High Court से 5 लोगों की हत्या में दोषी पाए जाने और आजीवन कारावास की सजा मुकर्रर होते ही UP के हमीरपुर (सदर) से @BJP4India के MLA  Chowkidar Ashok Chandel "अंडरग्राउंड" हो गए हैं। शुक्रवार सुबह तक अशोक सिंह चंदेल की लोकेशन हमीरपुर में ही थी लेकिन इस समय वे हमीरपुर से नौ-दो-ग्यारह हो चुके हैं। इसकी पुष्टि कांड के चश्मदीद राजीव शुक्ला ने www.redeyestimes.com (News Portal) से बातचीत में की है।


YOGESH TRIPATHI


सुबह तक हमीरपुर में थी अशोक चंदेल की लोकेशन

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक BJP से टिकट मिलने के बाद विधायक बने "चौकीदार" अशोक सिंह चंदेल की सुबह 10 बजे तक लोकेशन हमीरपुर में थी। सोशल मीडिया पर जैसे ही उनके दोषी करार दिए जाने और उसके बाद आजीवन कारावास की सजा मुकर्रर होने की खबर Viral हुई वे "अंडरग्राउंड" हो गए। माना जा रहा है कि वे कानपुर स्थित अपने घर या फिर एक बड़े बीजेपी नेता के सरपरस्ती में हो सकते हैं।

[caption id="attachment_19326" align="alignnone" width="695"] एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ मिलाने के लिए अशोक चंदेल की तरफ बढ़ते हुए। फोटो साभार-अशोक चंदेल (facebook)[/caption]

22 साल पहले हुए हत्याकांड में इन लोगों की हुई थी मौत

हमीरपुर में 26 जनवरी 1997 को पुरानी रंजिश के चलते राजेश शुक्ला, राकेश शुक्ला, अम्बुज उर्फ गुड्डा, वेद नायक और श्रीकांत पांडेय की हत्या कर दी थी। इस घटना में राजीव कुमार शुक्ला, रविकांत पांडेय, विपुल, चंदन और हरदयाल घायल हो गए थे। राजेश के भाई राजीव शुक्ला जो खुद भी गोली लगने से घायल हुए थे, उनकी तहरीर पर देर रात अशोक सिंह चंदेल समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

Kanpur में भी दर्ज है कारोबारी की हत्या का मुकदमा

बीजेपी विधायक अशोक सिंह चंदेल का अपराध की दुनिया से काफी गहरा नाता रहा है। हमीरपुर सामूहिक हत्याकांड के अलावा कानपुर के किदवई नगर में उनके खिलाफ कारोबारी रणधीर गुप्ता की दिनदहाड़े हत्या का मामला कई साल पहले दर्ज किया गया था। गोविन्द नगर थाने में अशोक सिंह चंदेल के खिलाफ एक सर्किल अफसर (CO) के साथ अभद्रता और गुंडई का मुकदमा भी दर्ज है।

उमा भारती ने किया था बीजेपी में आने का विरोध

70 के दशक में डीबीएस कॉलेज छात्रसंघ के प्रेसीडेंट बने अशोक सिंह चंदेल करीब डेढ़ दशक बाद 1989 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पहली बार विधायक बने। इसके बाद अशोक चंदेल1993, 2008 में भी विधायक बने। बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर साल 1999 में लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने।  2017 में मोदी लहर को देखते हुए अशोक चंदेल ने बीजेपी ज्वाइन की। केंद्र सरकार में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री उमा भारती समेत बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने अशोक सिंह चंदेल का विरोध किया था लेकिन यूपी संगठन के एक बड़े नेता के आगे किसी की नहीं चली। अमित शाह के बेहद खास संगठन के इस नेता ने बड़ी मोटी रकम लेने के बाद अशोक चंदेल को न सिर्फ बीजेपी में शामिल करवाया बल्कि हमीरपुर सदर से टिकट भी दिलवा दिया।
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