी उनके हाथ से करीब-करीब फिसल चुकी है। कोई चमत्कार हो
जाए तो बात अलग है।
नोट------सुधी पाठकों से निवेदन है कि BJP हाईकमान की तरफ से अभी तक
प्रत्याशी के नाम पर अंतिम मुहर नहीं लगाई गई है। सियासी गलियारों और सोशल मीडिया
पर चल रहीं अपुष्ट खबरों के माध्यम से सच्चाई को आप तक लाने का प्रयास पोर्टल की
तरफ से है। पोर्टल किसी की प्रत्याशिता पर दावा नहीं कर रहा है। वहीं चर्चा और संभावना इस बात की भी है कि नाम फाइनल होने तक बाजी किसी और के हाथ भी लग सकती है। इसके लिए दो पुराने पूर्व "माननीय" अभी भी तगड़ी लामबंदी में लगे हैं।
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