UP में Congress का बूथ और यूथ खड़ा करने के बाद Priyanka Gandhi मिशन 2019 की तैयारियों में जुटी हैं। विरोधियों को मात देने के लिए उन्होंने उनके ही घर में सेंधमारी कर “वजीर”, “घोड़े” और “हाथी” को अपने पाले में लाने का काम शुरु कर दिया है। Uttar Pradesh के बुन्देलखंड से बड़ी खबर ये है कि दो तीन दशक तक बहुजन समाज पार्टी (BSP) के लिए राजनीति करने वाले पूर्व सांसद ब्रजलाल खाबरी जालौन लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे। अंदरखाने से जो चर्चाएं है उसके मुताबिक खुद प्रियंका गांधी ने ब्रजलाल खाबरी को तैयारी करने का सिग्नल दे दिया है। सिर्फ उनके नाम का ऐलान होगा बाकी है। माना जा रहा है कि खाबरी का नाम कांग्रेस की तरफ से 3 से 5 मार्च को जारी होने वाली पहली लिस्ट में होगा।
[caption id="attachment_18871" align="aligncenter" width="530"] Conress की जनरल सेकेट्री और बुन्देलखंड की प्रभारी प्रियंका गांधी के साथ पूर्व सांसद ब्रजलाल खाबरी।[/caption]
Dr. Rakesh Dwivedi
BSP का 50 फीसदी वोट कांग्रेस में लाने का भरोसा
ब्रजलाल खाबरी को भरोसा है कि वह हाथी का आधा वोट काटकर अपना समीकरण मजबूत करेंगे। छात्रसंघ की राजनीति से शुरुआत करने वाले ब्रजलाल खाबरी वर्ष 1995 में वह दिग्गजों को पछाड़ कर बसपा के जिलाध्यक्ष बने थे। 1999 में मायावती ने अपने तीनों मंत्रियों की सलाह को दरकिनार कर उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़वाया। 1.57 लाख वोट पाकर जनपद से बसपा के पहले सांसद बने। इसके बाद वह 2004 और 2014 में भी चुनाव लड़े पर भाजपा के भानुप्रताप वर्मा से हारते रहे।
2016 में प्रियंका गांधी से की मुलाकात और ज्वाइन की कांग्रेस
2016 में प्रियंका गाँधी के सम्पर्क में आने के बाद काँग्रेस ज्वाइन कर ली । वर्तमान में अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। 2019 उनका चौथा चुनाव होगा। खाबरी से जब उनकी प्रत्याशिता के बारे में पूछा गया तो उनकी मौन स्वीकृति सब कुछ कह गई। फिर उन्होने राजनीति की इस बाजी के पत्ते खुद ब खुद फेंकने आरम्भ कर दिए। बताया कि काँग्रेस ने अभी 30 सीटों पर फोकस किया है, जिसमें जालौन की सीट भी शामिल है। इन सीटों के लिये प्रत्याशी तलाशे जा चुके हैं। बुंदेलखंड की बांदा, झांसी और हमीरपुर सीटों पर अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है। जालौन सीट के लिये श्यामसुन्दर चौधरी, संतराम नीलांचल और महेंद्र बरार भी दावेदारों में हैं पर उन्हें निराश ही होना पड़ेगा ।
राजनीतिक गोंटे बिछाने में जुटे हैं खाबरी
ब्रजलाल खाबरी राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं। शायद यही वजह है कि वो सारे समीकरणों को ध्यान में रखते हुए गोटें बिछाने में जुट गये हैं। गरौठा पर अभी पूरा ध्यान केंद्रित कर रखा है। यहां से उन्हें अच्छा वोट मिलता रहा है। वर्तमान के राजनीतिक परिदृश्य से उनका हौसला बढ़ा हुआ है। उनका कहना है कि इस वक्त भाजपा को लेकर जनता में बहुत नाराजगी दिखाई दे रही है। सपा -बसपा गठबंधन से उसके कार्यकर्ताओं में ही खुशी नहीं दिखाई दे रही है। दोनों दलों के तमाम ऐसे वोटर हैं जो एक -दूसरे को वोट देना पसंद नहीं करेंगे। खाबरी ने एक हकीकत से भरा उदाहरण देते हुए कहा, सपा और बसपा नदी की दो धाराओं की तरह राजनीति में बह रहीं हैं जिस तरह से दो धाराएं किसी एक स्थान पर आकर जब मिलती हैं , तब वह एक धारा बनकर आगे बहने लगती है।अब आगे कौन सी एक धारा बनेगी ? यह भविष्य तय करेगा ।
हर वर्ग से अच्छे लोगों की टीम उनके पास है जो चुनाव में काम आयेगी। अपने जिला संगठन पर उन्होने फिर से सवाल उठाये। उनके अनुसार यहां के संगठन में कोई ऊर्जा नहीं दिखती। इसलिये मैं इसके भरोसे बहुत ज्यादा रहने वाला भी नहीं हूँ। खाबरी का मानना है कि यदि भानु प्रताप फिर से उम्मीदवार बनते हैं तो उनकी रणनीति और कारगर रहेगी। वहीं, कांग्रेस के जिलाध्यक्ष श्याम सुन्दर चौधरी अभी दिल्ली में डटे हुए हैं। वह 1952 से अपने परिवार की सफलता और कांग्रेसी होने का रिपोर्टकार्ड प्रस्तुत कर सफलता पाने की कोशिश में हैं।
[caption id="attachment_18873" align="alignright" width="150"] A Report By Dr.Rakesh Dwivedi[/caption]
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