UP में "रामराज्य" की बात कहने वाले UPCM योगी आदित्यनाथ के अब "दावे थोथा चना, बाजे घना" वाले मुहावरे को चरित्रार्थ कर रहे हैं। खुद के हाईटेक होने का दावा करने वाली सूबे की UP Police अपराधियों के आगे पस्त हो चुकी है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण राजधानी Lucknow में शनिवार की देर रात देखने को मिला। बेखौफ अपराधियों ने लखनऊ के सबसे हाई सिक्योरिटी जोन एरिया हजरतगंज चौराहे के कुष्मांडा हाउस में BJP के Ex.MLA जिप्पी तिवारी के इकलौते बेटे वैभव तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी।
[caption id="attachment_18615" align="aligncenter" width="695"] वैभव तिवारी (फाइल फोटो)[/caption]
YOGESH TRIPATHI
लखनऊ। नौ महीना पहले विधान सभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद सूबे में “रामराज्य” लाने की बात कहने वाली BJP की सरकार में अब “गुंडाराज” स्थापित हो चुका है। खाकी और खादी की छतरी के नीचे अपराध का “ककहरा” सीखने वाले बेलगाम अपराधी और पुलिस और नेताओं पर कहर बनकर टूट रहे हैं। इन बेलगाम अपराधियों ने UP Police को बैकफुट कर रखा है। राजधानी Lucknow के बेहद हाई सिक्योरिटी जोन वाले हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के डुमरियागंज से Ex.MLA रहे प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी (28) की शनिवार देर रात लग्जरी गाड़ी से आए बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
सिद्धार्थ नगर जनपद के रहने वाले हैं जिप्पी तिवारी
डुमरियागंज विधान सभा सीट से तीन बार विधायक रह चुके प्रेम प्रकाश तिवारी उर्फ जिप्पी तिवारी अपनी फैमिली के साथ Lucknow के हजरतगंज चौराहा स्थित कुष्मांडा हाउस के फ्लैट नंबर 322 में परिवार के साथ रहते हैं।
[caption id="attachment_18618" align="aligncenter" width="835"] यूपी के गवर्नर राम नाइक के साथ वैभव तिवारी की यह फोटो एक कार्यक्रम की है। जिसमें वह राज्यपाल के साथ खड़े हैं (लाल घेरे में)[/caption]
गांव का प्रधान था इकलौता बेटा वैभव
शनिवार देर रात बदमाशों के हाथों मारे गए वैभव तिवारी पूर्व विधायक के इकलौते बेटे थे। वैभव अपने पैतृक गांव से ग्राम प्रधान भी थे, साथ ही वह अपनी जीविका के लिए प्रापर्टी डीलिंग का कारोबार भी कर रहे थे। साथ ही वह बीजेपी की सक्रिय राजनीति में भी थे।
पिता और ममेरे भाई के साथ बैठे थे वैभव तिवारी
पुलिस के मुताबिक शनिवार देर रात वैभव अपने पिता और ममेरे भाई आदित्य के साथ अपार्टमेंट के नीचे बैठे थे। उसी समय वैभव के मोबाइल पर अर्जुनगंज के खुर्दही बाजार में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर सूरज शुक्ला का मोबाइल आया। जिप्पी तिवारी और वैभव का ममेरा भाई अंदर चले गए लेकिन वैभव नीचे ही रुका रहा। इसी बीच SUV गाड़ी से पहुंचे सूरज और उसके साथी वैभव के साथ बातचीत करने लगे।
बातचीत के दौरान ही सूरज की वैभव से गाली-गलौच हुई। इसके बाद सूरज ने पिस्टल निकाल वैभव तिवारी के सीने में गोली मार दी। गोली लगते ही वैभव जान बचाने के लिए भागा। पार्किंग में गिरने के बाद वैभव काफी देर तक तड़पता रहा लेकिन उसकी मदद को कोई आगे नहीं बढ़ा। इस बीच उसके ममेरे भाई आदित्य ने मोबाइल कर सूचना पिता जिप्पी तिवारी को दी। परिवार के लोग वैभव को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंचे
वारदात की खबर मिलते ही लखनऊ पुलिस के सभी बड़े अफसर मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। कातिलों की धरपकड़ के लिए अफसरों ने पुलिस की चार टीमें बनाई हैं। बताया जा रहा है कि सूरज शुक्ला हिस्ट्रीशीटर है। उस पर कई मुकदमें पंजीकृत हैं।
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