UP नगर निकाय चुनाव का पहला चरण काफी शांतिपूर्वक संपन्न हो गया था लेकिन दूसरे चरण में कई जगहों से तमाम गंभीर शिकायतें मिल रही हैं। EVM को लेकर कई जगहों से शिकायतें आई हैं। फर्जी वोटिंग को लेकर हाथापाई तक हो गई। मथुरा में तो करीब डेढ़ लाख वोटरों के नाम ही लिस्ट से गायब हो गए हैं। सपा नेत्री पंखुरी पाठक ने ट्वीट करते हुए कहा कि इसकी सीबीआइ या फिर न्यायिक जांच होनी चाहिए।
लखनऊ। नगर निकाय चुनाव के दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की राजधानी Lucknow के कई बूथों से गंभीर शिकायतें आ रहीं हैं। पुराने लखनऊ के हुसैनाबाद वार्ड और काकारी क्षेत्र में मतदाताओं ने जमकर फर्जी वोटिंग कराए जाने का आरोप लगाया है। फर्जी वोटिंग को लेकर खासा आक्रोश भी है। लखनऊ में ही एक जगह बसपा प्रत्याशी के समर्थकों की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी। अलीगढ़ से भी मारपीट और बवाल की खबरें हैं।
लखनऊ के जिलाधिकारी का कहना है कि मतदान शांतिपूर्वक चल रहा है। गड़बड़ी करने वालों पर नजर रखी जा रही है। काकोरी में शबनम नाम की एक महिला ने बताया कि बूथ पर पहुंचने से पहले उसका वोट पड़ चुका था। शबनम के मुताबिक “स्वर्गवासी” हो चुके चार लोगों के नाम से भी वोट डाले गए हैं। इसी तरह पुरान लखनऊ के हुसैनाबाद वार्ड में कई लोगों के नाम मतदाता सूची में नहीं थे। कई जगहों पर तो पूरे के पूरे मोहल्ले के मतदाताओं के नाम गायब मिले हैं। कई लोगों ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत उनके नाम सूची से हटवाए गए हैं। जिम्मेदार प्रशासनिक अफसर इस बाबत कुछ भी बोलने से कतराते रहे।
VIDEO : साभार, तहलका न्यूज
https://youtu.be/nJH92t0uf2s
मथुरा में 1.5 लाख मतदाताओं का नाम सूची से गायब, पंखुरी पाठक ने किया Tweet
समाजवादी पार्टी की कद्दावर नेत्री पंखुरी पाठक ने सोशल मीडिया Twitter पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मथुरा में 1.5 लाख लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब हो जाना बेहद गंभीर मामला है। इस पर सरकार CBI या फिर न्यायिक जांच क्यों नहीं करवा रही है ?
फर्रुखाबाद में सपाइयों और भाजपाइयों के बीच मारपीट
वहीं फर्रुखाबाद में फर्जी वोटिंग को लेकर दूसरे चरण की वोटिंग में सपाइयों और भाजपाइयों के बीच जमकर जूता-लात चले। पूरे उत्तर प्रदेश से मारपीट और हिंसक झड़प की खबरें मिल रही हैं। कई जगहों पर EVM में गड़बड़ी की शिकायतें भी आ रही हैं।
उल्लेखनीय है कि पहले चरण की वोटिंग में मारपीट और हिंसक वारदातें नहीं हुई थीं। लेकिन EVM को लेकर तमाम जगहों से शिकायतें आईं थीं। कानपुर में तो वार्ड नंबर -58 में यह हाल था कि बटन किसी को दबाओ और वोट कमल के फूल को ही जा रहा था। यही हाल वार्ड नंबर 72 दबौली का भी था। यहां प्रकाश मंदिर की पोलिंग में एक बार बटन दबाने पर नौ लोगों को वोट जा रहा था।
Post A Comment:
0 comments: