अक्तूबर महीने में ही इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति को आरुषि और हेमराज मर्डर केस में संदेह का लाभ देते हुए बरी किया था। तलवार दंपति ने CBI की विशेष अदालत की तरफ से साल 2013 मे दी गई सजा के खिलाफ अपील की थी। अब इस मामले में हेमराज की विधवा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए यह बात कही है कि कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए तलवार दंपति को बरी किया है लेकिन जांच एजेंसी कातिल को खोजकर लाए। इतना ही नहीं हेमराज की विधवा ने जांच एजेंसी के खिलाफ तमाम आरोप भी लगाए हैं।
[caption id="attachment_18610" align="aligncenter" width="850"] आरुषि और हेमराज की फाइल (फोटो)[/caption]
नई दिल्ली। करीब नौ साल पहले यूपी के नोएडा में हुए बहुचर्चित आरुषि-हेमराज मर्डर केस में एक बार फिर से नया मोड़ आ गया है। मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। हेमराज की विधवा ने तलवार दंपति को बरी किए जाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (SC) का दरवाजा खटखटाया है। हेमराज की पत्नी खुमकला बंजाडे ने अपनी याचिका में कहा है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला गलत है। हाईकोर्ट ने इसे हत्या तो माना है लेकिन किसी को दोषी नहीं ठहराया। ऐसे में जांच एजेंसी की यह ड्यूटी है कि वह हत्यारों का पता लगाए।
CBI Court ने वर्ष 2013 में सुनाई थी सजा
CBI की विशेष कोर्ट ने आरुषि-हेमराज मर्डर केस तलवार दंपति को 26 नवंबर, 2013 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। जबकि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति को संदेह का लाभ देते हुए अक्तूबर 2017 में बरी कर दिया था। गौरतलब है कि डॉ. राजेश तलवार और नुपुर तलवार ने CBI Court की ओर से सुनाई गई आजीवन कारावास की सजा के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में अपील दाखिल की थी।
[caption id="attachment_18611" align="aligncenter" width="700"] डॉक्टर राजेश तलवार और उनकी नूपुर तलवार[/caption]
राजेश तलवार ने डासना जेल में 3 साल 10 माह और 21 दिन बतौर सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे। वहीं विचाराधीन के तौर पर 1 माह 20 दिन जेल में काटे। जबकि नुपुर तलवार ने डासना जेल में 3 साल 6 माह और 22 दिन सजायाफ्ता कैदी के तौर पर काटे। वहीं विचाराधीन के तौर पर 4 माह 26 दिन जेल में काटे।
साल 2008 में हुई थी आरुषि और हेमराज की हत्या
गौरतलब है कि तलवार दंपति की बेटी आरुषि की हत्या 15 एवं 16 मई 2008 की दरम्यानी रात नोएडा के सेक्टर 25 स्थित घर में ही कर दी गई थी। घर की छत पर उनके घरेलू नौकर हेमराज का शव भी पाया गया था। इस हत्याकांड में नोएडा पुलिस ने 23 मई को डॉ़ राजेश तलवार को बेटी आरुषि और नौकर हेमराज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच एक जून को सीबीआई को सौंप दी गई थी।
गौरतलब है कि हेमराज की पत्नी अपने गांव धारापानी में रहती हैं जो काठमांडु से 118 किमी दूर है। हेमराज की विधवा खुमकला बन्जादे ने “टाइम्स ऑफ इंडिया” से विडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर बात की।
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