Uttar Pradesh के CM योगी आदित्यनाथ राजधानी Lucknow में जिस समय प्रदेश में बढ़ते अपराध को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे, उसी दौरान "मोहब्बत की नगरी" कहे जाने वाले (Agra) से प्रदेश की जनता और वकीलों को स्तब्ध कर देने वाली खबर आई। 48 घंटे पहले उत्तर प्रदेश बॉर काउंसिल की नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट दरवेश यादव की उनके ही साथी वकील ने लाइसेंसी रिवाल्वर से ताबड़तोड़ गोलियां मारकर शरीर छलनी कर दिया। 3 गोलियां लगने के बाद दरवेश की मौके पर ही मौत हो गई। दरवेश की हत्या के बाद हत्यारोपित वकील ने खुद को भी दो गोलियां मार लीं। उसे इलाज के लिए प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना न्यू आगरा एरिया स्थित दीवानी कचहरी की है। ADG समेत पुलिस के कई बड़े अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। हत्या की वजहों का फिलहाल पता नहीं चल सका है।
YOGESH TRIPATHI
सम्मान समारोह में पहुंची थी दरवेश यादव
यूपी बॉर काउंसिल की नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट दरवेश यादव के सम्मान में वकीलों ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। बुधवार को दरवेश कार्यक्रम में पहुंचीं। कार्यक्रम में भाग लेने के बाद वे दीवानी कचहरी स्थित अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चेंबर में बैठ गईं। बताया जा रहा है कि इसी दौरान दरवेश के पूर्व साथी अधिवक्ता मनीष शर्मा वहां पर पहुंचा। मनीष ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर निकाल कर दरवेश को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ तीन गोलियां उनके शरीर में दाग दीं।
[caption id="attachment_19646" align="alignnone" width="720"] यूपी बार काउंसिल की प्रसीडेंट दरवेश यादव की हत्या के बाद ये फोटो सोसल मीडिया पर वॉयरल है। जिसमें लाल घेरे वाले व्यक्ति को हमलावर मनीष शर्मा बताया जा रहा है। हालांकि इसकी अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है और न ही पोर्टल इसकी पुष्टि करता है।[/caption]
गोलियों की तड़तड़ाहट से कचहरी परिसर में सनसनी फैल गई। शरीर में गोलियां लगते ही दरवेश यादव जमीन पर गिर गईं। इस बीच बताया जा रहा है कि मनीष शर्मा ने खुद को भी दो गोलियां मार लीं। दरवेश और मनीष को पुष्पांजलि नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। दरवेश को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं हमलावर अधिवक्ता मनीष शर्मा की हालत नाजुक बनी हुई है।
रिटायर्ड पुलिस अफसर की बेटी थीं दरवेश
यूपी बॉर काउंसिल की प्रेसीडेंट दरवेश यादव मूलरूप से यूपी के एटा जनपद की रहने वाली थीं। उनके पिता पुलिस विभाग में क्षेत्राधिकारी के पद पर रहते हुए रिटायर हो चुके हैं। अपने पिता की दो बेटियों में दरवेश सबसे बड़ीं थीं। वहीं, हमलावर अधिवक्ता मनीष शर्मा के बारे में बताया जा रहा है कि उसका अपनी पत्नी से विवाद चल रहा है।
Kanpur के अधिवक्ताओं में शोक की लहर
यूपी बॉर काउंसिल की नवनिर्वाचित प्रेसीडेंट दरवेश यादव की हत्या के बाद शोक की लहर दौड़ गई। कानपुर में वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव यादव, संतोष शुक्ला, संतोष तिवारी, नरेंद्र मिश्रा, चंद्रप्रकाश दुबे, ब्रजेंद्र दुबे, रविकांत पांडेय, विनीत कुमार सिंह समेत दर्जनों अधिवक्ताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अधिवक्ता समाज को बड़ी क्षति हुई है। सभी ने दो मिनट के लिए मौन रख शोक संवेदनाएं प्रकट कीं।
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