Lok Sabha Election 2019 में “सत्ता का नशा” @BJP4India के नेताओं और कार्यकर्ताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। चुनाव आयोग (EC) के निर्देश का पालन कराने में जुटे @Uppolice के अफसरों और उनके मातहतों की राह में सत्ताधारी दल के नेता-कार्यकर्ता सबसे बड़ा रोड़ा बन रहे हैं। तीन दिन पहले Jhansi में BJP MLA के बेटे ने दरोगा को थप्पड़ मारा था। उससे ठीक एक दिन पहले Kanpur के रायपुरवा में डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा की सभा में भाजपाइयों ने @kanpurnagarpol के साथ अभद्रता की। इन घटनाओं को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि इटावा में BJP के Workers ने सांसद के इशारे पर सब इंस्पेक्टर (SI) गीतम सिंह को कूट दिया। सोशल मीडिया पर मामला तूल पकड़ा तो अफसरों ने सांसद और उनके समर्थकों के खिलाफ संगीन धाराओं में FIR रजिस्टर्ड की।
बगैर अनुमति मंदिर परिसर में कर रहे थे नुक्कड़ सभा
पीड़ित दरोगा गीतम सिंह के मुताबिक घटना बुधवार की है। भरेह थाना एरिया के राम जानकी मंदिर परिसर में लोकसभा प्रत्याशी रामशंकर कठेरिया करीब 40 से अधिक वाहनों का काफिला लेकर नुक्कड़ सभा के लिए पहुंचे। बगैर अनुमति नुक्कड़ सभा किए जाने की खबर मिलते ही पीड़ित दरोगा भी पहुंच गए। गीतम सिंह का आरोप है कि उनके पहुंचते ही सांसद रमाशंकर कठेरिया ने ग्रामीणों से कुछ बातचीत की और बोले कि “थाने से कोई दरोगा या दरोगी आया है कि नहीं”।
अमर्यादित शब्दों का प्रयोग होता देख दरोगा गीतम सिंह ने मोबाइल से रमाशंकर कठेरिया की अभद्रता को रिकार्ड करने की कोशिश की तो वो बिफर गए। दरोगा को बुलाकर उन्होंने मोबाइल बंद करने की ताकीद दी लेकिन दरोगा ने मोबाइल से रिकार्डिंग बंद नहीं की। इस पर सांसद ने इशारा कार्यकर्ताओं को किया। उसके बाद बीजेपी के कार्यकर्ता दरोगा पर टूट पड़े और घसीट-घसीट कर मंदिर परिसर में पिटाई की। आरोप है कि सर्विस रिवाल्वर भी छीनने की कोशिश भाजपा नेताओं ने की।
दो विधायकों की आंखों के सामने पिटता रहा दरोगा
दरोगा गीतम सिंह की जिस समय बीजेपी कार्यकर्ता पिटाई कर रहे थे उस समय वहां पर भरथना विधायक सावित्री कठेरिया, सदर विधायक सरिता भदौरिया और पूर्व विधायक रवींद्र सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे। दरोगा ने जान बचाने की गुहार लगाई लेकिन कोई बीच में नहीं आया। कुछ ग्रामीमों ने सूचना दी तो लोकल फोर्स मौके पर पहुंची। इसके बाद सभी हमलावर नेता और कार्यकर्ता धमकी देते हुए मौके से निकल गए। दरोगा का आरोप है कि नुक्कड़ सभा की कोई परमीशन नहीं थी। उनका आरोप है कि यहां पर कुछ गलत काम होने जा रहा था, जिसकी सूचना पर वे पहुंचे थे।
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सोशल मीडिया में Video Viral होने पर मचा हड़कंप
सोशल मीडिया में दरोगा का वीडियो वॉयरल होने के बाद जब घटना की जानकारी अफसरों को मिली तो हड़कंप मच गया। काफी देर तक इटावा और लखनऊ के अफसर चुप्पी साधे रहे लेकिन कुछ घंटे बाद ये चुप्पी टूटी। गुरुवार की सुबह दरोगा गीतम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने सांसद रमाशंकर कठेरिया, दोनों महिला विधायकों, और पूर्व विधायक समेत करीब 19 बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ IPC की संगीन धाराओं के तहत मुकदमा पंजीकृत किया।
पत्रकारों के सवाल पर क्या बोले रमाशंकर कठेरिया ?
पत्रकारों के सवाल पर सांसद रमाशंकर कठेरिया ने कहा कि मंदिर परिसर के बाहर सभा हो रही थी। दरोगा पहुंचे और उन्होंने अनुमति के कागज दिखाने की बात कहते हुए मोबाइल मुंह पर लगा दिया। ग्रामीणों ने विरोध किया तो मोबाइल गिर गया। सभा पर अनुमति के बाबत रमाशंकर कठेरिया ने कहा कि हर रोज वो कई गांवों में जाते कहां, कहां अनुमति लेते फिरेंगे। दरोगा के घायल होने और पिटाई के बाबत उन्होंने कहा कि हमने कोई मारपीट नहीं की है। गौर करने वाली बात ये है कि ये जवाब उन्होंने बेहद ठसक भरे अंदाज में गाड़ी पर बैठकर दी। उस समय भी उनके साथ करीब तीन दर्जन वाहनों का काफिला था।
SC/ST आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं रमाशंकर कठेरिया
रमाशंकर कठेरिया को बीजेपी ने इटावा लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। रमाशंकर कठेरिया SC/ST आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के साथ वर्तमान में आगरा से सांसद हैं। प्रत्याशी बनने के बाद उनके पांच दर्जन वाहनों का काफिला पूरे इटावा में हर वक्त मौजूद रहता है। खास बात ये है कि पूरे मामले पर इटावा जनपद की पुलिस पूरी तरह से बैकफुट पर है।
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