Kanpur City में पूर्वांचल के मतदाताओं की संख्या काफी अधिक है। ये मतदाता लाखों की संख्या में हैं। ये वोटर किसी भी मेयर प्रत्याशी के लिए काफी निर्णायक हो सकता है। सूत्रों की मानें तो चूंकि कांग्रेस ने मेयर प्रत्याशी के लिए वंदना मिश्रा का नाम फाइनल किया। इस लिए बीजेपी नेतृत्व ने अंत में प्रमिला पांडेय का नाम फाइनल करते हुए एक तीर से कई निशाने साध लिए। इसमें सबसे बड़ा पूर्वांचल का वोट बैंक हैं।
[caption id="attachment_18095" align="aligncenter" width="756"] प्रमिला पांडेय (मेयर प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी कानपुर महानगर)[/caption]
YOGESH TRIPATHI
कानपुर। तमाम झंझावतों के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जब प्रमिला पांडेय के नाम पर मुहर लगाई तो उसने एक तीर से कई निशाने विरोधी दलों पर साध लिए। अंदरखाने की मानें तो ब्राम्हण के साथ BJP ने पूर्वांचल का “ट्रंप कार्ड” भी खेला है। उल्लेखनीय है कि Kanpur City में पूर्वांचल के वोटरों की संख्या काफी अधिक है। सिर्फ दो लाख से अधिक पूर्वांचल मतदाता तो कानपुर के दक्षिण में ही रहते हैं।
पूर्वांचल के जौनपुर जनपद की रहने वाली हैं प्रमिला पांडेय
Kanpur BJP और शहरवासियों के बीच प्रमिला पांडेय का नाम काफी जाना पहचाना है। वह दो बार सिविल लाइंस एरिया से पार्षद रह चुकी हैं। महिला मोर्चा की नगर प्रेसीडेंट रहने के साथ उन्होंने बीजेपी संगठन के लिए करीब ढाई दशक से अधिक तक काम किया। मृदुभाषी और सरल स्वभाव की प्रमिला पांडेय काफी धाकड़ नेत्री के रूप में जानी जाती हैं। प्रमिला पूर्वांचल के जौनपुर जनपद की रहने वाली हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी के परंपरागत वोट बैंक के साथ पूर्वांचल के मतदाताओं का एक बड़ा हिस्सा उनकी झोली में गिरेगा। यह बीजेपी के लिए काफी प्लस साबित होगा। उसको पीछे तर्क यह है कि कांग्रेस से ब्राम्हण प्रत्याशी वंदना निश्चित तौर पर कुछ न कुछ ब्राम्हण वोटों का एक हिस्सा काटेंगी अवश्य लेकिन इसकी भरपाई प्रमिला पांडेय अपने पूर्वांचल के वोटरों से कर लेंगी।
[caption id="attachment_18150" align="aligncenter" width="629"] अपने लाइसेंसी असलहों के साथ प्रमिला पांडेय (यह फोटो शस्त्र पूजन की है)[/caption]
जीत मिली तो बनेगा Kanpur में इतिहास
बीजेपी की मेयर प्रत्याशी प्रमिला पांडेय को यदि जीत मिलती है तो यह अपने आप में इतिहास होगा। पहला तो यह कि वह कानपुर की दूसरी महिला मेयर होंगी। इससे पहले स्वर्गीय सरला सिंह बीजेपी से कानपुर की पहली मेयर निर्वाचित हुई थीं। जीत मिलने के बाद एक और खास बात यह रहेगी कि सरला सिंह के बाद वह दूसरी मेयर होंगी जो पूर्वांचल से ताल्लुक रखती हैं। सरला सिंह भी पूर्वांचल के मऊ जनपद की रहने वाली थीं।
इन क्षेत्रों में हैं पूर्वांचल के सर्वाधिक वोटर
यूं तो Kanpur के लगभग सभी हिस्सों में करीब तीन लाख से अधिक पूर्वांचल मतदाता हैं लेकिन अर्मापुर, गोविंदनगर, बर्रा, नौबस्ता, बाबूपुरवा, विजय नगर, शास्त्रीनगर, किदवईनगर, कल्याणपुर एरिया में पूर्वांचल का वोटर सर्वाधिक संख्या में हैं।
पूर्वांचल मतदाताओं के बल पर चुनाव जीतते थे बालचंद्र मिश्रा
यूपी सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री और बीजेपी के दिग्गज लीडर बालचंद्र मिश्रा भी पूर्वांचल वोटरों के बल पर गोविंदनगर विधान सभा का चुनाव लगातार जीतते रहे हैं। जानकारों की मानें तो जब बालचंद्र मिश्रा चुनाव लड़ते थे तो गोविंदनगर की विधान सभा में करी डेढ़ लाख से अधिक पूर्वांचल का मतदाता था।
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