भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण और कांग्रेस की जनरल सेकेट्री प्रियंका गांधी की मुलाकात के बाद सूबे में नया राजनीतिक "समीकरण" बनने लगा है। अपने परंपरागत वोट बैंक में कांग्रेस की सेंधमारी होते देख BSP सुप्रीमों Mayawati काफी नाराज हैं। शायद यही वजह है कि कुछ घंटे बाद ही बुधवार शाम को उन्होंने सपा सुप्रीमों Akhilesh Yadav को बुलाकर बंद कमरे में काफी देर तक बातचीत की। सूत्रों की मानें तो मायावती ने दो टूक शब्दों में अखिलेश यादव से कह दिया कि रायबरेली और अमेठी से प्रत्याशी उतारें। दोनों ही नेताओं ने यूपी में कांग्रेस के साथ बन रहे भीम आर्मी के समीकरण से निपटने के लिए काफी देर तक चर्चा की। सूत्रों की मानें तो 48 घंटों में सपा और बसपा के प्रत्याशियों की सूची जारी हो सकती है। प्रत्याशियों के चयन पर गुरुवार सुबह एक बार फिर मायावती अपने विश्वास पात्र लोगों के साथ मीटिंग कर रही हैं। माना जा रहा है कि देर शाम तक बीएसपी की सूची आ सकती है।
YOGESH TRIPATHI
अखिलेश और मायावती के बीच काफी देर तक मीटिंग
प्रियंका गांधी और चंद्रशेखर के बीच मुलाकात के बाद बुधवार शाम बीएसपी सुप्रीमों मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करीब डेढ़ घंटे बैठक की। मायावती के आवास पर हुई बैठक में प्रियंका-चंद्रशेखर की मुलाकात का जवाब देने की रणनीति पर विचार किया गया। दोनों ही मुलाकातों को एक-दूसरे पर दबाव बनाने की राजनीति के तौर पर देखा जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार अगर कांग्रेस चुनावों में चंद्रशेखर को साथ लेती है, तो सपा-बसपा अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस पर दवाब बनाएंगे। इस बात को मायावती ने साफ-साफ शब्दों में अखिलेश यादव से भी कह दिया है। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने भी मुलायम सिंह यादव, डिंपल यादव और अखिलेश यादव के खिलाफ प्रत्याशी न उतारने का फैसला लिया था। सूत्रों की मानें तो यदि अखिलेश और माया ने अमेठी और रायबरेली में प्रत्याशी उतारे तो कांग्रेस भी अपने मजबूत उम्मींदवार उतार सकती है। ऐसे में कई नेता हारने की स्थित में भी आ जाएंगे।
चंद्रशेखर ने किया वाराणसी से चुनाव लड़ने का ऐलान
वहीं मुलाकात के लिए पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से बातचीत के दौरान ही भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने ऐलान कर दिया कि वो वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। उल्लेखनीय है कि आचार संहिता उल्लंघन करने के बाद पुलिस ने रावण को गिरफ्तार किया है। स्वास्थ्य ठीक न होने की वजह से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कांग्रेस से गठजोड़ के बाद बिगड़ जाएगा बीएसपी का "समीकरण"
राजनीति के जानकारों का मानना है कि यदि कांग्रेस और भीम आर्मी का गठजोड़ हो गया तो निश्चित तौर पर यूपी के पश्चिमी हिस्से में बसपा का न सिर्फ समीकरण बिगड़ेगा बल्कि वो कई सीटों पर चुनाव भी हार जाएगी। यही वजह है कि मायावती के तेवर काफी तल्ख हैं। उनको ये अहसास हो गया है कि कांग्रेस ने इस बड़े सियासी समर में काफी तगड़ी घेराबंदी कर ली है।
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