Lok Sabha Election 2019 : Nagpur और Delhi के बीच फंसी Kanpur Nagar की लोकसभा सीट पर RSS ने अपने नाम की मुहर लगा दी है। Kanpur की नीतू सिंह का नाम Fainal कर RSS ने BJP के शीर्ष नेतृत्व को सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि RSS की तरफ से सिंगल नाम BJP संगठन को भेजा गया है। BJP की तरफ से सिर्फ ऐलान की औपचारिकता शेष है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) और BJP संगठन के बीच कई चक्र की बातचीत के बाद नीतू सिंह के नाम पर सहमित बन सकी। RSS के बड़े पदाधिकारी के मुताबिक Kanpur काली मठिया के पास स्मृति ईरानी की सभा में नीतू सिंह मंच को साझा कर सकती हैं।
YOGESH TRIPATHI
स्वर्गीय बैरिस्टर नरेंद्र जीत सिंह की पौत्र वधू हैं नीतू सिंह
नीतू सिंह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के बड़े पदाधिकारी रहे स्वर्गीय बैरिस्टर नरेंद्रजीत सिंह की पौत्र वधू हैं। नीतू सिंह के पति यतींद्र जीत सिंह का निधन हो चुका है। नीतू सिंह की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी बसुंधरा पढ़ाई कर रही हैं। नीतू सिंह यूपी की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी की बेटी हैं। नीतू सिंह की ससुराल का ताल्लुक कश्मीर से हैं। पैतृक संपत्तियां भी हैं।
उत्तर-पूर्वी के संघ चालक हैं ससुर वीरेंद्र जीत सिंह
यूपी में यदि RSS की बात की जाती है तो उसमें स्वर्गीय बैरिस्टर नरेंद्र जीत सिंह का सबसे ऊपर आता है। उनके निधन के बाद बैरिस्टर साहब के बेटे वीरेंद्र जीत सिंह संघ में बड़े पदों में हमेशा से रहे हैं। वर्तमान में वो यूपी के उत्तर-पूर्वी के संघ चालक हैं। इसके अंतर्गत करीब 40 जिले आते हैं। मेयर के चुनाव में भी नीतू सिंह की टिकट फाइनल हो गई थी लेकिन ऐन वक्त पर परिवारिक वजहों से नीतू सिंह ने अनिच्छा जाहिर की। जिसके बाद प्रमिला पांडेय को बीजेपी ने टिकट दे दिया।
नीतू सिंह का सामाजिक सरोकार
नीतू सिंह दीनदयाल विद्यालय की प्रबंधिका हैं। ज्योति संकल्प संस्थान की डायरेक्टर भी हैं। सनातन धर्म महामंडल की कोषाध्यक्ष हैं। तमाम शिक्षण संस्थानों के प्रबंध समितियों से ताल्लुकात रखती हैं। उल्लेखनीय है कि www.redeyestimes.com (News Portal) करीब तीन सप्ताह पहले प्रकाशित खबर में इस बात का उल्लेख किया था कि RSS की पहली पसंद नीतू सिंह ही हैं। RSS सूत्रों की मानें तो बीजेपी हाईकमान की तरफ से सिर्फ औपचारिक ऐलान ही बाकी है। जो संभव दो दिन के बाद ही होगा।
संघ के बड़े पदाधिकारियों ने कल की थी सत्यदेव पचौरी से मुलाकात
सूत्रों की मानें तो RSS के प्रांत स्तरीय और जिलास्तरीय पदाधिकारी कैबिनेट मंत्री सत्यदेव पचौरी से मुलाकात करने उनके काकादेव स्थित आवास पर पहुंचे थे। तीनों के बीच काफी देर तक गुप्त मंत्रणा हुई। RSS पदाधिकारियों के जाते ही सत्यदेव पचौरी के तमाम समर्थक उनके आवास पर पहुंच गए। सभी कार्यकर्ताओं को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए। सूत्रों की मानें तो दिशा-निर्देश लोकसभा चुनाव के बाबत ही दिए गए।
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