Lok Sabha Election 2019 : “हाथ में लेकर हाथ चलो, राजनीति को साफ करो” अपने चुनावी प्रचार के पंपलेट पर इस स्लोगन को लेकर मुस्लिम एरिया की तंग गलियों में सघन जनसंपर्क कर रहे निर्दलीय और युवा प्रत्याशी जावेद मोहम्मद खान ने कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल के लिए “खतरे की सीटी” बजा दी है। जावेद का चुनाव चिन्ह सीटी है। शनिवार को उनके वाहन जुलूस में समर्थक सीटी बजाते हुए वोट मांगते नजर आए। जानकारों की मानें तो जावेद जितना बढ़िया चुनाव लड़ेंगे नुकसान सीधे तौर पर कांग्रेस प्रत्याशी श्रीप्रकाश जायसवाल को ही होगा।
YOGESH TRIPATHI
इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुके हैं जावेद मोहम्मद खान
बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे जावेद मोहम्मद खान ने साल 2001 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। एचबीटीआइ से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद ठेकेदारी में जुट गए। चार भाई और एक बहन में सबसे छोटे जावेद मोहम्मद खान का दावा है कि उनका सीधा मुकाबला बीजेपी प्रत्याशी सत्यदेव पचौरी से होगा। परेड के कादरी हाउस के पास रहने वाले जावेद को मुस्लिम वर्ग के बीच खासा समर्थन मिल रहा है।
बिगड़ रही कांग्रेस प्रत्याशी की “चुनावी गणित”
इसमें कोई शक नहीं है कि चुनाव सिर्फ दो प्रत्याशियों के बीच है। कांग्रेस के श्रीप्रकाश और बीजेपी के सत्यदेव पचौरी के बीच सीधी फाइट हो रही है। लेकिन जो “सियासी गणित” चल रही है उसके मुताबिक जीत और हार का अंतर काफी बड़ा नहीं होगा। ऐसे में जितना वोट मुस्लिम एरिया से जावेद मोहम्मद खान हासिल करेंगे वो निश्चित तौर पर सीधा नुकसान श्रीप्रकाश जायसवाल का ही करेंगे। जानकारों की मानें तो जिस तरह से जावेद का चुनाव है उससे लगता है कि 5 से 10 हजार के बीच वोट वो हासिल कर सकते हैं। ये कांग्रेस प्रत्याशी के लिए किसी बड़े दर्द से कम नहीं होगा। सियासत पर पैनी नजर रखने वालों की मानें तो चुनाव में बड़े वोटों से हार-जीत नहीं होगी।
“विभीषणों” ने भी कर रखा है श्रीप्रकाश को परेशान
कांग्रेस प्रत्याशी के लिए सिर्फ जावेद मोहम्मद खान ही खतरे ही सीटी नहीं बजा रहे हैं बल्कि कई कांग्रेसी नेता भी उनके लिए “विभीषण” का काम कर रहे हैं। इस बात का अंदाजा तो प्रत्याशी को भी है। कुछ नेता तो सीधे तौर पर चोट कर रहे हैं तो कुछ पर्दे के पीछे से। कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय कपूर के तमाम समर्थक पिछले कुछ दिनों में BJP का “भगवा चोला” ओढ़ चुके हैं। जाहिर है कि “भगवा चोला” ओढ़ने वाले ये पूर्व कांग्रेसी कार्यकर्ता और नेता कांग्रेस प्रत्याशी के बड़े वोटों का नुकसान कर रहे हैं। सबसे अधिक भीतरघात किदवईनगर विधान सभा में हो रहा है। किदवईनगर विधान सभा में अनुमान के मुताबिक कांग्रेस प्रत्याशी को कम वोट मिलने हैं लेकिन जो मिलने थे उसमें भी बड़ा भीतरघात होने की वजह से जीत दूर जा सकती है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को देर से मिल रही हैं गाड़ियां
www.redeyestimes.com (News Portal) ने कांग्रेस प्रत्याशी के कई कट्टर समर्थकों से बातचीत की तो उनका भी दर्द छलक पड़ा। एक ने कहा कि भाई हम पूरी टीम लेकर सुबह-सुबह निकल पड़ते हैं जनसंपर्क के लिए लेकिन प्रत्याशी की तरफ से जो वाहन भेजा जाता है वो दोपहर 11 बजे के बाद। गाड़ी पहुंचती है तो वो लोग एक बड़े भाग में जनसंपर्क कर चुके होते हैं। ये चुनाव का मैनेजमेंट देख रहे लोगों की तरफ से बड़ी खामियां हैं। प्रत्याशी का कोई दोष नहीं है। लेकिन जो सच है उसे कहा ही जाएगा।
[caption id="attachment_19403" align="alignnone" width="720"] सुनील भराला (दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री यूपी सरकार)[/caption]
ब्राम्हण मतदाता BJP को वोट करेगा : सुनील भराला
ब्राम्हण वोटर्स हिन्दू समाज का नेतृत्व करता रहा है। ब्राम्हण वर्ग ने सदैव राष्ट्रहित के लिए कार्य किया है। कानपुर नगर का ब्राम्हण मतदाता इस बार भी भाजपा प्रत्याशी के लिए वोट करेगा। होटल विजय विला में रुके यूपी सरकार के दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सुनील भराला ने एक रीजनल टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहीं। श्रीभराला ने कहा कि सिर्फ कानपुर में ही नहीं बल्कि यूपी की सभी लोकसभा सीटों पर ब्राम्हण मतदाता भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में वोट करेगा। उन्होंने कहा कि सूबे में ब्राम्हण वोटों का प्रतिशत 16.5 है। जो भाजपा के पक्ष में जा रहा है। उन्होंने कहा कि ब्राम्हण वर्ग हमेशा से आरक्षण का विरोधी रहा है।
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