डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव को Kanpur ग्रेप्पलिंग संघ का प्रेसीडेंट और सुनील चतुर्वेदी को सेकेट्री बनाया गया है। यूपी के महासचिव रविकांत मिश्रा ने कहा कि बच्चों का बचपन टीवी और इंटरनेट की दुनिया में ही खोता जा रहा है कि जिसकी वजह से उनका शारीरिक और मानसिक विकास पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है।
[caption id="attachment_18651" align="aligncenter" width="640"] ग्रेप्पलिंग संघ के यूपी महासचिव के साथ डाक्टर आलोक श्रीवास्तव और सुनील चतुर्वेदी।[/caption]
Sunil Chaturvedi
कानपुर। डिजिटल क्रांति के दौर में नौनिहालों का बचपन टेलीवीजन या मोबाइल पर व्यतीत हो रहा है। इससे न तो उनका सही ढंग से शारीरिक विकास हो पा रहा है और न ही मानसिक डेवलमेंट। इंटरनेट और टीवी की दुनिया से बच्चों का जुड़ाव उनके अंदर शारीरिक श्रम करने की क्षमता को भी नष्ट कर रहा है। यह बातें उत्तर प्रदेश ग्रेप्पलिंग संघ के महासचिव रविकांत मिश्रा ने कहीं।
डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं नौनिहाल
टीवी और नेट के क्रांति में बच्चों का बचपन अब खो सा गया है। शायद यही वजह है कि वह अब धीरे-धीरे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। उनकी मानसिक स्थित भी इस कदर नहीं रह पा रही है कि वह किसी तथ्य को याद कर सकें।
खेल से होता है बच्चों में शारीरिक और मानसिक विकास
खेल के साथ बच्चों का शारीरिक विकास तो होता ही है साथ ही उसका मानसिक विकास भी बेहतर रहता है। खेल की दुनिया ऐसी है कि बच्चे अपना विकास करने के साथ-साथ सफलता की सीढ़ी चढ़ते हैं और बाद में देश-प्रदेश के साथ परिवार और अपने माता-पिता का नाम भी रोशन करते हैं। खेल में पाए पुरस्कार और शील्ड से उनके आत्मविश्वास में निखार आता है।
Kanpur में ग्रेप्पिलंग संघ की नींव पड़ी
बच्चों के खोते बचपन को ध्यान में रखते हुए कानपुर ग्रेप्पलिंग संघ की नींव उत्तर प्रदेश ग्रेप्पलिंग संघ के महासचिव रविकांत मिश्रा ने रखी। रविकांत मिश्रा ने कहा कि बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को ध्यान में रखते हुए कानपुर ग्रेप्पलिंग संघ की नींव रखी गई है। डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव को कानपुर ग्रेप्पलिंग संघ का प्रेसीडेंट, सुनील चतुर्वेदी को सेकेट्री, दुर्गेश श्रीवास्तव को कोषाध्यक्ष, विनीत सिन्हा को संयुक्त सचिव बनाया गया है।
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