PM नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट “नमामि गंगे” में सबकुछ "उल्टा-पुल्टा" ही चल रहा है। अरबों रुपए के इस प्रोजेक्ट में अफसर और ठेकेदार सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया कराए बगैर ही “मौत के मुंह” ढकेल रहे हैं। ताजा उदाहरण Uttar Pradesh के Kanpur का है। South City एरिया स्थित बाबूपुरवा में बुधवार की अलसुबह नाला साफ करने बिना किसी सुरक्षा उपकरण के उतरे दो सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि नाले में जहरीली गैस के रिसाव से दोनों कर्मचारी बेहोश हुए और उसी बीच पानी का बहाव तेज हो गया। जिसकी वजह से दोनों की मौत हो गई। दोनों कर्मचारियों के परिवार में मातम का माहौल है। फिलहाल इस मामले में विभाग के दोषी अफसरों के खिलाफ अभी तक रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई है।
YOGESH TRIPATHI
बाकरगंज से पुरानी रोड तक हो रही थी नाले की सफाई
घटना बाबुपुरवा थाना क्षेत्र की है। यहां कल्लू (28) निवासी बर्रा 8, रॉबिन (22) निवासी गुजैनी की दर्दनाक हो गई। दोनों सफाई कर्मचारी करीब दर्जन भर साथियों के साथ बाबूपुरवा में ठेकेदार सतीश सचान के अंतर्गत देर रात्रि तक बाकरगंज चौराहे से पुरानी रोड तक नाला सफाई का काम कर रहे थे। सुबह 4 बजे के करीब ये हादसा हो गया।
जहरीली गैस से घुटने लगा दम
बताया जा रहा है कि सबसे पहले कल्लू नाले में उतरा। अचानक जहरीली गैस का रिसाव हुआ तो कल्लू का दम घुटने लगा। कल्लू की जान जोखिम में देख रॉबिन ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन वो भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। साथी कर्मचारियों की मानें तो दोनों बेहोश हो गए। जब तक सभी लोग दोनों को बाहर निकालने की कोशिश करते पानी का बहाव अचानक तेज हो गया। जिसके चलते दोनों पानी में डूब गए। किसी तरह जद्दोजहद कर दोनों को बाहर निकाला गया। सूचना पर पहुंची बाबूपुरवा पुलिस की मदद से दोनों को साथी कर्मचारी हैलट अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
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