UP के पूर्वांचल स्थित Santkabir Nagar में बुधवार को शर्मशार करने वाली राजनीतिक घटना हुई। केंद्र और यूपी की सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद शरद त्रिपाठी को शिलापट्ट पर उनका नाम न लिखा होना इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने मेंहदावल से बीजेपी के MLA राकेश सिंह बघेल पर पनही (जूतों) की बौंछार कर दी। एक-दो नहीं बल्कि पूरे गिनकर 10 जूते सांसद ने विधायक को मारे। इसके बाद विधायक ने भी सांसद के चेहरे पर कई थप्पड़ जड़ दिए। ये शर्मनाक घटना यूपी सरकार में Minister और प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने हुई। विधायक को जूते से पीटने का यह Video सोशल मीडिया पर खूब Viral हो रहा है।
YOGESH TRIPATHI
संतकबीरनगर के कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार शाम करीब पांच बजे प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन की मौजूदगी में विकास कार्यों को लेकर बैठक हो रही थी। बैठक में बीजेपी से सांसद शरद त्रिपाठी और मेंहदावल विधानसभा सीट से बीजेपी के विधायक राकेश बघेल भी मौजूद थे।
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पहले दोनों में हुई तू-तू, मैं-मैं
इसी दौरान शिलापट्ट पर नाम नहीं होने की बात पर बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी और विधायक राकेश बघेल के बीच तू-तू, मैं-मैं शुरू हो गई। पहले तो सभी ने इसे सामान्य तरीके से लिया लेकिन लेकिन गुस्से से लाल-पीला होने रहे सांसद शरद त्रिपाठी ने अचानक अपने पैर से जूता निकाला और विधायक पर टूट पड़े। लोग जब तक कुछ समझ पाते सांसद ने विधायक पर एक के बाद एक 7 जूते मारे।
विधायक ने भी जड़े सांसद को थप्पड़
मारपीट के दौरान विधायक नीचे गिर पड़े थे। कुछ लोगों ने सांसद को रोकने की कोशिश की तो मौका पाकर विधायक खड़े हुए और सांसद के कई थप्पड़ जड़ दिए। ये सारा वाक्या वहां मौजूद मीडिया के कैमरों में कैद हो गया। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर दोनों जनप्रतिनिधियों का वीडियो वॉयरल होने लगा। बवाल के बाद मीटिंग छोड़ प्रभारी मंत्री को वापस लौटना पड़ा।
अपमानित विधायक के समर्थकों का जमावड़ा
मंत्री, अफसर और मीडिया के सामने बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी के हाथों जूते से पीटे गए विधायक राकेश बघेल के समर्थकों को जब यह खबर लगी तो सैकड़ों की संख्या में सभी कलेक्ट्रेट पहुंच गए। समर्थकों के बीच मौजूद राकेश बघेल का चेहरा काफी उतरा हुआ था। समर्थक काफी देर तक नारेबाजी करते रहे। तनाव को देखते हुए काफी पुलिस बल को तैनात किया गया है। माना जा रहा है कि इस पूरे घटनाक्रम को बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व जल्द ही गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई करेगा। अंदरखाने की मानें तो सांसद शरद त्रिपाठी टिकट को लेकर काफी परेशान हैं। चर्चा है कि उनका टिकट काटने का मन शीर्ष नेतृत्व काफी पहले ही बना चुका है। इस घटनाक्रम के बाद काफी मुश्किल है कि टिकट शरद त्रिपाठी को मिल पाए।
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