Pulwama में CRPF पर Attack के बाद घाटी पहुंचे गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था, ‘’ Pakistan और ISI से पैसा लेने वाले कुछ लोग कश्मीर में हैं। इन लोगों को केंद्र सरकार की तरफ से मिली सुरक्षा पर पुनर्विचार किए जाने की आवश्यकता है ’’
CCS की मीटिंग के बाद दे दिए गए थे संकेत
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने जिन अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ली है, उनमें मीरवाइज उमर फारुक के अलावा अब्दुल घनी भट्ट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी और शबीर शाह शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 48 घंटा पहले CCS यानी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने को लेकर कई फैसले हुए थे। डिंफेस से लेकर डिप्लोमेट लेवल पर पाकिस्तान की भी घेराबंदी करनी की बात कही गई थी।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा था कि पाकिस्तान और आईएसआई से आर्थिक मदद लेने वालों की सरकारी सुरक्षा पर भी नए सिरे से विचार किया जाएगा। इसी बयान के बाद हुर्रियत नेताओं से सुरक्षा छीने जाने की खबर आई।
Pulwama Terror Attack के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मीरवाइज उमर फारुक समेत 5 अलगाववादी नेताओं की सिक्योरिटी वापस ले ली है। अफसरों का कहना है कि इन 5 नेताओं और अन्य अलगाववादियों को किसी भी चीज की आड़ में सुरक्षा मुहैया नहीं कराई जाएगी।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने क्या कहा था ?
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बिना नाम लिए हुर्रियत कॉन्फ्रेंस पर भी हमला किया था। राजनाथ सिंह ने कहा था, ‘’पाकिस्तान और आईएसआई से पैसा लेने वाले कुछ लोग कश्मीर में हैं। इन लोगों को मिली सुरक्षा पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है’’ उन्होंने कहा, ‘’जम्मू कश्मीर में कुछ तत्वों के तार आईएसआई और आतंकी संगठनों से जुड़े हैं’’ राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर सरकार को सांप्रदायिक सौहार्द सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।
Post A Comment:
0 comments: